महानिरिक्षक ने जमीन देने के लिए भेजा पत्र,आयुक्त ने कहा देंगे जमीन
भगाराम पंवार
बालोतरा। जी हा बालोतरा के उपकारागृह को अब जल्द भीड़भाड़ से दूर बसाने की तैयारियों तेज हो गई है। शहर के आबादी क्षेत्र में अदालत परिसर के अंदर स्थित उप कारागृह को नई जगह बदलने की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है और कवायद भी तेज हो गई है। बालोतरा में जब से उप कारागृह की स्थापना हुई है तब से लेकर अब तक इसी जेल में कैदियों को रखा जा रहा है और ये अब जर्जर हालत में है। इस जेल में कई वारदातें भी हो चुकी है जिसमें कई कैदी फरार हो चुके है। उपखंड क्षेत्र की एकमात्र जेल में बंदियों को तय क्षमता से ज्यादा रखा जा रहा है उसमें जेल प्रहरियों को भी कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन अब नगर परिषद चाहे तो नए कारागृह के लिए जल्द भूमि आवंटन करें तो ये आस भी जल्द पूरी हो सकती है। अगर नए कारागृह के रास्ता साफ हो जाता है तो पुलिस प्रशासन के लिए ये राहत की खबर होगी।
महानिरिक्षक ने भेजा पत्र,कहा जमीन उपलब्ध करवाएं
महानिदेशालय कारागार जयपुर के महानिरिक्षक सचिन मित्तल ने जिला कलेक्टर को भेजे पत्र संख्या 54509 में बताया कि राजस्थान सरकार के बजट वर्ष 2014-15 के बिंदु संख्या 203 में घनी आबादी में स्थित कारागृहों को स्थानांतरण किया जाना प्रस्तावित है उसमें बालोतरा का उप कारागृह भी शामिल है। जिला कलेक्टर ने उस पत्र को तुरंत प्रभाव से उपखंड अधिकारी बालोतरा व आयुक्त नगर परिषद को कार्यवाहीं के लिए भिजवा दिया है।
जमीन आवंटन की प्रक्रिया जल्द करेंगे
नगर परिषद आयुक्त शिवपालसिंह राजपुरोहित ने हमें बताया कि पत्र मिला है हम उस पत्र के माध्यम से उचित जमीन देने की पूरी कोशिश करेंगे। राजपुरोहित ने बताया कि अभी खाली जमीन सिवाना सर्किल व जेरला में है हम कोशिश करेंगे कि कारागृह के लिए अच्छी और सुरक्षित जमीन दी जाए जिसके लिए हम तत्पर है।
कैदियों की क्षमता ज्यादा है
हमने इस बारे में जेल प्रभारी नरेश शुक्ला से बात की तो उन्होंने बताया कि अभी जेल की क्षमता 50 कैदियों की है लेकिन अभी 80 कैदी उसमें भरे है ये हमारे लिए बहुत बड़ी रिस्क है उन्हे संभालने व उनकी सुरक्षा हमारे लिए पहली प्राथमिकता है लेकिन कभी-कभी ये आंकड़ा 100 के पार भी चला जाता है अगर नई जमीन के लिए पत्र आया है तो ये अच्छी बात है।
भगाराम पंवार
बालोतरा। जी हा बालोतरा के उपकारागृह को अब जल्द भीड़भाड़ से दूर बसाने की तैयारियों तेज हो गई है। शहर के आबादी क्षेत्र में अदालत परिसर के अंदर स्थित उप कारागृह को नई जगह बदलने की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है और कवायद भी तेज हो गई है। बालोतरा में जब से उप कारागृह की स्थापना हुई है तब से लेकर अब तक इसी जेल में कैदियों को रखा जा रहा है और ये अब जर्जर हालत में है। इस जेल में कई वारदातें भी हो चुकी है जिसमें कई कैदी फरार हो चुके है। उपखंड क्षेत्र की एकमात्र जेल में बंदियों को तय क्षमता से ज्यादा रखा जा रहा है उसमें जेल प्रहरियों को भी कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन अब नगर परिषद चाहे तो नए कारागृह के लिए जल्द भूमि आवंटन करें तो ये आस भी जल्द पूरी हो सकती है। अगर नए कारागृह के रास्ता साफ हो जाता है तो पुलिस प्रशासन के लिए ये राहत की खबर होगी।
महानिरिक्षक ने भेजा पत्र,कहा जमीन उपलब्ध करवाएं
महानिदेशालय कारागार जयपुर के महानिरिक्षक सचिन मित्तल ने जिला कलेक्टर को भेजे पत्र संख्या 54509 में बताया कि राजस्थान सरकार के बजट वर्ष 2014-15 के बिंदु संख्या 203 में घनी आबादी में स्थित कारागृहों को स्थानांतरण किया जाना प्रस्तावित है उसमें बालोतरा का उप कारागृह भी शामिल है। जिला कलेक्टर ने उस पत्र को तुरंत प्रभाव से उपखंड अधिकारी बालोतरा व आयुक्त नगर परिषद को कार्यवाहीं के लिए भिजवा दिया है।
जमीन आवंटन की प्रक्रिया जल्द करेंगे
नगर परिषद आयुक्त शिवपालसिंह राजपुरोहित ने हमें बताया कि पत्र मिला है हम उस पत्र के माध्यम से उचित जमीन देने की पूरी कोशिश करेंगे। राजपुरोहित ने बताया कि अभी खाली जमीन सिवाना सर्किल व जेरला में है हम कोशिश करेंगे कि कारागृह के लिए अच्छी और सुरक्षित जमीन दी जाए जिसके लिए हम तत्पर है।
कैदियों की क्षमता ज्यादा है
हमने इस बारे में जेल प्रभारी नरेश शुक्ला से बात की तो उन्होंने बताया कि अभी जेल की क्षमता 50 कैदियों की है लेकिन अभी 80 कैदी उसमें भरे है ये हमारे लिए बहुत बड़ी रिस्क है उन्हे संभालने व उनकी सुरक्षा हमारे लिए पहली प्राथमिकता है लेकिन कभी-कभी ये आंकड़ा 100 के पार भी चला जाता है अगर नई जमीन के लिए पत्र आया है तो ये अच्छी बात है।
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