बिठूजा एचारटीएस से डाला लूणी नदी में रासायनिक प्रदूषित पानी
बालोतरा
बिठूजा में लूणी नदी के किनारे स्तिथ एचारटीएस प्लांट में बड़ी तादाद में भरे रासायनिक प्रदूषित पानी को लूणी नदी में छोड़ दिए जाने से बिठूजा के किसानो में रौश व्याप्त है। ग्रामीणों ने केंद्रीय प्रदुषण नियंत्रण मंडल को ज्ञापन भेजकर लूणी नदी में रासायनिक प्रदूषित पानी डालने वाले टेक्सटाइल इकाइयों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही को मांग की है। मंगलसिंह देवड़ा, लालाराम प्रजापत, दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति अध्यक्ष हीराराम चोधरी, पूर्व जिला परिषद् सदस्य तगाराम मेगवाल, भेरूलाल नामा, पीराराम बारूपाल, धर्माराम, कुम्भाराम आदि ने प्रदुषण निवारण एवम् पर्यावरण संरक्षण समिति को प्लांट से लूणी नदी में रासायनिक प्रदूषित पानी डाले जाने को जानकारी दी। जिस पर समिति ने ग्रामीणों के साथ लूणी नदी का जायजा लिया। इस दौरान नदी में बड़ी तादाद में रासायनिक प्रदूषित पानी भरा मिला। साथ ही नदी के किनारे संचालित हो रही इकाइयों से सीधे ही नदी में प्रदूषित पानी डाला जाता मिला। ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि रासायनिक प्रदूषण की रोकथाम की जिम्मेवारी वाटर पॉल्युशन कंट्रोल ट्रस्ट पर है और ट्रस्ट खुद ही एचारटीएस प्लांट से लूणी नदी में रासायनिक प्रदूषित पानी डालकर एनजीटी के आदेशो की अवहेलना कर रहा है। किसानो ने केंद्रीय प्रदुषण नियंत्रण मंडल के चेयरमैन से बालोतरा के रसायनिक प्रदुषण से लूणी नदी को राहत दिलवाने की मांग करते हुए प्रदुषण की जांच के लिए विशेष दल गठन करने की मांग की है।
बालोतरा
बिठूजा में लूणी नदी के किनारे स्तिथ एचारटीएस प्लांट में बड़ी तादाद में भरे रासायनिक प्रदूषित पानी को लूणी नदी में छोड़ दिए जाने से बिठूजा के किसानो में रौश व्याप्त है। ग्रामीणों ने केंद्रीय प्रदुषण नियंत्रण मंडल को ज्ञापन भेजकर लूणी नदी में रासायनिक प्रदूषित पानी डालने वाले टेक्सटाइल इकाइयों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही को मांग की है। मंगलसिंह देवड़ा, लालाराम प्रजापत, दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति अध्यक्ष हीराराम चोधरी, पूर्व जिला परिषद् सदस्य तगाराम मेगवाल, भेरूलाल नामा, पीराराम बारूपाल, धर्माराम, कुम्भाराम आदि ने प्रदुषण निवारण एवम् पर्यावरण संरक्षण समिति को प्लांट से लूणी नदी में रासायनिक प्रदूषित पानी डाले जाने को जानकारी दी। जिस पर समिति ने ग्रामीणों के साथ लूणी नदी का जायजा लिया। इस दौरान नदी में बड़ी तादाद में रासायनिक प्रदूषित पानी भरा मिला। साथ ही नदी के किनारे संचालित हो रही इकाइयों से सीधे ही नदी में प्रदूषित पानी डाला जाता मिला। ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि रासायनिक प्रदूषण की रोकथाम की जिम्मेवारी वाटर पॉल्युशन कंट्रोल ट्रस्ट पर है और ट्रस्ट खुद ही एचारटीएस प्लांट से लूणी नदी में रासायनिक प्रदूषित पानी डालकर एनजीटी के आदेशो की अवहेलना कर रहा है। किसानो ने केंद्रीय प्रदुषण नियंत्रण मंडल के चेयरमैन से बालोतरा के रसायनिक प्रदुषण से लूणी नदी को राहत दिलवाने की मांग करते हुए प्रदुषण की जांच के लिए विशेष दल गठन करने की मांग की है।
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