बच्ची को जबरन ससुराल ले जाने के समाचार पर
राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने लिया प्रसंज्ञान
जयपुर,
31 मई। राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने एक दैनिक समाचार पत्र में
‘14 साल की बच्ची को उठा ले गए ससुराल वाले, 11 सहपाठी खूब भटके, आखिर छुड़ा
लाए‘ शीर्षक से प्रकाशित समाचार पर प्रसंज्ञान लेते हुए मौका निरीक्षण कर
जांच रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए है।
राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव तथा जिला एवं सशन
न्यायाधीश श्री एस.के. जैन ने इस संबंध में राजस्थान उच्च न्यायालय विधिक
सेवा समिति की पूर्णकालिक सचिव, श्रीमती अनु चौधरी (आर.जे.एस.) को निर्देश
दिए हैं कि वे राजस्थान उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति की रिटेनर अधिवक्ता
सुश्री शालिन शेरोन के सहयोग से मौका निरीक्षण एवं जांच कर विस्तृत
रिपोर्ट तैयार कर एक जून, 2017 तक उन्हें प्रस्तुत करे।
समाचार
में बताया गया था कि शहर की झालाना कच्ची बस्ती की एक बच्ची की सात-आठ साल
की उम्र में शादी हो गई थी। बच्ची के 14 वर्ष की होने पर ससुराल वाले उसे
उठा ले गए। बच्ची नहीं जाना चाहती थी, लेकिन घर वालों ने उसका साथ नहीं
दिया। बाद में उसके साथ दसवीं में पढ़ने वाले 11 सहपाठी छात्र-छात्राओं ने
हौसला दिखाया और बच्ची को ससुराल से छुड़ा लाए।
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