नगर परिषद क्षेत्र बना छावनी,दिनभर चला गहमागहमी का दौर
बालोतरा। शहर में दिनभर चली गहमागहमी के बाद आखिरकार बुधवार को शाम तक नतीजे आ गए और वो भी चौकानें वाले जिसमें कांग्रेस के रतन खत्री नगर परिषद के सभापति बन गए। मतदान से पूर्व अफवाहों का दौर जारी रहा। वहीं कांग्रेस में जबरदस्त उठा-पटक चली। यहां तक की कांग्रेस के प्रत्याशी रतन खत्री के अलावा राधेश्याम माली व चंपालाल सुंदेशा ने भी सभापति पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। नामांकन वापसी के समय भी राधेश्याम माली ने अपना नामांकन वापस नहीं लिया। बुधवार को प्रात: 10 बजे भाजपा से सभापति पद के प्रत्याशी मदनराज चौपड़ा ने दो नामांकन पत्र अपने प्रस्तावक देवीचंद ओस्तवाल व पुखराज राजपुरोहित के साथ दाखिल किए। वहीं कांग्रेस के सभापति पद के प्रत्याशी रतनलाल खत्री ने अपने प्रस्तावक जीतमल सुथार के साथ व कांग्रेस के ही राधेश्याम माली ने अपने प्रस्तावक श्रवण कुमार के साथ नामांकन पत्र दाखिल किया। इसके साथ कांग्रेस के चंपालाल सुंदेशा ने भी अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था, लेकिन प्रस्तावक मौजूद नहीं होने के कारण उनका नामांकन जांच के दौरान रद्द कर दिया गया। दोपहर 2 बजे के बाद से मतदान प्रक्रिया शुरू हुई। जिसमें सबसे पहले भाजपा के सभापति प्रत्याशी मदनराज चौपड़ा, पार्षद देवीचंद ओस्तवाल व पुखराज राजपुरोहित ने एक साथ मतदान किया। इसके बाद राजस्व मंत्री अमराराम चौधरी, बायतु विधायक कैलाश चौधरी के साथ भाजपा के सभी निर्वाचित पार्षद व 6 निर्दलीयों सहित मतदान के लिए नगर परिषद कार्यालय पहुंचे। भाजपा के नव निर्वाचित पार्षद पुष्पराज चौपड़ा, राजेश जैन, कांतिलाल हुण्डिया, हस्तीमल जाटोल, मांगीलाल भील, शैतानसिंह चारण, मानवेन्द्र परिहार, कौशल्या देवी के साथ निर्दलीय विजयी हुए पार्षद श्रीमती प्रभा सिंघवी, रमेशपुरी, जहान आलम, हनुमान मेगवाल, कमलादेवी माली व मैनादेवी ने एक साथ मतदान किया। उसके पश्चात कांग्रेस के नव निर्वाचित 11 पार्षद एक साथ पूर्व विधायक मदन प्रजापत व महामंत्री शंकरलाल सलुंदिया के साथ मतदान के लिए नगर परिषद कार्यालय पहुंचे, जहां पहले से मौजूद नरसिंग प्रजापत, नरेश ढेलडिय़ा, धनराज घांची, चंद्रा बालड़, प्रमिला खत्री, मांगीलाल सांखला, मुले खां, दाखूदेवी प्रजापत, सुकीदेवी प्रजापत, चंपादेवी, पुष्पादेवी ने एक साथ मतदान किया। वहीं कांग्रेस के सभापति प्रत्याशी रतनलाल खत्री व जीतमल सुथार ने एक साथ मतदान किया। कांग्रेस पार्टी द्वारा रतन खत्री को सभापति पद का उम्मीदवार घोषित करने पर कांग्रेस के एक ही जाति के चार पार्षद नाराज होकर उनके खेमे से चले गये। आखिरकार पूर्व विधायक मदन प्रजापत ने उनको मनवाकर एक साथ मतदान के लिए नगर परिषद कार्यालय लेकर आये। कांग्रेस पार्षद चंपालाल सुंदेशा, श्रवण कुमार माली, राधेश्याम माली व रेशमा देवी माली ने एक साथ मतदान