नगर परिषद् में शुरू हुआ प्रेस बयानों का युद्ध
सभापति का मानसिक संतुलन ठीक नहीं-प्रतिपक्ष
बालोतरा
नगर परिषद् के प्रतिपक्ष नेता मदन चोपड़ा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि सभापति को इलाज लेने की जरुरत है।।उन्होंने बताया कि सभापति द्वारा जिले से संबंधित जो प्रेस नोट
जारी किया गया है, उससे ये लगता है कि सभापती रतन खत्री व् प्रेस नोट जारी कराने वाले कांग्रेसी नेता बोखला गये है। राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के मुख्या ही तय करेंगे कि बालोतरा जिला बनेगा या नहीं। बालोतरा का नाम सबसे ऊपर है या नहीं ये सत्ता पक्ष वाले ही तय करेंगे ना की विपक्ष या सभापति रतन खत्री । प्रतिपक्ष की और से जारी बयान में बताया गया कि
कांग्रेस के नेताओ का यह कहना कहा तक उचित है? सत्ता पक्ष वाले जिले की मांग कर रहे हैं ये ढोंग है या जिले की मांग करना गुनाह है। कांग्रेस के शाशन काल में कांग्रेसी जिले की मांग नहीं करते थे। फिर भारतीय जनता पार्टी के कार्य कर्ताओ द्वारा जिले की मांग करने पर विपक्ष के पेट में दर्द क्यों होता है। भाजपा की सरकार में अगर बालोतरा जिला बन रहा है तो कांग्रेस के नेताओ को अच्छा क्यों नहीं लग रहा है । कांग्रेस सरकर ने अगर काम नहीं किये तो क्या भाजपा भी हाथ पर हाथ रख कर बैठी रहे ? विकास कार्य नहीं करे यही विपक्ष की सोच है तो ये सोच जनता के हित के लिए गलत है। नेताओ का काम है जनता और क्षेत्र का कार्य करवाना ना की विपक्ष जैसे टांगअड़ाना और कार्य होने नहीं देना। नगर परिषद् के प्रतिपक्ष नेता मदन चोपड़ा ने बताया कि हम वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओ को ये सलाह देते है कि सभापति रतन खत्री का अच्छे मानशिक डॉक्टर को दिखा कर इनका इलाज करवाये ताकि परिषद मैं और सड़कों पर अभद्र व्यव्हार नहीं करे।
सभापति का मानसिक संतुलन ठीक नहीं-प्रतिपक्ष
बालोतरा
नगर परिषद् के प्रतिपक्ष नेता मदन चोपड़ा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि सभापति को इलाज लेने की जरुरत है।।उन्होंने बताया कि सभापति द्वारा जिले से संबंधित जो प्रेस नोट
जारी किया गया है, उससे ये लगता है कि सभापती रतन खत्री व् प्रेस नोट जारी कराने वाले कांग्रेसी नेता बोखला गये है। राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के मुख्या ही तय करेंगे कि बालोतरा जिला बनेगा या नहीं। बालोतरा का नाम सबसे ऊपर है या नहीं ये सत्ता पक्ष वाले ही तय करेंगे ना की विपक्ष या सभापति रतन खत्री । प्रतिपक्ष की और से जारी बयान में बताया गया कि
कांग्रेस के नेताओ का यह कहना कहा तक उचित है? सत्ता पक्ष वाले जिले की मांग कर रहे हैं ये ढोंग है या जिले की मांग करना गुनाह है। कांग्रेस के शाशन काल में कांग्रेसी जिले की मांग नहीं करते थे। फिर भारतीय जनता पार्टी के कार्य कर्ताओ द्वारा जिले की मांग करने पर विपक्ष के पेट में दर्द क्यों होता है। भाजपा की सरकार में अगर बालोतरा जिला बन रहा है तो कांग्रेस के नेताओ को अच्छा क्यों नहीं लग रहा है । कांग्रेस सरकर ने अगर काम नहीं किये तो क्या भाजपा भी हाथ पर हाथ रख कर बैठी रहे ? विकास कार्य नहीं करे यही विपक्ष की सोच है तो ये सोच जनता के हित के लिए गलत है। नेताओ का काम है जनता और क्षेत्र का कार्य करवाना ना की विपक्ष जैसे टांगअड़ाना और कार्य होने नहीं देना। नगर परिषद् के प्रतिपक्ष नेता मदन चोपड़ा ने बताया कि हम वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओ को ये सलाह देते है कि सभापति रतन खत्री का अच्छे मानशिक डॉक्टर को दिखा कर इनका इलाज करवाये ताकि परिषद मैं और सड़कों पर अभद्र व्यव्हार नहीं करे।
No comments:
Post a Comment