खुबशाहजी के धूणे पर हुआ भजन संध्या का आयोजन
बालोतरा। निकटवर्ती बिठूजा ग्राम स्थित खुबशहजी के धूणा पर स्थित मां ब्राह्मणी एवं खेतलाजी मंदिर पर सोमवार रात्रि में विशाल भजन संध्या का आयोजन रणजीत आश्रम महंत अमृतानंद महाराज व नारायणदास महाराज के सानिध्य में किया गया। मंदिर संयोजक नेमाराम बोराणा ने बताया कि भजन संध्या का आगाज ओमप्रकाश प्रजापत जसोल ने गणपति वंदना से किया। प्रजापत ने गुरू महिमा एकण बार आईजों गुरूजी बारंबार आईजों के साथ मैं तो रे मनाऊ म्हारी ब्राह्मणी मां ..,खोले खेले खेतलों मां काली रे ..,चालो-चालो रे खुबशहाजी रे धाम ..,सहित कई सुमधुर प्रस्तुतियों से श्रद्धालुओं को भाव विभोर किया। अहमदाबाद की प्रसिद्ध गायिका अस्मिता पटेल ने भजन ठूमक-ठूमक कर चाल भवानी ले हाथा तलवार ..,पंखीडा से उड ने जाईजे पावागढ़ रे ..,पिछम धरा सू म्हारों आलम राजा आवे रे ..,सहित कई भजनों की शानदार प्रस्तुतियां देकर श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। हांस्य कलाकार दिनेश मारवाडी व कालूराम प्रजापत हांस्य रस से श्रद्धालुाओं को लोटपोट कर दिया। नृत्य कलाकार मदन प्रजापत समदड़ी व राकेश छापरवाल ने अग्नि नृत्य की बेहतरीन बानगी पेश करने के साथ जादूगरी के अनेक करतब दिखाएं।
इस अवसर पर अतिथि के रूप में धर्मगिरी महाराज,समाजसेवी मोहम्मद युसुफ भांतगर,अजयसिंह राठौड़,गणपतसिंह सिसोदिया,भंवरसिंह,भरत भाई जैन,राजू प्रजापत,नरेश सहित सैकड़ो श्रद्धालु उपस्थित थे। मंगलवार प्रात:मंदिर परिसर में महायज्ञ के साथ महाप्रसादी का आयोजन किया जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की।
बालोतरा। निकटवर्ती बिठूजा ग्राम स्थित खुबशहजी के धूणा पर स्थित मां ब्राह्मणी एवं खेतलाजी मंदिर पर सोमवार रात्रि में विशाल भजन संध्या का आयोजन रणजीत आश्रम महंत अमृतानंद महाराज व नारायणदास महाराज के सानिध्य में किया गया। मंदिर संयोजक नेमाराम बोराणा ने बताया कि भजन संध्या का आगाज ओमप्रकाश प्रजापत जसोल ने गणपति वंदना से किया। प्रजापत ने गुरू महिमा एकण बार आईजों गुरूजी बारंबार आईजों के साथ मैं तो रे मनाऊ म्हारी ब्राह्मणी मां ..,खोले खेले खेतलों मां काली रे ..,चालो-चालो रे खुबशहाजी रे धाम ..,सहित कई सुमधुर प्रस्तुतियों से श्रद्धालुओं को भाव विभोर किया। अहमदाबाद की प्रसिद्ध गायिका अस्मिता पटेल ने भजन ठूमक-ठूमक कर चाल भवानी ले हाथा तलवार ..,पंखीडा से उड ने जाईजे पावागढ़ रे ..,पिछम धरा सू म्हारों आलम राजा आवे रे ..,सहित कई भजनों की शानदार प्रस्तुतियां देकर श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। हांस्य कलाकार दिनेश मारवाडी व कालूराम प्रजापत हांस्य रस से श्रद्धालुाओं को लोटपोट कर दिया। नृत्य कलाकार मदन प्रजापत समदड़ी व राकेश छापरवाल ने अग्नि नृत्य की बेहतरीन बानगी पेश करने के साथ जादूगरी के अनेक करतब दिखाएं।
इस अवसर पर अतिथि के रूप में धर्मगिरी महाराज,समाजसेवी मोहम्मद युसुफ भांतगर,अजयसिंह राठौड़,गणपतसिंह सिसोदिया,भंवरसिंह,भरत भाई जैन,राजू प्रजापत,नरेश सहित सैकड़ो श्रद्धालु उपस्थित थे। मंगलवार प्रात:मंदिर परिसर में महायज्ञ के साथ महाप्रसादी का आयोजन किया जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की।
No comments:
Post a Comment