किया। सबसे अंत में कांग्रेस के पार्षद हनीफ खां मतदान के लिए परिषद कार्यालय पहुंचे। मतदान संपन्न होने के पश्चात रिर्टनिग अधिकारी उदयभानु चारण ने मतगणना शुरू की। मतगणना के दौरान सभापति पद के उम्मीदवार मदन चौपड़ा व रतनलाल खत्री मौजूद थे। मतगणना में भाजपा उम्मीदवार मदन चौपड़ा को 17 मत व कांग्रेस उम्मीदवार रतन खत्री को 18 मत मिले। जिससे निर्वाचन अधिकारी ने कांग्रेस प्रत्याशी रतन खत्री को एक मत से विजयी घोषित किया।
शाम 4 बजे हुई मतगणना
शाम 4 बजे हुई मतगणना में कांग्रेस के रतन खत्री को 18 मत प्राप्त हुए और भाजपा के मदनराज चौपड़ा को 17 प्राप्त हुए। जबकि भाजपा के पास मात्र 11 पार्षद हीं थे।
क्रॉस वोटिंग की आशंका
भाजपा के पास 11 पार्षद और कांग्रेस पास 18 पार्षद थे जबकि निर्दलीय 6 पार्षद थे। अब देखने वाली बात ये है कि भाजपा के पक्ष में 17 वोट कैसे पड़े कौन किसके साथ था इस सस्पेंस बरकरार है क्योकि क्रॉस वोटिंग का अनुमान लगाया जा रहा है।
जोड़ तोड़ से निर्दलीयों को भाजपा ने लाया साथ
भाजपा ने जोड़ तोड़ कर जैसे तैसे निर्दलीय और कांंग्रेस के दो पार्षदों को साथ लाने के कयास लोगों द्वारा लगाए गए है। सूत्रों के अनुसार खरीद फरोख्त की है परंतु भाजपा को कामयाबी हासिल नही हुई।
सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम
प्रसाशन की ओर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। जिसमें नगर परिषद के अंदर और बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया। लेकिन बालोतरा की जनता पुलिस जाब्ते पर भी भारी पड़ती नजर आई।
राजस्व मंत्री की मेहनत गई बेकार
राजस्व मंत्री अमराराम चौधरी ने भी दिनभर कड़ी कोशिश की भाजपा का बोर्ड बनाने की लेकिन उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया। क्योकि चौधरी आलाकमान को ये बताने की कोशिश कर रहे थे कि वो भी कमजोर नहीं है लेकिन बालोतरा की जनता अपना फैसला सुना दिया है। जोड़ तोड़ कर बोर्ड बनाते तो वो भी लंबा चलने वाला नहीं था।
20 साल बाद हुआ कांग्रेस का सुखा समाप्त
नगर परिषद में पिछले 20 साल से भाजपा कब्जा जमाएं बैठी थी लेकिन इस बार जनता ने कांग्रेस को अपना बना दिया और पूर्ण बहुमत दिया जिससे अब कांग्रेस कार्यकर्ताओं के चेहरों पर खुशी साफ देखी जा सकती है।
बाईक मैकेनिक से बने सभापति तक का सफर
नवनियुक्त सभापति रतन खत्री बालोतरा शहर में बाईक रिपेयर करने की दुकान चलाते थे। वहां पर वे खुद बाईक को रिपेयर करते थे। फिर उन्होंने धीरे-धीरे उस समय हिरो होण्डा की एजेंसी बालोतरा में ले ली एवं फिर उसके पश्चात उन्होंने पीछे मुडक़र नहीं देखा। वे बालोतरा में वार्ड पार्षद का चुनाव लड़े और तीसरी बार जीते। पिछले कार्यकाल में उनको नेता प्रतिपक्ष का पद भी मिला था। उसके पश्चात उन्होंने खेड़ रोड़ पर बड़ा अपना खुद का हिरो कंपनी का शो रूम खोल दिया आज उनकी गिनती शहर के पूंजीपति लोगों में होती है।
