सबल सिंह भाटी की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट
बाड़मेर। धर्मशास्त्रों की मान्यता के अनुसार मानव को अपने भोजन में से भी एक अंश गौग्रास के लिए टाला जाना चाहिए लेकिन बाड़मेर में आपदा प्रबंध में लगे अधिकारी कर्मचारी गायों के लिए भेजे जाने वाले चारे में भी अपने लिए ग्रास निकाल कर हजम कर रहे है। सरकारी नियमानुसार चारे को खरीदने का मूल्य निर्धारित किया गया है। गवारती (ग्वार का चारा) के लिए 7.50 रूपये प्रति किलो और चने का चारा के लिए 5 रूपये प्रति किलो का मूल्य निर्धारित है। सूत्रों के अनुसार ठेकेदार इनको चारा वितरण के स्थान तक निर्धारित मूल्य से 1 रुपया कम में पहुचाता है लेकिन कर्मचारियों का पेट इस 1 रूपये प्रतिकिलों से भी नही भरता। कागजो में अधिक मूल्य का चारा बता कर कम मूल्य के चारे की किस्म पशु शिविरों तक पंहुचा रहे है ।![]() |
ज़िला कलेक्टर (आ.प्र. एवम् सहायता)बाड़मेर की रसीद |
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गवारती और चने का मिश्रित चारा |
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खाली होती उक्त गाड़ी |
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