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Monday, June 19, 2017

संजोग या साजिश?

संजोग या साजिश?
फिर फूटा अवैध रूप से भरा रासायनिक प्रदूषित पानी का तालाब
बड़ी तादाद में लूणी नदी में बहा रासायनिक प्रदूषित पानी,
एनजीटी के आदेश हुए हवा
बालोतरा
बालोतरा में लूणी नदी के किनारे संचालित कथित एचारटीएस प्लांट के टूट जाने से प्लांट में भरा बड़ी तादाद में रासायनिक प्रदूषित पानी लूणी नदी में बह गया। लूणी नदी में प्रदूषित पानी का दरिया बहने के साथ ही एनजीटी का वह फैसला भी प्रदूषित पानी में बह गया जिसमे एनजीटी ने लूणी नदी में किसी भी प्रकार के प्रदूषित पानी को लूणी नदी में छोड़ने पर रोक लगाई थी।
  बालोतरा वाटर पॉल्युशन कंट्रोल ट्रस्ट द्वारा लूणी नदी के किनारे संचालित एचारटीएस प्लांट के नाम पर करीब  100 बीघा भूमि में रासायनिक प्रदूषित पानी का तालाब बना दिया गया है। नदी के किनारे इस कच्चे तालाब को एचारटीएस का नाम देने के पीछे ट्रस्ट की गलत मंशा स्पष्ट नजर आ रही है। इस प्लांट के पूर्णतः कच्चा होने के कारन बड़ी तादाद में रासायनिक प्रदूषित पानी लूणी नदी के भूगर्भ में सीधा समा जा रहा जिससे लूणी नदी का उपजाऊ पन बर्बाद हो गया है और साथ ही एनजीटी के लूणी नदी में किसी प्रकार के रासायनिक प्रदूषित पानी नहीं डालने के आदेश की भी अवहेलना ही रही है।  प्लांट में किसी भी प्रकार का पौधरोपण भी नहीं है।
संजोग या साजिश-
उक्त प्रदूषित पानी का तालाब हमेशा शनिवार व् रविवार की छुट्टियों के बीच की अवधि में ही टूटता है। सूत्रो के अनुसार छुट्टी की आड़ में प्लांट में भरा प्रदूषित पानी लूणी नदी में डाल दिया जाता है। 
प्लांट के सञ्चालनकर्ता ठेकेदार रमेश माली द्वारा शनिवार व् रविवार को छुट्टी की आड़ में खुद ही प्लांट की दिवार को तोड़कर लूणी नदी में प्रदूषित पानी खाली कर दिया जाता है और बाद में उसको फूटने का नाम दे दिया जाता है। यह संजोग है या साजिश कि पिछले चार बार उक्त प्लांट शनिवार की रात को ही फूटा है। हर बार प्रदुषण निवारण एवम् पर्यावरण संरक्षण समिति द्वारा जिला कलेक्टर,उपखंड अधिकारी व् प्रदुषण नियंत्रण मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी से जांच करवाने की मांग की जाती है पर अधिकारी कोई कार्यवाही नहीं कर ट्रस्ट को क्लीन चिट दे देते है। बार बार प्लांट से लूणी नदी में किसी भी प्रकार से रासायनिक प्रदूषित पानी का जाना एनजीटी के आदेशो को अवमानना है और अधिकारी इसमें कार्यवाही नहीं कर एनजीटी के आदेशो की अवमानना करने वाले वाटर पॉल्युशन कंट्रोल ट्रस्ट के


अधिकारियो का बचाव कर रहे है।
तिलवाड़ा ने आगे पंहुचा प्रदूषित पानी
प्रदूषित पानी का तालाब फूटने से लूणी नदी में बड़ी तादाद में बहा घातक रासायनिक प्रदूषित पानी तिलवाड़ा गांव से आगे तक पहुच गया। पहले से रासायनिक प्रदुषण का कहर झेल रही लूणी नदी की मुश्किलें वाटर पॉल्युशन कंट्रोल ट्रस्ट ने बढ़ा दी है।
प्रदूषित पानी खाली करने की नियत से कमजोर करते है दिवार-
पुख्ता सूत्रो के अनुसार सीईटीपी प्लांट से एचार्टिस प्लांट में आने वाले प्रदूषित पानी से पोधे नहीं पनपाने से तालाब में पानी जमा होता रहता है। तालाब से पानी को खाली करने के उद्देश्य से प्लांट के रखरखाव करने वाले ठेकेदार खुद प्लांट की दिवार को कमजोर कर देता है जिससे दिवार टूट जाती है और इस बहाने से तालाब को खाली कर दिया जाता है।

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