मोतीसरा मे बाढ की स्थिति बरकरार
मोतीसरा(समदड़ी)
जालोर जिले की ओर से आया बाढ का पानी मोतीसरा वासीयो के लिए आफत बन गया है पिछले छ दिनो से गाव का सङक सम्पर्क उपखण्ड और जिला मुख्यालय से कटा हुआ है। रविवार को बाढ का जलस्तर और बढने से ग्रामीण डरे हुए है।लोग दिनभर बाढ की स्थिति देखते रहे। हालाकि लबालब भरा तालाब अबतक सुरक्षित है।मोतीसरा-मोकलसर सम्पर्क सङक और मोतीसरा-राखी मार्ग पर चार से पाच फीट तक पानी बह रहा है। यातायात पूर्णतया
ठप्प होने से रसोई गैस ईधन की कील्लत बनी हुई है। बाढ से गिरे मोतीसरा के आमजन के साथ मवेशी भी बेहाल है निरन्तर पानी व गीली जगह पर रहने से पशु बीमार हो रहे है।
बाढ बचाव धोरा व पूल बनाने की माग-
मोतीसरा सरपंच गिरधारीलाल सोलंकी, पूर्व पंचायत समिति सदस्य हेमाराम मेघवाल, समाजसेवी सावलराम बामणिया, पोलाराम चौधरी समेत ग्रामीणो ने जिला प्रशासन से बाढ बचाव हेतू पक्का पिचिग व मोतीसरा से जूना मोतीसरा तक पूल बनाने की माग की है।
मोतीसरा(समदड़ी)
जालोर जिले की ओर से आया बाढ का पानी मोतीसरा वासीयो के लिए आफत बन गया है पिछले छ दिनो से गाव का सङक सम्पर्क उपखण्ड और जिला मुख्यालय से कटा हुआ है। रविवार को बाढ का जलस्तर और बढने से ग्रामीण डरे हुए है।लोग दिनभर बाढ की स्थिति देखते रहे। हालाकि लबालब भरा तालाब अबतक सुरक्षित है।मोतीसरा-मोकलसर सम्पर्क सङक और मोतीसरा-राखी मार्ग पर चार से पाच फीट तक पानी बह रहा है। यातायात पूर्णतया
ठप्प होने से रसोई गैस ईधन की कील्लत बनी हुई है। बाढ से गिरे मोतीसरा के आमजन के साथ मवेशी भी बेहाल है निरन्तर पानी व गीली जगह पर रहने से पशु बीमार हो रहे है।
बाढ बचाव धोरा व पूल बनाने की माग-
मोतीसरा सरपंच गिरधारीलाल सोलंकी, पूर्व पंचायत समिति सदस्य हेमाराम मेघवाल, समाजसेवी सावलराम बामणिया, पोलाराम चौधरी समेत ग्रामीणो ने जिला प्रशासन से बाढ बचाव हेतू पक्का पिचिग व मोतीसरा से जूना मोतीसरा तक पूल बनाने की माग की है।
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