बालोतरा। शहर में दिनभर चली गहमागहमी के बाद आखिरकार बुधवार को शाम तक नतीजे आ गए और वो भी चौकानें वाले जिसमें कांग्रेस के रतन खत्री नगर परिषद के सभापति बन गए। मतदान से पूर्व अफवाहों का दौर जारी रहा। वहीं कांग्रेस में जबरदस्त उठा-पटक चली। यहां तक की कांग्रेस के प्रत्याशी रतन खत्री के अलावा राधेश्याम माली व चंपालाल सुंदेशा ने भी सभापति पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। नामांकन वापसी के समय भी राधेश्याम माली ने अपना नामांकन वापस नहीं लिया। बुधवार को प्रात: 10 बजे भाजपा से सभापति पद के प्रत्याशी मदनराज चौपड़ा ने दो नामांकन पत्र अपने प्रस्तावक देवीचंद ओस्तवाल व पुखराज राजपुरोहित के साथ दाखिल किए। वहीं कांग्रेस के सभापति पद के प्रत्याशी रतनलाल खत्री ने अपने प्रस्तावक जीतमल सुथार के साथ व कांग्रेस के ही राधेश्याम माली ने अपने प्रस्तावक श्रवण कुमार के साथ नामांकन पत्र दाखिल किया। इसके साथ कांग्रेस के चंपालाल सुंदेशा ने भी अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था, लेकिन प्रस्तावक मौजूद नहीं होने के कारण उनका नामांकन जांच के दौरान रद्द कर दिया गया। दोपहर 2 बजे के बाद से मतदान प्रक्रिया शुरू हुई। जिसमें सबसे पहले भाजपा के सभापति प्रत्याशी मदनराज चौपड़ा, पार्षद देवीचंद ओस्तवाल व पुखराज राजपुरोहित ने एक साथ मतदान किया। इसके बाद राजस्व मंत्री अमराराम चौधरी, बायतु विधायक कैलाश चौधरी के साथ भाजपा के सभी निर्वाचित पार्षद व 6 निर्दलीयों सहित मतदान के लिए नगर परिषद कार्यालय पहुंचे। भाजपा के नव निर्वाचित पार्षद पुष्पराज चौपड़ा, राजेश जैन, कांतिलाल हुण्डिया, हस्तीमल जाटोल, मांगीलाल भील, शैतानसिंह चारण, मानवेन्द्र परिहार, कौशल्या देवी के साथ निर्दलीय विजयी हुए पार्षद श्रीमती प्रभा सिंघवी, रमेशपुरी, जहान आलम, हनुमान मेगवाल, कमलादेवी माली व मैनादेवी ने एक साथ मतदान किया। उसके पश्चात कांग्रेस के नव निर्वाचित 11 पार्षद एक साथ पूर्व विधायक मदन प्रजापत व महामंत्री शंकरलाल सलुंदिया के साथ मतदान के लिए नगर परिषद कार्यालय पहुंचे, जहां पहले से मौजूद नरसिंग प्रजापत, नरेश ढेलडिय़ा, धनराज घांची, चंद्रा बालड़, प्रमिला खत्री, मांगीलाल सांखला, मुले खां, दाखूदेवी प्रजापत, सुकीदेवी प्रजापत, चंपादेवी, पुष्पादेवी ने एक साथ मतदान किया। वहीं कांग्रेस के सभापति प्रत्याशी रतनलाल खत्री व जीतमल सुथार ने एक साथ मतदान किया। कांग्रेस पार्टी द्वारा रतन खत्री को सभापति पद का उम्मीदवार घोषित करने पर कांग्रेस के एक ही जाति के चार पार्षद नाराज होकर उनके खेमे से चले गये। आखिरकार पूर्व विधायक मदन प्रजापत ने उनको मनवाकर एक साथ मतदान के लिए नगर परिषद कार्यालय लेकर आये। कांग्रेस पार्षद चंपालाल सुंदेशा, श्रवण कुमार माली, राधेश्याम माली व रेशमा देवी माली ने एक साथ मतदान किया। सबसे अंत में कांग्रेस के पार्षद हनीफ खां मतदान के लिए परिषद कार्यालय पहुंचे। मतदान संपन्न होने के पश्चात रिर्टनिग अधिकारी उदयभानु चारण ने मतगणना शुरू की। मतगणना के दौरान सभापति पद के उम्मीदवार मदन चौपड़ा व रतनलाल खत्री मौजूद थे। मतगणना में भाजपा उम्मीदवार मदन चौपड़ा को 17 मत व कांग्रेस उम्मीदवार रतन खत्री को 18 मत मिले। जिससे निर्वाचन अधिकारी ने कांग्रेस प्रत्याशी रतन खत्री को एक मत से विजयी घोषित किया।
