*सरकार रिफाइनरी स्थल पर नमक खदान प्रभावितों को उचित मुआवजे की घोषणा कर विस्थापित करे : हुकम सिंह अजीत।*
बालोतरा
पचपदरा में रिफाइनरी शिलान्यास के उपरांत भी चार वर्ष का समय जाया करने के पश्चात निर्माण कार्य प्रारम्भ हुआ है, क्षैत्र को राजस्व नुकसान पहुचाने में और बेरोजगार युवाओं के सुनहरे भविष्य निर्माण में सरकार ने अड़ंगे डालने में कोई कसर नही छोड़ी, ख़ैर देर आए दुरस्त लेकिन यहाँ पर प्रभावित हो रही नमक खदानों और उनसे जुड़े उत्पादकों को विस्थापित करने के नए प्रावधान में सरकार की अभी भी कोई मंशा नजर नही आ रही है, जो कि स्थानीय माननीय विधायक (राजस्व मन्त्री) की निष्क्रियता का ही नतीजा है। अतः सरकार ऐतिहासिक धरोवर नमक खदानों के सरंक्षण के लिए प्रभावित परिवारों को उचित मुहावजा की घोषणा कर उन्हें विस्थापित कर राजधर्म निभाए यह बात कांग्रेस सेवादल प्रदेश संगठन मंत्री युवा नेता हुकम सिंह अजीत ने प्रेस नोट जारी करते हुए कही।
साथ ही अजीत ने कहा कि वर्तमान सत्तारूढ़ भाजपा राज में चुनिंदे व्यवसायियों द्वारा प्रशासनिक सहयोग से फैक्ट्रियों और धुपाई केंद्रों का केमिकल युक्त दूषित पानी का प्रवाह लूणी नदी में किया जा रहा, जो की किसान वर्ग के लिए गंभीर चिंता का विषय है और आमजन के स्वास्थ्य से खिलवाड़ हो रही है, वो अलग, अतः प्रशासन जनहित में निगरानी कमेटी गठित कर लूणी नदी में फैक्ट्रियों के केमिकल युक्त दूषित जलप्रवाह पर तुरन्त रोक लगाए।
अतिवृष्टि में हुए फसलों के खराबे के उपरांत भी गिरदावरी में नुकसान ना दिखाना किसान भाइयों के साथ सरासर अन्याय है तथा सरकार किसानों को राहत प्रदान करने के लिए अविलम्ब ऋण माफी की घोषणा कर राहत पहुँचाए।
लूणी नदी के तटीय क्षैत्र में रबी की बुवाई किसान भाइयों ने प्रारम्भ कर दी है, लेकिन बिजली कटौती के यही हाल रहे तो मुश्किलें खड़ी हो सकती है, राज्य सरकार अविलम्ब सिंचित क्षैत्र में बिजली कटौती बन्द कर समय सीमा बढ़ाए।
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