लोकायुक्त साहब-हम किसानो के खेती के हिस्से का पानी बचाओ
जयपुर
बिठूजा में कृषि कुओ से अवैध जल दोहन के मामले में भेरूलाल नामा के साथ ग्रामीणों ने लोकायुक्त सचिव से मुलाकात की। उन्होंने बिठुजा में हो रहे जलदोहन को रुकवाने और लूणी नदी में बिछी पाइप लाइनों को हटाने की मांग की। ग्रामीणों ने पत्र में बताया कि
विद्युत विभाग,सावर्जनिक निर्मान विभाग ने जल दोहन के मामले में अपने पक्ष प्रस्तुत किये है। उपखंड अधिकारी बालोतरा ने बताया है कि बिठूजा के कृषि कुओ से जल दोहन कर जल कारोबारी उस पानी को बालोतरा के लोगो को पीने के काम में दे रहे है। वास्तविक स्तिथि यह है कि पाइप लाइनों के माध्यम से बालोतरा आने वाला पानी सीधा ही टेक्सटाइल इकाइयों में ही जाता है। बिठूजा से अवैध रूप से होने वाले जल दोहन का बालोतरा के पेयजल तंत्र से कोई लेना देना है । साथ ही जल माफिया शहर के अस्पतालों, प्याऊ, गौ शाला आदि किसी में भी जल की आपूर्ति नहीं दे रहे है। उपखंड अधिकारी बालोतरा ने इस मामले में जमकर भ्रस्टाचार किया है। उपखंड अधिकारी ने अपनी जाँच रिपोर्ट में जल माफियाओ को बचाने के लिए अवैध जल दोहन को शहर की जलापूर्ति से जोड़ दिया है ताकि अवैध जल दोहन बंद नहीं हो। उपखंड अधिकारी ने जलदाय विभाग, सावर्जनिक निर्माण विभाग व् जलदाय विभाग पर भी इस प्रकार के गलत जवाब देने का दबाव बनाया है। आपने लूणी नदी में अवैध रूप से बिछी पाइप लाइनों को तुरंत हटाने के निर्देश दिये है पर अभी तक लूणी नदी में 23 पाइप लाइनों का जाल बिछा हुआ है। सावर्जनिक निर्माण विभाग के अधीक्षक अभियंता ने मामले को गंभीरता से लेते हुए लोकायुक्त महोदय के आदेशो की तुरंत पालना की है। उनके निर्देश पर बालोतरा के सहायक अभियंता रामेश्वर गर्ग ने एक पाइप लाइन को हटाकर औपचारिकता निभा दी है। रामेश्वर गर्ग ने जल माफियाओ को बचाने के लिए अज्ञात लोगो के खिलाफ पुलिस में मुक़दमा दर्ज करवाया है जबकि सहायक अभियंता ने खुद अपने एक आदेश में पांच पाइप लाइन के मालिको को नामजद किया है।
बालोतरा लघु उद्योग मंडल स्वयं अपने लैटर हेड पर लिखकर दे रहा है कि बिठूजा से बालोतरा की औद्योगिक इकाइयों के लिए जल दोहन हो रहा है। ग्रामीणों ने इस मामले की जाँच किसी ईमानदार अधिकारी से करवाने की मांग की है।
pwd के अधीक्षक अभियंत जे आर जीनगर ने मामले में त्वरित कार्यवाही की है।
जयपुर
बिठूजा में कृषि कुओ से अवैध जल दोहन के मामले में भेरूलाल नामा के साथ ग्रामीणों ने लोकायुक्त सचिव से मुलाकात की। उन्होंने बिठुजा में हो रहे जलदोहन को रुकवाने और लूणी नदी में बिछी पाइप लाइनों को हटाने की मांग की। ग्रामीणों ने पत्र में बताया कि
विद्युत विभाग,सावर्जनिक निर्मान विभाग ने जल दोहन के मामले में अपने पक्ष प्रस्तुत किये है। उपखंड अधिकारी बालोतरा ने बताया है कि बिठूजा के कृषि कुओ से जल दोहन कर जल कारोबारी उस पानी को बालोतरा के लोगो को पीने के काम में दे रहे है। वास्तविक स्तिथि यह है कि पाइप लाइनों के माध्यम से बालोतरा आने वाला पानी सीधा ही टेक्सटाइल इकाइयों में ही जाता है। बिठूजा से अवैध रूप से होने वाले जल दोहन का बालोतरा के पेयजल तंत्र से कोई लेना देना है । साथ ही जल माफिया शहर के अस्पतालों, प्याऊ, गौ शाला आदि किसी में भी जल की आपूर्ति नहीं दे रहे है। उपखंड अधिकारी बालोतरा ने इस मामले में जमकर भ्रस्टाचार किया है। उपखंड अधिकारी ने अपनी जाँच रिपोर्ट में जल माफियाओ को बचाने के लिए अवैध जल दोहन को शहर की जलापूर्ति से जोड़ दिया है ताकि अवैध जल दोहन बंद नहीं हो। उपखंड अधिकारी ने जलदाय विभाग, सावर्जनिक निर्माण विभाग व् जलदाय विभाग पर भी इस प्रकार के गलत जवाब देने का दबाव बनाया है। आपने लूणी नदी में अवैध रूप से बिछी पाइप लाइनों को तुरंत हटाने के निर्देश दिये है पर अभी तक लूणी नदी में 23 पाइप लाइनों का जाल बिछा हुआ है। सावर्जनिक निर्माण विभाग के अधीक्षक अभियंता ने मामले को गंभीरता से लेते हुए लोकायुक्त महोदय के आदेशो की तुरंत पालना की है। उनके निर्देश पर बालोतरा के सहायक अभियंता रामेश्वर गर्ग ने एक पाइप लाइन को हटाकर औपचारिकता निभा दी है। रामेश्वर गर्ग ने जल माफियाओ को बचाने के लिए अज्ञात लोगो के खिलाफ पुलिस में मुक़दमा दर्ज करवाया है जबकि सहायक अभियंता ने खुद अपने एक आदेश में पांच पाइप लाइन के मालिको को नामजद किया है।
बालोतरा लघु उद्योग मंडल स्वयं अपने लैटर हेड पर लिखकर दे रहा है कि बिठूजा से बालोतरा की औद्योगिक इकाइयों के लिए जल दोहन हो रहा है। ग्रामीणों ने इस मामले की जाँच किसी ईमानदार अधिकारी से करवाने की मांग की है।
pwd के अधीक्षक अभियंत जे आर जीनगर ने मामले में त्वरित कार्यवाही की है।
posted from Bloggeroid
No comments:
Post a Comment