शाम 4 बजे हुई मतगणना
शाम 4 बजे हुई मतगणना में कांग्रेस के रतन खत्री को 18 मत प्राप्त हुए और भाजपा के मदनराज चौपड़ा को 17 प्राप्त हुए। जबकि भाजपा के पास मात्र 11 पार्षद हीं थे।
क्रॉस वोटिंग की आशंका
भाजपा के पास 11 पार्षद और कांग्रेस पास 18 पार्षद थे जबकि निर्दलीय 6 पार्षद थे। अब देखने वाली बात ये है कि भाजपा के पक्ष में 17 वोट कैसे पड़े कौन किसके साथ था इस सस्पेंस बरकरार है क्योकि क्रॉस वोटिंग का अनुमान लगाया जा रहा है।
जोड़ तोड़ से निर्दलीयों को भाजपा ने लाया साथ
भाजपा ने जोड़ तोड़ कर जैसे तैसे निर्दलीय और कांंग्रेस के दो पार्षदों को साथ लाने के कयास लोगों द्वारा लगाए गए है। सूत्रों के अनुसार खरीद फरोख्त की है परंतु भाजपा को कामयाबी हासिल नही हुई।
सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम
प्रसाशन की ओर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। जिसमें नगर परिषद के अंदर और बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया। लेकिन बालोतरा की जनता पुलिस जाब्ते पर भी भारी पड़ती नजर आई।
राजस्व मंत्री की मेहनत गई बेकार
राजस्व मंत्री अमराराम चौधरी ने भी दिनभर कड़ी कोशिश की भाजपा का बोर्ड बनाने की लेकिन उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया। क्योकि चौधरी आलाकमान को ये बताने की कोशिश कर रहे थे कि वो भी कमजोर नहीं है लेकिन बालोतरा की जनता अपना फैसला सुना दिया है। जोड़ तोड़ कर बोर्ड बनाते तो वो भी लंबा चलने वाला नहीं था।
20 साल बाद हुआ कांग्रेस का सुखा समाप्त
नगर परिषद में पिछले 20 साल से भाजपा कब्जा जमाएं बैठी थी लेकिन इस बार जनता ने कांग्रेस को अपना बना दिया और पूर्ण बहुमत दिया जिससे अब कांग्रेस कार्यकर्ताओं के चेहरों पर खुशी साफ देखी जा सकती है।
बाईक मैकेनिक से बने सभापति तक का सफर
नवनियुक्त सभापति रतन खत्री बालोतरा शहर में बाईक रिपेयर करने की दुकान चलाते थे। वहां पर वे खुद बाईक को रिपेयर करते थे। फिर उन्होंने धीरे-धीरे उस समय हिरो होण्डा की एजेंसी बालोतरा में ले ली एवं फिर उसके पश्चात उन्होंने पीछे मुडक़र नहीं देखा। वे बालोतरा में वार्ड पार्षद का चुनाव लड़े और तीसरी बार जीते। पिछले कार्यकाल में उनको नेता प्रतिपक्ष का पद भी मिला था। उसके पश्चात उन्होंने खेड़ रोड़ पर बड़ा अपना खुद का हिरो कंपनी का शो रूम खोल दिया आज उनकी गिनती शहर के पूंजीपति लोगों में होती है।
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