अन्य फाटकों पर बढ़ा ट्रैफिक प्रेशर, वाहन चालक परेशान,लगी लंबी कतारें
बालोतरा। रेलवे की ओर से शहर की प्रथम रेलवे फाटक पर छनाई (कंकरीट जमाना) का कार्य करने से दूसरे दिन रविवार को भी लगातार पूरे दिन रेलवे फाटक बंद रखनी पड़ी। हालांकि इसके लिए रेलवे ने पहले ही शहरवासियों को सूचित कर दिया था, लेकिन रेलवे पटरी के दोनों तरफ बराबर दो भागों में बंटे शहर के लोगों को फाटक बंद के दौरान एक तरफ से दूसरी तरफ आवागमन करने में खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। हालात यह बने कि सुबह व शाम के समय भारी ट्रैफिक में वाहनों को निकलना यातायात पुलिस के लिए चुनौती बन गया। बड़ी मशक्कत के बाद वाहन चालक रेलवे फाटक बंद होने से अपने गंतव्य स्थल तक पहुंचे। इस दरम्यान उन्हें बीच-बीच में जाम की परेशानी झेलनी पड़ी।
वैकल्पिक मार्ग बने सहारा
प्रथम रेलवे फाटक बंद होने से भारी वाहनों के लिए ट्रैफिक डायवर्ट कर जीरो नंबर रेलवे फाटक पर किया गया। इससे जीरो नंबर रेलवे फाटक पर पूरे दिन वाहनों की रेलमपेल लगी रही। बीच-बीच में ट्रेनों के आवागमन के दौरान फाटक के दोनों तरफ लंबी-लंबी वाहनों की कतारे लग गई। इसके अलावा औद्योगिक क्षेत्र व बाड़मेर रोड की ओर जाने वाले वाहनों के भारी ट्रैफिक के चलते द्वितीय व चतुर्थ रेलवे क्रॉसिंग पर भी भारी ट्रैफिक रहा।
रेलवे फाटक पर छनाई का कार्य चलने की वजह से पूरे दिन फाटक बंद रही। इससे वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बालोतरा से बाड़मेर जाने वाले वाहन चालकों को नाहटा अस्पताल के आगे से होकर द्वितीय रेलवे क्रॉसिंग होकर वाहन परिवहन करने पड़े। वहीं सिवाना की ओर से जोधपुर जाने वाले तथा जोधपुर व बालोतरा से सिवाना, सिणधरी तथा आगे के लिए वाहन परिवहन करने में वाहन चालकों को खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
ओवरब्रिज की कमी खलने लगी
शहर में एक भी ओवरब्रिज नहीं होने से शहरवासियों को वाहन फाटक पार करने में भारी दिक्कतें झेलनी पड़ी। एकमात्र अंडरब्रिज पर भारी ट्रैफिक रहने से वैकल्पिक तौर पर वाहनों का परिवहन अन्य फाटकों से करना पड़ा। उल्लेखनीय है कि शहर में बढ़ती वाहनों की संख्या व भारी ट्रैफिक के चलते शहरवासियों के ओवरब्रिज की मांग पिछले लंबे समय से अनवरत जारी है। लेकिन जिम्मेदार इसे लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। इतना ही नहीं, कुछ महीने पूर्व शहर के द्वितीय रेलवे क्रॉसिंग के पास ओवरब्रिज का शिलान्यास भी हुआ था, लेकिन कार्रवाई ओवरब्रिज निर्माण से नुकसानदायी परिसंपत्तियों के अवाप्ति तक आकर अटक गई।
अंडरब्रिज में लगा रहा जाम
फाटक बंद होने से वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर वाहन चालकों ने अंडरब्रिज को चुना। लेकिन वहां यातायात पुलिस की लापरवाही के कारण चौपहिया वाहन की बेरोकटोक आवाजाही के कारण बार-बार जाम की स्थिति बनी। सुबह व शाम के समय तो वाहन चालकों को अंडरब्रिज से वाहन निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। इसके अलावा अंडरब्रिज के बाहर दोनों तरफ, नाहटा अस्पताल के आगे, द्वितीय रेलवे क्रॉसिंग, पुराना बस स्टैंड पर वाहनों का जमावड़ा लगा रहा।
