यमुनानगर. राष्ट्रपति भवन में आने वाले मेहमानों को गांव दामला के किसान धर्मबीर कांबोज की मशीन से निकला जूस पीने को मिलेगा।राष्ट्रपति भवन से किसान के पास मशीन भेजने का आर्डर आया है। इन दिनों मशीन तैयार की जा रही है। जून तक मशीन भेज दी जाएगी। धर्मबीर के पास सिर्फ दो एकड़ जमीन है। वह पहले खुद रोजगार की तलाश करता था, मगर अब मल्टीपर्पज मशीन के माध्यम से दूसरों को रोजगार दे रहा है।किसान धर्मबीर की मल्टीपर्पज मशीन सेब, एलोवीरा, तरबूज, खरबूजा, नाशपाती, अमरूद और आंवला के अलावा अन्य कई तरह के फलों का जूस का निकल देती है। मशीन आम, आंवला और जामुन जैसे फलों के बीज भी नहीं तोड़ती। छोटी मशीन एक घंटे ५० किलोग्राम और बड़ी मशीन १५० किलोग्राम तक फलों को क्रश कर जूस निकाल देती है। इसके अलावा मशीन से गुलाब जल, धनिया, सौंफ, पुदिना का तेल व अर्क निकाला जा सकता है। यह मशीन एक घंटे से १५० लीटर तक दूध भी निकाल सकती है। किसान का कहना है कि एक मशीन पर एक साथ पांच व्यक्ति काम करते हैं।
इसके अलावा २० लोग पैकिंग करने में व्यस्त रहते हैं। साथ ही बाजार में उत्पादन की बिक्री व परिवहन का भी काम मिलता है।
मिल चुका है सम्मान
किसान को मल्टीपर्पज मशीन बनाने पर राष्ट्रीय पुरस्कार राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने दिया था। उसके बाद सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी सम्मानित किया। सात मार्च को २०१३ में राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में किसान धर्मबीर को पांच लाख रुपए का इनाम व प्रमाण पत्र दिया गया। इस प्रतियोगिता में १९०० प्रतिभागियों ने भाग लिया था। जिनमें ६४ लोगों को चुना गया। इसमें हरियाणा के किसानों में किसान धर्मबीर कांबोज पहले स्थान पर रहे थे।
कीनिया के किसानों को ट्रेनिंग देने के बाद आया आर्डर
दो माह पूर्व किसान धर्मबीर को नेशनल फाउंडेशन अहमदाबाद, सृष्टि और अमेरिका की कंपनी यूएसएआईडी के माध्यम से कीनिया गए थे। वहां के किसानों को खेती की ट्रेनिंग दी। लौटने के बाद राष्ट्रपति भवन से किसान के पास बहु उद्देशीय मशीन का आर्डर आया। इस आर्डर से किसान बेहद खुश है। क्योंकि अभी तक उसकी मशीन प्रदेश के जिलों, यूपी, बिहार, उत्तराखंड, राजस्थान में चल रही है। स्वयं सहायता समूह व कृषि समूह इसका यूज कर रहे थे। वह खुद ही गौरव महसूस कर रहा है कि अपने देश के पहले नागरिक राष्ट्रपति के यहां से उसके पास आर्डर आया है।
इसके अलावा २० लोग पैकिंग करने में व्यस्त रहते हैं। साथ ही बाजार में उत्पादन की बिक्री व परिवहन का भी काम मिलता है।
मिल चुका है सम्मान
किसान को मल्टीपर्पज मशीन बनाने पर राष्ट्रीय पुरस्कार राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने दिया था। उसके बाद सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी सम्मानित किया। सात मार्च को २०१३ में राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में किसान धर्मबीर को पांच लाख रुपए का इनाम व प्रमाण पत्र दिया गया। इस प्रतियोगिता में १९०० प्रतिभागियों ने भाग लिया था। जिनमें ६४ लोगों को चुना गया। इसमें हरियाणा के किसानों में किसान धर्मबीर कांबोज पहले स्थान पर रहे थे।
कीनिया के किसानों को ट्रेनिंग देने के बाद आया आर्डर
दो माह पूर्व किसान धर्मबीर को नेशनल फाउंडेशन अहमदाबाद, सृष्टि और अमेरिका की कंपनी यूएसएआईडी के माध्यम से कीनिया गए थे। वहां के किसानों को खेती की ट्रेनिंग दी। लौटने के बाद राष्ट्रपति भवन से किसान के पास बहु उद्देशीय मशीन का आर्डर आया। इस आर्डर से किसान बेहद खुश है। क्योंकि अभी तक उसकी मशीन प्रदेश के जिलों, यूपी, बिहार, उत्तराखंड, राजस्थान में चल रही है। स्वयं सहायता समूह व कृषि समूह इसका यूज कर रहे थे। वह खुद ही गौरव महसूस कर रहा है कि अपने देश के पहले नागरिक राष्ट्रपति के यहां से उसके पास आर्डर आया है।
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