जिला परिवहन कार्यालय में एजंेटो का राज
बिना यातायात सलाहकारो के अधिकारी नही बनाते लाईसंेस
अन्य कार्योे के लिये भी एजेंटो के माध्यम से वसुलते हैं अधिक राषी
आम आदमी परेषान-दलालो की बल्ले बल्ले
बालोतरा।
बालोतरा का जिला परिवहन कार्यालय यातायात सलाहकारो का दरबार बना हुआ है। यहां पर आने वाले किसी भी आम आदमी का परिवहन के संबंधित कार्य बिना यातायात सलाहकारो को भेट दिये बिना नही होता है। यह कार्यालय परिवहन अधिकारियो की शह पर पूरी तरह से यातायात सलाहकारो के वष में है। यहां पर यातायात सलाहकार छोटे से कार्य से लेकर सभी प्रकार का कार्य करते है। कार्यालय में दिन भर यातायात सलाहकारो का जमावड़ा रहता है। आम आदमी यदि परिवहन कार्यलय में किसी कार्य के लिये सीधा अधिकारियो के पास पहुच जाता हैं तो कार्यालय में बैठने वाले यातायात निरिक्षक उनसे सीधे मुंह बात तक नही करते है। बालोतरा का जिला परिवहन कार्यालय यातायात सलाहकारो ओर दलालो का दरबार बना हुआ है।
यातायात सलाहकार अधिकारियो के कमीषन एजंेट
जिला परिवहन कार्यालय बालोतरा में नियुक्त अधिकारी सीधे आने वाले किसी भी आदमी का कोई भी कार्य नही करते है। अधिकारी किसी न किसी प्रकार का खामी निकालकर आदमी को परिवहन संबंधित कार्य करवाने के लिये एजंेट के माध्यम से आने का मजबुर कर देते है। एजंेट सरकारी शुल्क के अलावा अधिक शुल्क वसुलता है । दिन भर कमीषन का यह खेल चलता रहता है ओर बाद में शाम को एजेंट अपना कमीषन काटकर अधिकारी को उनका हिस्सा पहुचा देते है। कई बार आम आदमी इसकी षिकायत जिला परिवहन अधिकारी को करते है पर जिला परिवहना अधिकारी की सहमती से चलने वाले इस अवैध वसुली के खिलाफ कोई कार्रवाई नही की जाती है।
यातायात निरिक्षक राकेष विजयवर्गीय अड़ जाते है कि बिना लेन देन के नही होगा काम
जिला परिवहन अधिकारी कार्यालय में नियुक्त परिवहन निरिक्षक राकेष विजयवर्गीय की बहुत षिकायते है। वे परिवहन संबंधित काम लेकर उनके पास आने वाले आम आदमी वे अवैध वसुली किये बिना कोई काम नही करते है। सुविधा शुल्क नही देने पर वे बिना कारण ही आम आदमी को चक्कर कटवाते है। परेषांन होकर लोग सुविधा शुल्क देकर ही काम करवाने में भलाई समझते है।
हाईवे पर भी एंट्री के नाम पर भी वसुली
बालोतरा के परिवहन कार्यालय में नियुक्त परिवहन निरिक्षक मेगा हाईवे ओर नेषनल हाईवे से गुजरने वाले भारी वाहनो से एंट्री के नाम पर दो सो रूपयो की वसुली करते है। एंट्री वसुलने के लिय परिवहन अधिकारी अपने साथ निजी लोग रखते है जो वाहनो से एंट्री की वसुली करते है। पुर्व में यातायात निरिक्षक हनुमान गोदारा हाईवे पर एंट्री के नाम पर अवेध वसुली करते हुये मीडिया के केमरे में कैद हुये थे लेकिन जिला परिवहन अधिकारी ने मामले को निपटाते हुये केवल नोटिस देने की ओनचारिकता पुरी कर दी थी जिससे अधिकारियो की कार्यषैली पर भी सवाल उठ रहै है।
