जिला प्रमुख पेमाराम सीरवी की बढ़ी मुश्किलें
पाली.
फर्जी अंकतालिका प्रकरण के बाद
जिला प्रमुख पेमाराम सीरवी अब तीन संतानें होने का तथ्य छुपाकर चुनाव लडऩे
के नए विवाद में फंसते नजर आ रहे हैं। कोतवाली थाने में उनके खिलाफ एक
व्यक्ति ने तीन संतानें होने का तथ्य छुपाकर चुनाव लडऩे का मामला इस्तगासे
के जरिए दर्ज कराया!
पुलिस
ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। कोतवाली पुलिस के अनुसार निम्बेड़ा कलां
(रायपुर) निवासी ओमप्रकाश पुत्र हेमाराम सैन ने इस्तगासे के जरिए मामला
दर्ज कराया।
इसमें
बताया कि पिपलियां कलां (रायपुर) निवासी हाल जिला प्रमुख पाली पेमाराम
सीरवी पुत्र केराराम सीरवी ने जिला परिषद सदस्य वार्ड संख्या 27 से चुनाव
का नामांकन भरते समय कूटरचित दस्तावेज तैयार कर तीन संतानें होने का तथ्य
छुपाए। रिपोर्ट में बताया कि फार्म भरते समय दो पुत्रियां होने का उल्लेख
किया गया।
जबकि असल में
जिला प्रमुख सीरवी के तीन पुत्रियां हैं। उनकी पुत्री नछली का जन्म वर्ष
1996 में हुआ। ज्योति का जन्म 2009 व लिपिका नाम की पुत्री का जन्म 2011
में हुआ। जिला परिषद सदस्य वार्ड संख्या 27 से चुनाव में फार्म भरते समय
सीरवी ने लिपिका के अपनी पुत्री होने का तथ्य छुपाया। पुलिस ने मामला दर्ज
कर जांच शुरू की।
पुलिस जांच में भी फर्जी साबित हुई जिला प्रमुख की अंकतालिका
इससे
पूर्व भी जिला प्रमुख पेमाराम सीरवी के खिलाफ कोतवाली थाने में
फर्जी अंकतालिका के आधार पर चुनाव लडऩे का मामला दर्ज हो चुका है। मामले को
लेकर विपक्ष सहित उनके पक्ष खूब हंगामा किया। उनकी अंकतालिका की जांच हुई।
मामला सीआईडी (सीबी) तक पहुंचा। एक बार फिर जांच पाली पुलिस को सौंपी गई।
जांच में पाली पुलिस ने जिला प्रमुख सीरवी की अंकतालिका को फर्जी माना।
जल्द ही न्यायालय में चालान पेश किया जाएगा।
विपक्ष सहित पार्टी के लोग भी खिलाफ
फर्जी
अंकतालिका प्रकरण को लेकर जिला प्रमुख के कारण पार्टी की छवि खराब होने की
बात को लेकर कुछ दिन पूर्व उनकी पार्टी के लोग ही जयपुर में आलाकमान से
मिले। इसमें बताया कि जिला प्रमुख पेमाराम सीरवी के कारण पाली जिले में
पार्टी की छवि खराब हो रही है।
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