खेड़ में एचारटीएस प्लांट निर्माण का विरोध, ग्रामीणों ने कहा-नहीं फैलने देंगे प्रदुषण
बालोतरा
ग्राम पंचायत खेड़ ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर खेड़ के निकट बालोतरा वाटर पॉल्युशन कंट्रोल ट्रस्ट द्वारा बनाये जा रहव एचारटीएस प्लांट निर्माण का विरोध जताया है। ज्ञापन में ग्रामीणों में बताया कि ट्रस्ट द्वारा गुपचुप रूप से पाइप लाइन बिछाकर बालोतरा एचारटीएस प्लांट में भरा प्रदूषित पानी खेड़ में नया एचारटीएस प्लांट बनाकर छोड़ना चाहते है। खेड़ में पहले से रासायनिक प्रदुषण के हालात विकट है। ग्रामीणों ने पाइप लाइन बिछाने का काम बंद करने की भी मांग की। जिस पर उपखंड अधिकारी पीएल जाट ने बालोतरा वाटर पॉल्युशन कंट्रोल ट्रस्ट के पदधिकारियो को एचारटीएस प्लांट की चहारदीवारी नहीं बनने तक पाइप लाइन का काम बंद करने के निर्देश दिए है। साथ प्रस्तावित एचारटीएस का धरातल फर्श भी पक्का बनाने की सख्त हिदायत दी है। वही ग्रामीणों की मांग को प्रदुषण निवारण एवम् पर्यावरण संरक्षण समिति ने भी समर्थन दिया है।
लूणी नदी के बाद अब जोजरी नदी पर उद्यमियो की नजर-
बालोतरा में संचालित टेक्सटाइल इकाइयों से लूणी नदी में डाले जाने वाले रासायनिक प्रदुषण से बर्बाद हुई मरूगंगा लूणी नदी के हालातो को लेकर एनजीटी की फटकार के बाद वाटर पॉल्युशन कंट्रोल ट्रस्ट की नजर अब खेड़ गांव के पास से गुजरने वाली जोजरी नदी पर है । अभी ट्रस्ट द्वारा जहा एचारटीएस प्लांट खेड़ में बनाया जा रहा है उस स्थान से जोजरी नदी एन किनारे पर है ऐसे में वाटर पॉल्युशन कंट्रोल ट्रस्ट की मंशा पर सवाल उठना लाजमी है। जोजरी नदी भी भिमारलाइ गांव के पहले लूणी नदी में मिल जाती है।
नहीं है अनुमति-
पुख्ता सूत्रो के अनुसार खेड़ के समीप जिस स्थान पर वाटर पॉल्युशन कंट्रोल ट्रस्ट एचारटीएस प्लांट लगाना चाहता है उस स्थान के लिए अभी प्रदुषण नियंत्रण मंडल ने अनुमति नहीं दी है।
इनका कहना है-
1 खेड़ गांव के समीप पूर्व में ही स्लज निस्तारण केंद्र संचालित हो रहा है जिसके कारण रासायनिक प्रदुषण से ग्रामीणों का जीना मुहाल है । अब खेड़ में दूसरा एचारटीएस प्लांट निर्मित होने से प्रदुषण बेलगाम हो जायेगा जिसका हम विरोध कर रहे है।
पृथ्वीराज भाट, पूर्व सरपंच।
2 खेड़ सहित आस पास के इलाको में पहले से ही बालोतरा की टेक्सटाइल इकाइयों से निकलने वाले रासायनिक पानी खेतो में भरा है जिससे किसान परेशान है। सरकार से आग्रह है कि जनहित में खेड़ में एचारटीएस प्लांट लगाने की अनुमति वाटर पोलुशन कंट्रोल ट्रस्ट को नहीं दी जाये।
कानाराम साईं, निवासी तिलवाड़ा।
बालोतरा
ग्राम पंचायत खेड़ ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर खेड़ के निकट बालोतरा वाटर पॉल्युशन कंट्रोल ट्रस्ट द्वारा बनाये जा रहव एचारटीएस प्लांट निर्माण का विरोध जताया है। ज्ञापन में ग्रामीणों में बताया कि ट्रस्ट द्वारा गुपचुप रूप से पाइप लाइन बिछाकर बालोतरा एचारटीएस प्लांट में भरा प्रदूषित पानी खेड़ में नया एचारटीएस प्लांट बनाकर छोड़ना चाहते है। खेड़ में पहले से रासायनिक प्रदुषण के हालात विकट है। ग्रामीणों ने पाइप लाइन बिछाने का काम बंद करने की भी मांग की। जिस पर उपखंड अधिकारी पीएल जाट ने बालोतरा वाटर पॉल्युशन कंट्रोल ट्रस्ट के पदधिकारियो को एचारटीएस प्लांट की चहारदीवारी नहीं बनने तक पाइप लाइन का काम बंद करने के निर्देश दिए है। साथ प्रस्तावित एचारटीएस का धरातल फर्श भी पक्का बनाने की सख्त हिदायत दी है। वही ग्रामीणों की मांग को प्रदुषण निवारण एवम् पर्यावरण संरक्षण समिति ने भी समर्थन दिया है।
लूणी नदी के बाद अब जोजरी नदी पर उद्यमियो की नजर-
बालोतरा में संचालित टेक्सटाइल इकाइयों से लूणी नदी में डाले जाने वाले रासायनिक प्रदुषण से बर्बाद हुई मरूगंगा लूणी नदी के हालातो को लेकर एनजीटी की फटकार के बाद वाटर पॉल्युशन कंट्रोल ट्रस्ट की नजर अब खेड़ गांव के पास से गुजरने वाली जोजरी नदी पर है । अभी ट्रस्ट द्वारा जहा एचारटीएस प्लांट खेड़ में बनाया जा रहा है उस स्थान से जोजरी नदी एन किनारे पर है ऐसे में वाटर पॉल्युशन कंट्रोल ट्रस्ट की मंशा पर सवाल उठना लाजमी है। जोजरी नदी भी भिमारलाइ गांव के पहले लूणी नदी में मिल जाती है।
नहीं है अनुमति-
पुख्ता सूत्रो के अनुसार खेड़ के समीप जिस स्थान पर वाटर पॉल्युशन कंट्रोल ट्रस्ट एचारटीएस प्लांट लगाना चाहता है उस स्थान के लिए अभी प्रदुषण नियंत्रण मंडल ने अनुमति नहीं दी है।
इनका कहना है-
1 खेड़ गांव के समीप पूर्व में ही स्लज निस्तारण केंद्र संचालित हो रहा है जिसके कारण रासायनिक प्रदुषण से ग्रामीणों का जीना मुहाल है । अब खेड़ में दूसरा एचारटीएस प्लांट निर्मित होने से प्रदुषण बेलगाम हो जायेगा जिसका हम विरोध कर रहे है।
पृथ्वीराज भाट, पूर्व सरपंच।
2 खेड़ सहित आस पास के इलाको में पहले से ही बालोतरा की टेक्सटाइल इकाइयों से निकलने वाले रासायनिक पानी खेतो में भरा है जिससे किसान परेशान है। सरकार से आग्रह है कि जनहित में खेड़ में एचारटीएस प्लांट लगाने की अनुमति वाटर पोलुशन कंट्रोल ट्रस्ट को नहीं दी जाये।
कानाराम साईं, निवासी तिलवाड़ा।
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