बालोतरा। पशु पालन विभाग बाड़मेर के तत्वावधान में श्री मल्लीनाथ पशु मेला तिलवाड़ा का विधिवत् शुभारंभ 27 मार्च को झण्डारोहण के साथ होगा। मेला अधिकारी डॉ. बी.आर. जैदिया ने बताया कि भारत प्रसिद्ध राज्य स्तरीय श्री मल्लीनाथ पशु मेला तिलवाड़ा वर्ष 2014 का विधिवत् शुभारंभ गुरुवार को सुबह 11.45 बजे जिला कलेक्टर भानु प्रकाश एटूरू झण्डारोहण कर करेंगे। इस अवसर पर स्थानीय गणमान्य नागरिकों के साथ देशभर से आये पशुपालक उपस्थित रहेंगे।
पीनें को पानी नहीं,पशुओं की आवक में गिरावट
उपखंड के तिलवाड़ा गांव में लूनी नदी की तलहटी में लगने वाले विश्व प्रसिद्ध मल्लीनाथ पशु मेले का आगाज होने वाला है लेकिन पशुपालक पानी की व्यवस्था नहीं होने से निराश है। लोकदेवता मल्लीनाथजी के मंदिर के सामने लगने वाले यह पशु मेला देश व विदेशों में चैत्री मेले के नाम से जाना जाता हैं। मेेले में पूरे देश से पशुपालक पशुओ की खरीद फरोखत के लिये आतो हैं। विशेष रूप से मेले में मालाणी नस्ल के घोड़ो की बिक्री होती हैं। मेले में पशुओं पशुपालकों के आने का क्रम शुरू हो गया हैं। पर पशुपालन विभाग की नीरसता ओर लापरवाही से मेला महज एक ओपचारिकता बनता नजर आ रहा हैं। मेले में आने वाले पशुओ के लिये पशुपालन विभाग पीने के पानी तक का समुचित व्यवस्था पशुपालन विभाग नही कर पाया हैं। भीषण गर्मी में मूक पशु पानी के लिये तडफ़ते नजर आ रहै है पर पशुपालन विभाग मोन नजर आ रहा हैं। साथ ही मेला स्थल पर बालोतरा की कपड़ा ईकाईयो से आने वाला प्रदुषित पानी बिखरा पड़ा हैं जिसकी बदबु से पशुपालक परेशान हैं। मेला पूरी तरह से अव्यवस्थाओ की जकड़ में हैं।
पीनें को पानी नहीं,पशुओं की आवक में गिरावट
उपखंड के तिलवाड़ा गांव में लूनी नदी की तलहटी में लगने वाले विश्व प्रसिद्ध मल्लीनाथ पशु मेले का आगाज होने वाला है लेकिन पशुपालक पानी की व्यवस्था नहीं होने से निराश है। लोकदेवता मल्लीनाथजी के मंदिर के सामने लगने वाले यह पशु मेला देश व विदेशों में चैत्री मेले के नाम से जाना जाता हैं। मेेले में पूरे देश से पशुपालक पशुओ की खरीद फरोखत के लिये आतो हैं। विशेष रूप से मेले में मालाणी नस्ल के घोड़ो की बिक्री होती हैं। मेले में पशुओं पशुपालकों के आने का क्रम शुरू हो गया हैं। पर पशुपालन विभाग की नीरसता ओर लापरवाही से मेला महज एक ओपचारिकता बनता नजर आ रहा हैं। मेले में आने वाले पशुओ के लिये पशुपालन विभाग पीने के पानी तक का समुचित व्यवस्था पशुपालन विभाग नही कर पाया हैं। भीषण गर्मी में मूक पशु पानी के लिये तडफ़ते नजर आ रहै है पर पशुपालन विभाग मोन नजर आ रहा हैं। साथ ही मेला स्थल पर बालोतरा की कपड़ा ईकाईयो से आने वाला प्रदुषित पानी बिखरा पड़ा हैं जिसकी बदबु से पशुपालक परेशान हैं। मेला पूरी तरह से अव्यवस्थाओ की जकड़ में हैं।
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