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Sunday, July 2, 2017

बाड़ ही खा रही खेत को,

बारिश की आड़ में एचारटीएस प्लांटों में भरा रासायनिक प्रदूषित पानी छोड़ा लूणी नदी में,


बाड़ ही खा रही खेत को,
वाटर पॉल्युशन कंट्रोल ट्रस्ट खुद उड़ा रहा एनजीटी के आदेशो की धज्जियां ।
बालोतरा
बालोतरा उपखंड की लाइफ लाइन कही जाने वाली लूणी नदी को बर्बाद करने के लिए टेक्सटाइल उद्यमी व् वाटर पॉल्युशन कंट्रोल ट्रस्ट कोई कसर नहीं छोड रहा है। बालोतरा में आज से करीब 40 वर्षो पूर्व शुरू हुए टेक्सटाइल उद्योग से निकलने वाले घातक रासायनिक प्रदुषण के जहर को पीते पीते मरूगंगा की उपजाऊ कोख जहर के समान हो गयी है। आज भी लगातार वाटर पॉल्युशन कंट्रोल ट्रस्ट खुद लूणी नदी में किसी न किसी बहाने से लूणी नदी में रासायनिक प्रदूषित पानी डालकर एनजीटी को बालोतरा के उद्योग के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने के उकसा रहा है। बीते दो तीन दिनों से हो रही बारिश के आड़ में बिठूजा में लूणी नदी की ही गैर मुमकिन भूमि में भरे रासायनिक प्रदूषित पानी को लूणी नदी में डाल दिया गया है। लूणी नदी में बहकर रासायनिक प्रदूषित पानी वेग के साथ तिलवाड़ा गांव से आगे तक पहुच गया है। रासायनिक प्रदूषित पानी लूणी नदी के किनारे पर स्तिथ खेतो को बंजर करता हुआ सिणधरी तक पहुच गया है। प्रदुषण नियंत्रण मंडल व् जिले कलेक्टर को इसकी जानकारी दी जा चुकी है पर किसानो की सुनवाई कौन करे?
तिलवाड़ा रपट के निचे से बह रहा पानी-
अभी लूणी नदी में किसी प्रकार के बरसाती पानी की आवक नहीं हुई पर पर फिर भी तिलवाड़ा गांव में आज शाम तक सड़क के निचे से बड़े वेग से कला बदबूदार, रासायनिक प्रदूषित पानी बह रहा था। इस प्रदूषित पानी की लूणी नदी में आवक को एक जिम्मेदार सरकारी नुमाइंदे ने खुद रेकॉर्ड किया है जिस कारननदी में बह रहे पानी के वीडियो को झूठ नहीं कहा जा सकता है। आज नदी में बिन पानी आवक के भी पानी बह रहा है सवाल उठना लाजमी है कि आखिर काला व् बदबूदार पानी कहा से आ रहा है?
बिठूजा एचारटीएस से लूणी नदी में डाला रासायनिक प्रदूषित पानी-
बिठूजा में ट्रस्ट द्वारा संचालित एचारटीएस प्लांट से बारिश की आड़ में रात्रि में रासायनिक प्रदूषित पानी लूणी नदी में छोड़ दिया गया है। ट्रस्ट पदाधिकारियो की सहमति से ही ठेकेदार द्वारा लूणी नदी में रासायनिक प्रदूषित पानी छोड़कर अपने पेरो पर खुद कुल्हाड़ी मारी जा रही है। तिलवाड़ा गांव में लूणी नदी में बह रहे पानी से लाल रंग के झाग बन रहे है जो साफ संकेत है कि लूणी नदी में बह रहा पानी रासायनिक है। अब सवाल है कि ये पानी लूणी नदी में बिठूजा, गांधीपुरा, रिको या जेरला किस इलाके से डाला जा रहा है?
बालोतरा एचारटीएस को फोड़कर डाला था लूणी नदी में पानी-
कुछ दिनों पहले बालोतरा वाटर पॉल्युशन कंट्रोल ट्रस्ट ने लूणी नदी के किनारे अवैध रूप से बनाये गए रासायनिक प्रदूषित पानी के 300 बीघा के तालाब को लूणी नदी में खाली कर दिया गया। इसकी लिखित में शिकायत देने के बावजूद भी बलोतरा में नियुक्त भ्रष्ट प्रदुषण नियंत्रण मंडल ने ट्रस्ट के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की है।
इनका कहना है-
बारिश की आड़ में लूणी नदी में बिठूजा व् बालोतरा एचारटीएस प्लांट से प्रदूषित पानी डाले जाने की शिकायत लिखित में की है पर प्रदुषण नियंत्रण मंदल के भ्रष्ट अधिकारी कोई कार्यवाही नहीं कर रहे है, अब किसान आंदोलन पर उतरेंगे।
तुलसाराम चोधरी, अध्यक्ष प्रदुषण निवारण एवम् पर्यावरण संरक्षण समिति बालोतरा।

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