बालोतरा। नगरपरिषद चुनाव को लेकर भाजपा में टिकटों के बंटवारे को लेकर कई वार्डो में बागियोंं ने बडे लवाजमें के साथ नामांकन पत्र पेश किए। पार्टी के आला नेता विरोध को लेकर नदारद ही रहे और मोबाईल तक बंद रखा। वहीं लोकसभा व विधानसभा चुनाव में हार के बाद नगरपरिषद चुनाव में टिकटों के बंटवारे के बाद चुनाव प्रचार में जुट गए। भाजपा में टिकटों के बंटवारे को लेकर अन्र्तकलह शुरू से ही उभरा हुआ था। विधायक एवं राजस्व मंत्री अमराराम चैधरी एवं उनके चहेते मदनराज चैपडा की टिकटो के वितरण में महत्वपूर्ण भूमिका रही। इससे भाजपा का एक बडा खेमा नाराजगी का शिकार हुआ। वार्ड सं. 3 में टीकमाराम चैधरी को बदलकर रमेश गुप्ता को टिकट दे दिया। वार्ड सं. 7 में भी पूर्व नगरपालिकाध्यक्ष प्रभा सिंघवी का टिकट भी काट दिया। वार्ड सं. 8 में नेमीचंद माली जयपुर से बडे नेताओं के प्रभाव से टिकट ले आए। जबकि इस वार्ड में भाजपा के स्थानीय नेताओं के पक्ष के रोहित सोलंकी का टिकट काट दिया। ऐसे ही हाल वार्ड सं. 10 में बन गए वार्ड में भाजपा का एक खेमा टिकटधारी से सख्त नाराज है।
लगातार चार बार भाजपा से पार्षद रह चुकी दुर्गा देवी सोनी के वार्ड सं. 11 की दावेदारी को नकार कर नए चेहरे को टिकट देने से पार्टी से वर्षो से जुडे कार्यकर्ताओं में भी पार्टी में असंतोष बढ गया। वार्ड सं. 12 जैन बाहुल्य है यहां भाजपा के राजेश जैन को अपने ही जाति के निर्दलीय प्रत्याशी से मुकाबला करना पडेगा। वार्ड सं. 25 से रामकरण को भाजपा प्रत्याशी घोषित करते ही कार्यकर्ता खुलकर विरोध में आ गए। वार्ड संख्या 28 में भी उम्मीदवारों को कडी मेहन करनी पड सकती है। वार्डं सं. 29 में भाजपा द्वारा थोपा गया प्रत्याशी वगताराम चैधरी को अपनी जाति के वोटरो के अलावा भाजपा के परंपरागत वोट वैष्णव, श्रीमाली, ब्राह््मण, राजपुत, रावणा राजपुत मतदाता लामबद्ध होकर भाजपा प्रत्याशी को हराने की खुली जंग पर उतर गए। इसके अलावा वार्ड सं. 30, 31, 32, 33, 34 व 35 में भी भाजपा प्रत्याशीयों को अपने ही पार्टी के कार्यकर्ताओं से उलझना पड रहा है। अधिकांश वार्डों में भाजपा के बागियों की दावेदारी ने भाजपा की टिकट से मैदान में उतरे प्रत्याशीयों के पसीने छुडा दिए।
कांगे्रस का पलडा भारी-
कांग्रेस का नेतृत्व इस बार पूर्व विधायक मदन प्रजापत के हाथ में होने से तथा सता विहिन होने से इस बार वार्डो के मतदाताओं की मांग के अनुरूप टिकटों का आवंटन करने से हर वार्ड में मजबूती से मुकाबला कर कांग्रेस पार्टी का बोर्ड बनाने के मानस से प्रचार में जुट गए।
लगातार चार बार भाजपा से पार्षद रह चुकी दुर्गा देवी सोनी के वार्ड सं. 11 की दावेदारी को नकार कर नए चेहरे को टिकट देने से पार्टी से वर्षो से जुडे कार्यकर्ताओं में भी पार्टी में असंतोष बढ गया। वार्ड सं. 12 जैन बाहुल्य है यहां भाजपा के राजेश जैन को अपने ही जाति के निर्दलीय प्रत्याशी से मुकाबला करना पडेगा। वार्ड सं. 25 से रामकरण को भाजपा प्रत्याशी घोषित करते ही कार्यकर्ता खुलकर विरोध में आ गए। वार्ड संख्या 28 में भी उम्मीदवारों को कडी मेहन करनी पड सकती है। वार्डं सं. 29 में भाजपा द्वारा थोपा गया प्रत्याशी वगताराम चैधरी को अपनी जाति के वोटरो के अलावा भाजपा के परंपरागत वोट वैष्णव, श्रीमाली, ब्राह््मण, राजपुत, रावणा राजपुत मतदाता लामबद्ध होकर भाजपा प्रत्याशी को हराने की खुली जंग पर उतर गए। इसके अलावा वार्ड सं. 30, 31, 32, 33, 34 व 35 में भी भाजपा प्रत्याशीयों को अपने ही पार्टी के कार्यकर्ताओं से उलझना पड रहा है। अधिकांश वार्डों में भाजपा के बागियों की दावेदारी ने भाजपा की टिकट से मैदान में उतरे प्रत्याशीयों के पसीने छुडा दिए।
कांगे्रस का पलडा भारी-
कांग्रेस का नेतृत्व इस बार पूर्व विधायक मदन प्रजापत के हाथ में होने से तथा सता विहिन होने से इस बार वार्डो के मतदाताओं की मांग के अनुरूप टिकटों का आवंटन करने से हर वार्ड में मजबूती से मुकाबला कर कांग्रेस पार्टी का बोर्ड बनाने के मानस से प्रचार में जुट गए।
No comments:
Post a Comment