बिना यातायात सलाहकारो के अधिकारी नही बनाते लाईसंेस
अन्य कार्योे के लिये भी एजेंटो के माध्यम से वसुलते हैं अधिक राषी
आम आदमी परेषान-दलालो की बल्ले बल्ले
बालोतरा।
बालोतरा का जिला परिवहन कार्यालय यातायात सलाहकारो का दरबार बना हुआ है। यहां पर आने वाले किसी भी आम आदमी का परिवहन के संबंधित कार्य बिना यातायात सलाहकारो को भेट दिये बिना नही होता है। यह कार्यालय परिवहन अधिकारियो की शह पर पूरी तरह से यातायात सलाहकारो के वष में है। यहां पर यातायात सलाहकार छोटे से कार्य से लेकर सभी प्रकार का कार्य करते है। कार्यालय में दिन भर यातायात सलाहकारो का जमावड़ा रहता है। आम आदमी यदि परिवहन कार्यलय में किसी कार्य के लिये सीधा अधिकारियो के पास पहुच जाता हैं तो कार्यालय में बैठने वाले यातायात निरिक्षक उनसे सीधे मुंह बात तक नही करते है। बालोतरा का जिला परिवहन कार्यालय यातायात सलाहकारो ओर दलालो का दरबार बना हुआ है।
यातायात सलाहकार अधिकारियो के कमीषन एजंेट
जिला परिवहन कार्यालय बालोतरा में नियुक्त अधिकारी सीधे आने वाले किसी भी आदमी का कोई भी कार्य नही करते है। अधिकारी किसी न किसी प्रकार का खामी निकालकर आदमी को परिवहन संबंधित कार्य करवाने के लिये एजंेट के माध्यम से आने का मजबुर कर देते है। एजंेट सरकारी शुल्क के अलावा अधिक शुल्क वसुलता है । दिन भर कमीषन का यह खेल चलता रहता है ओर बाद में शाम को एजेंट अपना कमीषन काटकर अधिकारी को उनका हिस्सा पहुचा देते है। कई बार आम आदमी इसकी षिकायत जिला परिवहन अधिकारी को करते है पर जिला परिवहना अधिकारी की सहमती से चलने वाले इस अवैध वसुली के खिलाफ कोई कार्रवाई नही की जाती है।
यातायात निरिक्षक राकेष विजयवर्गीय अड़ जाते है कि बिना लेन देन के नही होगा काम
जिला परिवहन अधिकारी कार्यालय में नियुक्त परिवहन निरिक्षक राकेष विजयवर्गीय की बहुत षिकायते है। वे परिवहन संबंधित काम लेकर उनके पास आने वाले आम आदमी वे अवैध वसुली किये बिना कोई काम नही करते है। सुविधा शुल्क नही देने पर वे बिना कारण ही आम आदमी को चक्कर कटवाते है। परेषांन होकर लोग सुविधा शुल्क देकर ही काम करवाने में भलाई समझते है।
हाईवे पर भी एंट्री के नाम पर भी वसुली
बालोतरा के परिवहन कार्यालय में नियुक्त परिवहन निरिक्षक मेगा हाईवे ओर नेषनल हाईवे से गुजरने वाले भारी वाहनो से एंट्री के नाम पर दो सो रूपयो की वसुली करते है। एंट्री वसुलने के लिय परिवहन अधिकारी अपने साथ निजी लोग रखते है जो वाहनो से एंट्री की वसुली करते है। पुर्व में यातायात निरिक्षक हनुमान गोदारा हाईवे पर एंट्री के नाम पर अवेध वसुली करते हुये मीडिया के केमरे में कैद हुये थे लेकिन जिला परिवहन अधिकारी ने मामले को निपटाते हुये केवल नोटिस देने की ओनचारिकता पुरी कर दी थी जिससे अधिकारियो की कार्यषैली पर भी सवाल उठ रहै है।
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