भजन संध्या में लगाई चढ़ावे की बोलियां,महाप्रसादी में उमड़े समाजबंधु
बालोतरा। शहर के समदड़ी रोड़ स्थित माली समाज के राघवदास आश्रम में रामेश्वर महादेव मंदिर का 12वां पाटोत्सव शुक्रवार को महामंडलेश्वर राघवदास महाराज व नरसिंगदास महाराज समदड़ी के सानिध्य में धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। प्रवक्ता प्रेम टांक ने बताया कि रामेश्वर महादेव मंदिर के पाटोत्सव के तहत शुक्रवार को ब्रह्म मुहूत्र्त में भगवान शिव-पार्वती व नंदी की प्रतिमा का पंचामृत से स्नान आदि करवाकर नवीन वस्त्राभूषण पहनाकर विशेष श्रंगार किया गया। उसके बाद लाभार्थी परिवार द्वारा मंदिर शिखर पर गाजे बाजे के साथ ध्वजारोहण किया गया। विजय मुहूत्र्त में भगवान शिव व पार्वती की विधि-विधान से पूजा अर्चना कर महाआरती की गई। महाआरती के पश्चात महाप्रसादी का आयोजन किया गया जिसमें सैकड़ों समाजबंधुओं ने प्रसादी ग्रहण की। दोपहर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान माली समाज के समाजसेवी लोगों एवं चढ़ावे की बोलियों में भाग लेने वाले लाभार्थी परिवारों का माला व साफा पहनाकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर माली समाज के प्रबुद्धजनों सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
कलाकारों ने बहाई देर रात तक भजनों की सरिता
रामेश्वर मंदिर के पाटोत्सव को लेकर गुरूवार रात्रि में भजन संध्या का आयोजन किया गया। भजन संध्या का आगाज हर्ष माली ने गणपति वंदना के साथ किया उसके पश्चात गुरू महिमा सहित अनेक सुमधुर भजनों की प्रस्तुतियां दी। उसके बाद जबराराम माली ने भी एक से बढक़र एक भजनों की प्रस्तुतियां देकर उपस्थित श्रद्धालुओं का मनमोह लिया। भजन संध्या के दौरान विभिन्न चढ़ावे की बोलियां लगाई गई जिसमें समाजबंधुओं ने बढ़ चढक़र भाग लिया।
श्रद्धालुओं ने लिया चढ़ावे की बोलियों का लाभ
रामेश्वर मंदिर के 12वें पाटोत्सव के तहत बोलियां लगाई गई जिसमें श्रद्धालुओं ने भाग लेकर लाभ प्राप्त किया। पाटोत्सव के तहत महाप्रसादी का लाभ मलाराम वोताराम गहलोत ने लिया। रात्रि जागरण का लाभ चुन्नीलाल टिकाजी गहलोत ने लिया एवं ध्वजा चढ़ाने का लाभ गोविंदराम गोराजी सुंदेशा ने प्राप्त किया।
बालोतरा। शहर के समदड़ी रोड़ स्थित माली समाज के राघवदास आश्रम में रामेश्वर महादेव मंदिर का 12वां पाटोत्सव शुक्रवार को महामंडलेश्वर राघवदास महाराज व नरसिंगदास महाराज समदड़ी के सानिध्य में धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। प्रवक्ता प्रेम टांक ने बताया कि रामेश्वर महादेव मंदिर के पाटोत्सव के तहत शुक्रवार को ब्रह्म मुहूत्र्त में भगवान शिव-पार्वती व नंदी की प्रतिमा का पंचामृत से स्नान आदि करवाकर नवीन वस्त्राभूषण पहनाकर विशेष श्रंगार किया गया। उसके बाद लाभार्थी परिवार द्वारा मंदिर शिखर पर गाजे बाजे के साथ ध्वजारोहण किया गया। विजय मुहूत्र्त में भगवान शिव व पार्वती की विधि-विधान से पूजा अर्चना कर महाआरती की गई। महाआरती के पश्चात महाप्रसादी का आयोजन किया गया जिसमें सैकड़ों समाजबंधुओं ने प्रसादी ग्रहण की। दोपहर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान माली समाज के समाजसेवी लोगों एवं चढ़ावे की बोलियों में भाग लेने वाले लाभार्थी परिवारों का माला व साफा पहनाकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर माली समाज के प्रबुद्धजनों सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
कलाकारों ने बहाई देर रात तक भजनों की सरिता
रामेश्वर मंदिर के पाटोत्सव को लेकर गुरूवार रात्रि में भजन संध्या का आयोजन किया गया। भजन संध्या का आगाज हर्ष माली ने गणपति वंदना के साथ किया उसके पश्चात गुरू महिमा सहित अनेक सुमधुर भजनों की प्रस्तुतियां दी। उसके बाद जबराराम माली ने भी एक से बढक़र एक भजनों की प्रस्तुतियां देकर उपस्थित श्रद्धालुओं का मनमोह लिया। भजन संध्या के दौरान विभिन्न चढ़ावे की बोलियां लगाई गई जिसमें समाजबंधुओं ने बढ़ चढक़र भाग लिया।
श्रद्धालुओं ने लिया चढ़ावे की बोलियों का लाभ
रामेश्वर मंदिर के 12वें पाटोत्सव के तहत बोलियां लगाई गई जिसमें श्रद्धालुओं ने भाग लेकर लाभ प्राप्त किया। पाटोत्सव के तहत महाप्रसादी का लाभ मलाराम वोताराम गहलोत ने लिया। रात्रि जागरण का लाभ चुन्नीलाल टिकाजी गहलोत ने लिया एवं ध्वजा चढ़ाने का लाभ गोविंदराम गोराजी सुंदेशा ने प्राप्त किया।
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