जसोल। बस स्टेण्ड स्थित रामद्वारा में गीता जयन्ती के अवसर पर गीता का पाठ का आयोजन किया गया पवन वैष्णव ने बताया कि श्री कृष्णानंद जी महाराज व पंकज जी महाराज के सानिध्य में गीता का पाठ हुआ जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। महाराज ने गीता के पाठ के दौरान गीता के महात्मय में बताया कि महाभारत के युद्ध में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का पाठ पढाया। महाभारत के रत्नों में सबसे बड़ा रत्न श्रीमद्भगवत गीता है जो मानव को मुक्ति का मार्ग दिखाती है।
भगवत गीता भगवान की वाणी है जो सकल मनुष्य को प्रेरणा हेतु प्रेरित करती है और मोक्ष के मार्ग हेतु आगे बढाती है। इस दौरान मोहनलाल खण्डेलवाल, देवाराम माली, मनोहरलाल भाटी, चन्दनसिंह चान्देसरा, पुनमचंद प्रजापत, पारसमल गहलोत, मोहनलाल प्रजापत, थानाराम माली, विक्रमसिंह, ललित प्रजापत, महेश दवे सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।
भगवत गीता भगवान की वाणी है जो सकल मनुष्य को प्रेरणा हेतु प्रेरित करती है और मोक्ष के मार्ग हेतु आगे बढाती है। इस दौरान मोहनलाल खण्डेलवाल, देवाराम माली, मनोहरलाल भाटी, चन्दनसिंह चान्देसरा, पुनमचंद प्रजापत, पारसमल गहलोत, मोहनलाल प्रजापत, थानाराम माली, विक्रमसिंह, ललित प्रजापत, महेश दवे सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।
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