रासायनिक प्रदुषण से उत्पन्न लोक बाधा के परिवाद में पुलिस जांच शुरू
बालोतरा
सरपंच संघ व् प्रदुषण निवारण एवम् पर्यावरण संरक्षण समिति द्वारा उपखंड अधिकारी के समक्ष रासायनिक प्रदुषण से उत्पन्न हुई लोक बाधा के निस्तारण के लिए धारा 133 में दायर वाद में उपखंड अधिकारी ने परिवाद बालोतरा पुलिस को जांच के लिए भेजा है। पुलिस ने परिवाद दायर कर मामले की जांच शुरू की है। मामले के जांच अधिकारी उपनिरीक्षक शैतान सिंह ने आज समिति पदाधिकारियो सहित बिठूजा, गांधीपुरा, बालोतरा, जेरला, भेरजी की वाड़ी इलाको सहित लूणी नदी में रासायनिक प्रदुषण के हालातो का जायजा लिया और मोका स्तिथी देखी। समिति अध्यक्ष तुलसाराम चोधरी ने बताया कि बिठूजा में जांच के दौरान लूणी नदी की गैर मुमकिन खसरा नम्बर 84 की जमीन में रासायनिक प्रदूषित पानी से भरा तालाब मिला । साथ ही बिठूजा एचारटीएस प्लांट से लूणी नदी में रासायनिक प्रदूषित पानी जाता मिला। गांधीपुरा में आबादी में संचालित धुपाई इकाइयों के पीछे भी लूणी नदी में प्रदूषित पानी के तालाब भरे मिले।बिठूजा से पुलिस भेरजी की वाड़ी क्षेत्र में पहुची जहा धुपाइ इकाइयों के पीछे लूणी नदी में बड़ी तादाद में रासायनिक प्रदूषित पानी भरा मिला। बाद में टीम बालोतरा में लूणी नदी के किनारे संचालित एचारटीएस प्लांट के पीछे पहुची यहा पर भी प्लांट के पिछवाड़े लूणी नदी में बड़ी तादाद में रासायनिक प्रदूषित पानी भरा मिला। साथ ही जांच दल ने खेड़,कलावा,तिलवाड़ा सरहद में खेतो में भरे रासायनिक प्रदुषण का जायजा लिया। जेरला गांव में नगर परिषद् के सीवरेज ट्रीटमेन्ट प्लांट से सीधे छोड़े जा रहे दूषित पानी से भरे खेतो का भी जायजा लिया गया। समिति व् सरपंच संघ ने वाटर पॉल्युशन कंट्रोल ट्रस्ट अध्यक्ष रूपचंद, उपाध्यक्ष भोमाराम, ठेकेदार रमेश माली,प्लांट इंजीनियर सहित नगर परिषद् आयुक्त व् प्रदुषण नियंत्रण के अधिकारियो के खिलाफ रासायनिक प्रदुषण की रोकथाम में असफल रहने पर धारा 133 में वाद दायर करवाया है।
जांच के दौरान समिति उपाध्यक्ष पृथ्वीराज भाट खेड़,कानाराम साईं तिलवाड़ा सहित समिति सदस्य भी मौजूद रहे।
बालोतरा
सरपंच संघ व् प्रदुषण निवारण एवम् पर्यावरण संरक्षण समिति द्वारा उपखंड अधिकारी के समक्ष रासायनिक प्रदुषण से उत्पन्न हुई लोक बाधा के निस्तारण के लिए धारा 133 में दायर वाद में उपखंड अधिकारी ने परिवाद बालोतरा पुलिस को जांच के लिए भेजा है। पुलिस ने परिवाद दायर कर मामले की जांच शुरू की है। मामले के जांच अधिकारी उपनिरीक्षक शैतान सिंह ने आज समिति पदाधिकारियो सहित बिठूजा, गांधीपुरा, बालोतरा, जेरला, भेरजी की वाड़ी इलाको सहित लूणी नदी में रासायनिक प्रदुषण के हालातो का जायजा लिया और मोका स्तिथी देखी। समिति अध्यक्ष तुलसाराम चोधरी ने बताया कि बिठूजा में जांच के दौरान लूणी नदी की गैर मुमकिन खसरा नम्बर 84 की जमीन में रासायनिक प्रदूषित पानी से भरा तालाब मिला । साथ ही बिठूजा एचारटीएस प्लांट से लूणी नदी में रासायनिक प्रदूषित पानी जाता मिला। गांधीपुरा में आबादी में संचालित धुपाई इकाइयों के पीछे भी लूणी नदी में प्रदूषित पानी के तालाब भरे मिले।बिठूजा से पुलिस भेरजी की वाड़ी क्षेत्र में पहुची जहा धुपाइ इकाइयों के पीछे लूणी नदी में बड़ी तादाद में रासायनिक प्रदूषित पानी भरा मिला। बाद में टीम बालोतरा में लूणी नदी के किनारे संचालित एचारटीएस प्लांट के पीछे पहुची यहा पर भी प्लांट के पिछवाड़े लूणी नदी में बड़ी तादाद में रासायनिक प्रदूषित पानी भरा मिला। साथ ही जांच दल ने खेड़,कलावा,तिलवाड़ा सरहद में खेतो में भरे रासायनिक प्रदुषण का जायजा लिया। जेरला गांव में नगर परिषद् के सीवरेज ट्रीटमेन्ट प्लांट से सीधे छोड़े जा रहे दूषित पानी से भरे खेतो का भी जायजा लिया गया। समिति व् सरपंच संघ ने वाटर पॉल्युशन कंट्रोल ट्रस्ट अध्यक्ष रूपचंद, उपाध्यक्ष भोमाराम, ठेकेदार रमेश माली,प्लांट इंजीनियर सहित नगर परिषद् आयुक्त व् प्रदुषण नियंत्रण के अधिकारियो के खिलाफ रासायनिक प्रदुषण की रोकथाम में असफल रहने पर धारा 133 में वाद दायर करवाया है।
जांच के दौरान समिति उपाध्यक्ष पृथ्वीराज भाट खेड़,कानाराम साईं तिलवाड़ा सहित समिति सदस्य भी मौजूद रहे।
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