सर्दी से बचाव के लिए ऊनी वस्त्रों का सहारा, ग्रामीण क्षेत्रों में जलने लगे अलाव
बालोतरा। शहर सहित पूरे उपखंड क्षेत्र में सर्दी जोर पकडऩे लगी है और शनिवार को दिनभर शीतलहर चलने से ठंड काफी बढ़ गई है। रात का तापमान लगातार गिर रहा है। इससे लोगों ने अब रजाइयां भी निकाल ली हैं। दिन में अभी धूप सुहानी लगने लगी है। ग्रामीण अंचल में तो अलाव भी जलने शुरू हो गए हैं। ग्रामीण देर रात तक चौपालों पर अलाव जलाकर सर्दी से बचाव के जतन कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि दिसंबर तक हर बार सर्दी अपना असर दिखाती है, लेकिन इस बार हर बार की तरह इतनी सर्दी का असर नहीं दिखा। हालांकि पिछले दो-तीनों से सर्दी का असर एकाएक बढ़ गया है। लोगों ने इससे बचाव के लिए ऊनी कपड़ों का सहाना लेना शुरू कर दिया है। रविवार को सुबह के समय घूमने वाले लोग एवं स्कूली बच्चे भी ऊनी कपड़ों में नजर आए। इतना ही नहीं तापमान गिरने के कारण टंकियों का पानी भी ठंडा होने लगा है।
तापमान में गिरावट आने के कारण सुबह के समय शहर में हल्का कोहरा भी छाया रहा। साथ ही सुबह के समय लोग अब गुनगुनी धूप का लुत्फ उठाते दिखे। अलसुबह से धूप खिलने शाम ढलते ही सर्दी का असर बढ़ जाता है। ऐसे में लोग ऊनी वस्त्रों पहनकर सर्दी से बचाव कर रहे हैं। इसके चलते बाजार में कपड़ों की दुकानों पर ऊनी वस्त्रों की डिमांड बढ़ गई है। अभी भी कई लोग घरों में ऊन से बनाए जाने वाले स्वेटर आदि को प्राथमिकता दे रहे हैं। वहीं ग्रामीण इलाकों में सर्दीका असर बढऩे से लोग अलाव का सहारा लेने लगे हैं। खासकर ग्रामीण अंचल में रात्रि को लगने वाली चौपालों पर अलाव जलाकर लोग देर रात सर्दी के बचाव का जतन कर रहे हैं। अब मॉर्निंग वाक पर भी पड़ रहा है।
बालोतरा। शहर सहित पूरे उपखंड क्षेत्र में सर्दी जोर पकडऩे लगी है और शनिवार को दिनभर शीतलहर चलने से ठंड काफी बढ़ गई है। रात का तापमान लगातार गिर रहा है। इससे लोगों ने अब रजाइयां भी निकाल ली हैं। दिन में अभी धूप सुहानी लगने लगी है। ग्रामीण अंचल में तो अलाव भी जलने शुरू हो गए हैं। ग्रामीण देर रात तक चौपालों पर अलाव जलाकर सर्दी से बचाव के जतन कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि दिसंबर तक हर बार सर्दी अपना असर दिखाती है, लेकिन इस बार हर बार की तरह इतनी सर्दी का असर नहीं दिखा। हालांकि पिछले दो-तीनों से सर्दी का असर एकाएक बढ़ गया है। लोगों ने इससे बचाव के लिए ऊनी कपड़ों का सहाना लेना शुरू कर दिया है। रविवार को सुबह के समय घूमने वाले लोग एवं स्कूली बच्चे भी ऊनी कपड़ों में नजर आए। इतना ही नहीं तापमान गिरने के कारण टंकियों का पानी भी ठंडा होने लगा है।
तापमान में गिरावट आने के कारण सुबह के समय शहर में हल्का कोहरा भी छाया रहा। साथ ही सुबह के समय लोग अब गुनगुनी धूप का लुत्फ उठाते दिखे। अलसुबह से धूप खिलने शाम ढलते ही सर्दी का असर बढ़ जाता है। ऐसे में लोग ऊनी वस्त्रों पहनकर सर्दी से बचाव कर रहे हैं। इसके चलते बाजार में कपड़ों की दुकानों पर ऊनी वस्त्रों की डिमांड बढ़ गई है। अभी भी कई लोग घरों में ऊन से बनाए जाने वाले स्वेटर आदि को प्राथमिकता दे रहे हैं। वहीं ग्रामीण इलाकों में सर्दीका असर बढऩे से लोग अलाव का सहारा लेने लगे हैं। खासकर ग्रामीण अंचल में रात्रि को लगने वाली चौपालों पर अलाव जलाकर लोग देर रात सर्दी के बचाव का जतन कर रहे हैं। अब मॉर्निंग वाक पर भी पड़ रहा है।
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