बालोतरा। रेलवे की ओर से शहर की प्रथम रेलवे फाटक पर छनाई (कंकरीट जमाना) का कार्य करने से दूसरे दिन रविवार को भी लगातार पूरे दिन रेलवे फाटक बंद रखनी पड़ी। हालांकि इसके लिए रेलवे ने पहले ही शहरवासियों को सूचित कर दिया था, लेकिन रेलवे पटरी के दोनों तरफ बराबर दो भागों में बंटे शहर के लोगों को फाटक बंद के दौरान एक तरफ से दूसरी तरफ आवागमन करने में खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। हालात यह बने कि सुबह व शाम के समय भारी ट्रैफिक में वाहनों को निकलना यातायात पुलिस के लिए चुनौती बन गया। बड़ी मशक्कत के बाद वाहन चालक रेलवे फाटक बंद होने से अपने गंतव्य स्थल तक पहुंचे। इस दरम्यान उन्हें बीच-बीच में जाम की परेशानी झेलनी पड़ी।
वैकल्पिक मार्ग बने सहारा
प्रथम रेलवे फाटक बंद होने से भारी वाहनों के लिए ट्रैफिक डायवर्ट कर जीरो नंबर रेलवे फाटक पर किया गया। इससे जीरो नंबर रेलवे फाटक पर पूरे दिन वाहनों की रेलमपेल लगी रही। बीच-बीच में ट्रेनों के आवागमन के दौरान फाटक के दोनों तरफ लंबी-लंबी वाहनों की कतारे लग गई। इसके अलावा औद्योगिक क्षेत्र व बाड़मेर रोड की ओर जाने वाले वाहनों के भारी ट्रैफिक के चलते द्वितीय व चतुर्थ रेलवे क्रॉसिंग पर भी भारी ट्रैफिक रहा।
रेलवे फाटक पर छनाई का कार्य चलने की वजह से पूरे दिन फाटक बंद रही। इससे वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बालोतरा से बाड़मेर जाने वाले वाहन चालकों को नाहटा अस्पताल के आगे से होकर द्वितीय रेलवे क्रॉसिंग होकर वाहन परिवहन करने पड़े। वहीं सिवाना की ओर से जोधपुर जाने वाले तथा जोधपुर व बालोतरा से सिवाना, सिणधरी तथा आगे के लिए वाहन परिवहन करने में वाहन चालकों को खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
ओवरब्रिज की कमी खलने लगी
शहर में एक भी ओवरब्रिज नहीं होने से शहरवासियों को वाहन फाटक पार करने में भारी दिक्कतें झेलनी पड़ी। एकमात्र अंडरब्रिज पर भारी ट्रैफिक रहने से वैकल्पिक तौर पर वाहनों का परिवहन अन्य फाटकों से करना पड़ा। उल्लेखनीय है कि शहर में बढ़ती वाहनों की संख्या व भारी ट्रैफिक के चलते शहरवासियों के ओवरब्रिज की मांग पिछले लंबे समय से अनवरत जारी है। लेकिन जिम्मेदार इसे लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। इतना ही नहीं, कुछ महीने पूर्व शहर के द्वितीय रेलवे क्रॉसिंग के पास ओवरब्रिज का शिलान्यास भी हुआ था, लेकिन कार्रवाई ओवरब्रिज निर्माण से नुकसानदायी परिसंपत्तियों के अवाप्ति तक आकर अटक गई।
अंडरब्रिज में लगा रहा जाम
फाटक बंद होने से वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर वाहन चालकों ने अंडरब्रिज को चुना। लेकिन वहां यातायात पुलिस की लापरवाही के कारण चौपहिया वाहन की बेरोकटोक आवाजाही के कारण बार-बार जाम की स्थिति बनी। सुबह व शाम के समय तो वाहन चालकों को अंडरब्रिज से वाहन निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। इसके अलावा अंडरब्रिज के बाहर दोनों तरफ, नाहटा अस्पताल के आगे, द्वितीय रेलवे क्रॉसिंग, पुराना बस स्टैंड पर वाहनों का जमावड़ा लगा रहा।
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