जगह-जगह स्टालें लगाकर धर्मप्रेमियों ने राहगीरों को पिलाया ठंडा पेय, गायों को हरा चारा खिलाने के लिए उमड़ी भीड़, मंदिरों में चले भजन-कीर्तन
बालोतरा। उपखंड मुख्यालय सहित ग्रामीण अंचल में शुक्रवार को निर्जला एकादशी पर लोगों ने जमकर दान-पुण्य किया। लोगों में सुबह से ही दान पुण्य को लेकर होड़ लगी रही। विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से जगह-जगह पर अस्थाई पानी की प्याऊ लगाई गई। जहां ठंडे पानी के साथ शर्बत, ठंडाई, छाछ आदि पेय पदार्थ पैदल राहगीरों, वाहन चालकों सहित शहरवासियों को पिलाकर पुण्य का लाभ लिया। उल्लेखनीय है कि सनातन धर्म में इस दिन दान-पुण्य का विशेष महत्व है। कई समाजसेवी संगठनों के साथ व्यापारी मंडल के कार्यकर्ताओं ने हनुवंत सराय के पास स्टाल लगाकर दिनभर राहगीरों को ठंडी छाछ की मनुहार की। इसी प्रकार शिव कॉलोनी स्थित श्रीराम संकट मोचन बालाजी मंदिर प्रांगण में निर्जला एकादशी पर दान पुण्य किया गया। मानव जाति धर्म जीव रक्षा सेवा समिति के संरक्षक पारस परमार की उपस्थिति में गौ माता को हरा चारा तथा मूक पक्षियों की सेवार्थ परिंडे लगाए गए।
मंदिरों में उमड़े श्रद्धालु
निर्जला एकादशी के दिन मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ रही। इधर महिलाओं ने व्रत रखने के साथ कथा सुनकर पारणा किया। इस दिन महिलाओं ने फलों के साथ मटकियां व हाथ से हवा खाने वाली पंखियां भी दान की। अलसवेरे से ही धार्मिक माहौल बना नजर आया। महिलाओं ने हरजस गाने के साथ मंदिरों में प्रतिमाओं का श्रृंगार भी किया।
दान-पुण्य के साथ हुए कीर्तन-कथा
समदड़ी. निर्जला एकादशी पर विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से दिनभर दान पुण्य किया गया। सुबह से ही दान पुण्य का दौर शुरू हो गया था। लोगों ने एक-दूसरे के घर में मटकी, पंखी व ठंडे पेय पदार्थो के साथ फलों का दान किया। इधर, बाजार में राहगीरों की सेवा के लिए जगह-जगह पेय पदार्थ की स्टालें लगा गई। कस्बे के गौर का चौक, रानीदेशीपुरा रोड़ व बावड़ी चौक पर शर्बत व ठंडाई की मनुहार की गई। निर्जला एकादशी के दिन गुरुद्वारे पर एकादशी की कथा हुई तो मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।
महिलाओं ने गाए भजन
कल्याणपुर. निर्जला एकादशी पर कस्बे के नत्थू तालाब पर गांव की महिलाओं की ओर से गायों को गुड़ खिलाकर पुण्य का लाभ लिया गया। इधर, परालिया सांसण गांव स्थित श्री राधा कृष्ण व ठाकुरजी मंदिर में श्रीमद् भावगत कथा का आयोजन किया गया। जहां मंदिर पुजारी देवा महाराज ने बताया कि बड़ी संख्या में महिलाओं ने कथा का श्रवण करते हुए भजन कीर्तन किए। इसके अलावा तालाब पर श्रमदान किया गया। कस्बे में फ्रूट की दुकानों पर दिनभर लोगों की भारी भीड़ जुटी नजर आई।
बालोतरा। उपखंड मुख्यालय सहित ग्रामीण अंचल में शुक्रवार को निर्जला एकादशी पर लोगों ने जमकर दान-पुण्य किया। लोगों में सुबह से ही दान पुण्य को लेकर होड़ लगी रही। विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से जगह-जगह पर अस्थाई पानी की प्याऊ लगाई गई। जहां ठंडे पानी के साथ शर्बत, ठंडाई, छाछ आदि पेय पदार्थ पैदल राहगीरों, वाहन चालकों सहित शहरवासियों को पिलाकर पुण्य का लाभ लिया। उल्लेखनीय है कि सनातन धर्म में इस दिन दान-पुण्य का विशेष महत्व है। कई समाजसेवी संगठनों के साथ व्यापारी मंडल के कार्यकर्ताओं ने हनुवंत सराय के पास स्टाल लगाकर दिनभर राहगीरों को ठंडी छाछ की मनुहार की। इसी प्रकार शिव कॉलोनी स्थित श्रीराम संकट मोचन बालाजी मंदिर प्रांगण में निर्जला एकादशी पर दान पुण्य किया गया। मानव जाति धर्म जीव रक्षा सेवा समिति के संरक्षक पारस परमार की उपस्थिति में गौ माता को हरा चारा तथा मूक पक्षियों की सेवार्थ परिंडे लगाए गए।
मंदिरों में उमड़े श्रद्धालु
निर्जला एकादशी के दिन मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ रही। इधर महिलाओं ने व्रत रखने के साथ कथा सुनकर पारणा किया। इस दिन महिलाओं ने फलों के साथ मटकियां व हाथ से हवा खाने वाली पंखियां भी दान की। अलसवेरे से ही धार्मिक माहौल बना नजर आया। महिलाओं ने हरजस गाने के साथ मंदिरों में प्रतिमाओं का श्रृंगार भी किया।
दान-पुण्य के साथ हुए कीर्तन-कथा
समदड़ी. निर्जला एकादशी पर विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से दिनभर दान पुण्य किया गया। सुबह से ही दान पुण्य का दौर शुरू हो गया था। लोगों ने एक-दूसरे के घर में मटकी, पंखी व ठंडे पेय पदार्थो के साथ फलों का दान किया। इधर, बाजार में राहगीरों की सेवा के लिए जगह-जगह पेय पदार्थ की स्टालें लगा गई। कस्बे के गौर का चौक, रानीदेशीपुरा रोड़ व बावड़ी चौक पर शर्बत व ठंडाई की मनुहार की गई। निर्जला एकादशी के दिन गुरुद्वारे पर एकादशी की कथा हुई तो मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।
महिलाओं ने गाए भजन
कल्याणपुर. निर्जला एकादशी पर कस्बे के नत्थू तालाब पर गांव की महिलाओं की ओर से गायों को गुड़ खिलाकर पुण्य का लाभ लिया गया। इधर, परालिया सांसण गांव स्थित श्री राधा कृष्ण व ठाकुरजी मंदिर में श्रीमद् भावगत कथा का आयोजन किया गया। जहां मंदिर पुजारी देवा महाराज ने बताया कि बड़ी संख्या में महिलाओं ने कथा का श्रवण करते हुए भजन कीर्तन किए। इसके अलावा तालाब पर श्रमदान किया गया। कस्बे में फ्रूट की दुकानों पर दिनभर लोगों की भारी भीड़ जुटी नजर आई।