समदड़ी
निकटवर्ती सिलोर गांव के समीप से गुजरने वाली लूणी नदी में पिछले चार दिनों से कुछ गाये फसी हुई है। सिलोर के पास में लूणी नदी में एक टापू बन गया है। नदी में पानी की आवक होने से उस स्थान पर मौजूद गाये बाहर नहीं निकल पाई । बाद में टापू के दोनों और नदी में तेज बहाव होने से गाये फस गयी है। समाजसेवी साहित्यकार राजेंद्र सिंह मान ने बताया कि गायों को नदी से बाहर नहीं निकाला गया तो वे भूख से मर जायेगी। मान ने गौ रक्षा दलो व् प्रसाशन से नदी में फसी गायो को बचाने की मांग की है।
निकटवर्ती सिलोर गांव के समीप से गुजरने वाली लूणी नदी में पिछले चार दिनों से कुछ गाये फसी हुई है। सिलोर के पास में लूणी नदी में एक टापू बन गया है। नदी में पानी की आवक होने से उस स्थान पर मौजूद गाये बाहर नहीं निकल पाई । बाद में टापू के दोनों और नदी में तेज बहाव होने से गाये फस गयी है। समाजसेवी साहित्यकार राजेंद्र सिंह मान ने बताया कि गायों को नदी से बाहर नहीं निकाला गया तो वे भूख से मर जायेगी। मान ने गौ रक्षा दलो व् प्रसाशन से नदी में फसी गायो को बचाने की मांग की है।
posted from Bloggeroid
No comments:
Post a Comment