Followers

Tuesday, June 27, 2017

मातृ मृत्युदर व शिशु मृत्युदर को कम करने को सर्वोच्च प्राथमिकता



चिकित्सा मंत्री की मौजूदगी में तीन एमओयू पर हस्ताक्षर

मातृ मृत्युदर व शिशु मृत्युदर को कम करने को सर्वोच्च प्राथमिकता

-चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री

जयपुर, 27 जून। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री कालीचरण सराफ ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेश में मातृ मृत्युदर व शिशु मृत्युदर को कम करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने बताया कि इस कार्य में डवलपमेंट पार्टनर्स का भी सक्रिय सहयोग मिल रहा है। 

श्री सराफ मंगलवार को प्रातः स्वास्थ्य भवन में सम्पन्न एमओयू हस्ताक्षर कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर आसमान परियोजना के तहत स्वास्थ्य विभाग का रिलायन्स फाउन्डेशन, टाटा ट्रस्ट, यूएसएड के मध्य एमओयू हस्ताक्षर किये गये। साथ ही नवकिरण परियोजना के तहत केयर्न एनर्जी के साथ तथा परिवार कल्याण गतिविधियों के लिए एनजेन्डर के साथ एमओयू हस्ताक्षर किये गये। 

चिकित्सा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में मातृ मृत्युदर एवं शिशु मृत्युदर में कमी लाने के हमारे प्रयासों में तकनीकी सहयोग की कड़ी में टाटा ट्रस्ट, रिलायन्स फाउण्डेशन तथा यूएसएड के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत् आज आसमान परियोजना का एम.ओ.यू. साईन किया गया है। इसके तहत अजमेर, भीलवाडा, कोटा तथा झालावाड जिलों में सीएचसी व पीएचसी स्तर तक अधिक प्रसव भार वाले चिकित्सा संस्थानों पर गुणवत्तापूर्ण प्रसव सेवाएं सुनिश्चित की जायेंगी। उन्होंने बताया कि इन संस्थानों के तकनीकी सहयेाग से इन केन्द्रों पर चिकित्सक तथा नर्सिंगकर्मियों के तकनीकी कौशल में सुधार लाया जायेगा और प्रसव पूर्व व पश्चात प्रभावी प्रसव चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करायी जायेंगी। 

श्री सराफ ने बताया कि आसमान परियोजना द्वारा स्वास्थ्य केन्द्रों पर तकनीकी सहयोग भी उपलब्ध कराया जायेगा साथ ही टेबलेट, डिजीटल रिकॉर्डिंग सिस्टम आदि भी उपलब्ध करायी जायेगी। उन्होंने इस परियोजना में इन तीनों संस्थाओं द्वारा मिलकर अगले तीन वर्षों में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य संबंधित कार्यों पर लगभग 70 करोड़ रुपये की राशि व्यय की जायेगी। 

चिकित्सा मंत्री ने बताया कि केयर्न फाउण्डेशन प्रदेश के बाड़मेर जिले मेंं आपातकालीन प्रसव सेवा में सहयोग के लिए आगे आया है। उन्होंने बताया कि केयर्न फाउण्डेशन के सहयोग से बाड़मेर जिले के बायतु, सिन्दरी, धोरीमन्ना एवं बालोतरा के एफआरयू में 24 घंटे स्त्री रोग विशेषज्ञ, शिशु रोग विशेषज्ञ सहित निश्चेतन विशेषज्ञ की सेवाएं भी नियमित उपलब्ध होंगी। इन तीनों के उपलब्ध होने से अब इन चारों एफआरयू पर आपातकालीन प्रसव सुविधाएं सहित सिजेरियन प्रसव की सेवाएं भी प्रारंभ हो जायेंगी।  

श्री सराफ ने बताया कि केयर्न फाउंडेशन द्वारा इन कार्यों पर अगले तीन वर्षों में लगभग 9 करोड़ रुपये की राशि व्यय की जायेगी तथा अगले चरण में केयर्न फाउंडेशन द्वारा अन्य जिलों में भी 25 और एफआरयू पर यह सेवाएं सुलभ करवायी जायेंगी। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेश में आपातकालीन प्रसव सेवाओं को सुदृढ़ करने के उद्धेश्य से दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में 153 एफआरयू चिन्हित किये हैं। इन केन्द्रों पर स्त्रीरोग विशेषज्ञ, शिशु रोग विशेषज्ञ और निश्चेतन विशेषज्ञ की सेवायें सुनिश्चित करने के विशेष प्रयास किये जा रहे हैं।  

चिकित्सा मंत्री ने बताया कि एनजेण्डर हैल्थ संस्था सन् 1988 से देश में परिवार नियोजन, प्रजनन एवं मातृ स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाने के साथ ही इनमें आवश्यक सुधार लाने के लिए कटिबद्ध होकर कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि एनजेण्डर हैल्थ संस्था झारखण्ड, बिहार, उत्तरप्रदेश एवं गुजरात एवं राजस्थान में कार्यरत है। 

 श्री सराफ ने बताया कि एनजैण्डर हैल्थ जून 2014 से मार्च 2017 तक ई.ए.आई.एस.आई. परियोजना के तहत् चिकित्सा विभाग के साथ मिलकर प्रदेश के 25 जिलों के 138 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर परिवार नियोजन की सेवाओं में सहयोग कर रही है। प्रथम चरण में एनजैण्डर हैल्थ द्वारा 1 हजार 21 हैल्थ वकर्स को आईयूसीडी व पीपीआईयूसीडी का प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने बताया कि ई.ए.आई.एस.आई. परियोजना के तहत द्वितीय चरण में इसके कार्यक्षेत्र को बढ़ाकर सम्पूर्ण राजस्थान में किया जा रहा है। इस परियोजना के तहत् अगले 3 वर्ष में प्रदेश के 92 नव चयनित स्वास्थ्य केन्द्रों पर परिवार नियोजन सेवाओं को विकसित किया जायेगा।  

प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्रीमती वीनू गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में मातृ मृत्युदर व शिशु मृत्युदर को कम करने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं के आधारभूत ढांचे को सुदृढ़ करने के साथ ही तकनीकी कौशल को भी बढ़ावा देने के प्रयास किये जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं सुलभ कराने पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिए आवश्कतानुसार निजी चिकित्सकों की भी सेवाएं ली जा रही हैं। 

इस अवसर पर अतिरिक्त निदेशक एनएचएम श्री बी.एल. कोठारी, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. वी.के.माथुर, परियोजना निदेशक मातृत्व स्वास्थ्य डॉ. तरुण चौधरी सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे। एमओयू पर रिलायन्स फाउंडेशन के श्री उमेश भंडारी, केयर्न के श्री महेन्द्र यादव, टाटा ट्रस्ट के श्री बी.एस. तारापोरेवाला,  एनजेन्डर के श्री सेनगुप्ता ने हस्ताक्षर किये। 

No comments:

Post a Comment

'; (function() { var dsq = document.createElement('script'); dsq.type = 'text/javascript'; dsq.async = true; dsq.src = '//' + disqus_shortname + '.disqus.com/embed.js'; (document.getElementsByTagName('head')[0] || document.getElementsByTagName('body')[0]).appendChild(dsq); })();

सर्व समाज ने दिया ज्ञापन

हिंदुओं पर बढ़ते अत्याचार को लेकर सर्व समाज द्वारा राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन बालोतरा वफ्फ बिल के विरोध की आड़ में सुनिश्चित योजना...