बालोतरा। श्री विश्वकर्मा मंदिर जसोल में विश्वकर्मा शताब्दी समारोह के समापन से पूर्व संध्या पर भजन संध्या का अयोजन किया गया जिसमें राजेंद्र जांगीड,ओमप्रकाश सुथार व ताराराम सुथार ने एक से बढक़र एक भजनों की सुमधुर प्रस्तीयां दी। शताब्दी समारोह के समापन अवसर पर शनिवार प्रात: 5 बजे श्री विश्वकर्मा यज्ञ का आयोजन ओमप्रकाश श्रीमाली के नेतृत्व में हुआ जिसमें वेदमंत्रो के जाप के साथ यज्ञ में आहुतियां दी गई। समारोह के दौरान महंत ओंकारभारती ने संबोधित करते हुए शिक्षा की अलख जगाने की बात कहते हुए समाज के बच्चों को बेहतरीन शिक्षा दिलाने की बात कही। समाजसेवी मोहनलाल जांगिड व हरीश जांगिड ने भी समाज को नशा मुक्त करने की बात कही और युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान सुनहरें पल नामक एक स्मारिक का विमोचन किया गया तथा नवीन भोजनाशाला का अनावरण भी किया गया। शताब्दी समारोह के भामाशाहों को स्मृति चिन्ह भेंट कर महाप्रसादी का आयोजन किया जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की।
इस अवसर पर शताब्दी समारोह समिति संयोजक जीतमल सुथार,जोगाराम कुलरिया पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, गुजरात मोहनलाल जांगिड अध्यक्ष जांगिड समाज समिति ट्रस्ट गांधीधाम,विश्वकर्मा विकास समिति अध्यक्ष बाबुलाल सुंदा जसोल,सचिव मीठालाल,तेजाराम कुलरिया,पारसमल कुलरिया,ईश्वरलाल,हिम्मताराम,रामचंद्र,मुकेश,
केवलचंद,सुजाराम,फूसाराम,घेवरचंद, सहित पांच पट्टी के सैकड़ों समाज बंधुओं ने हर्षोल्लास से भाग लिया।
इस अवसर पर शताब्दी समारोह समिति संयोजक जीतमल सुथार,जोगाराम कुलरिया पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, गुजरात मोहनलाल जांगिड अध्यक्ष जांगिड समाज समिति ट्रस्ट गांधीधाम,विश्वकर्मा विकास समिति अध्यक्ष बाबुलाल सुंदा जसोल,सचिव मीठालाल,तेजाराम कुलरिया,पारसमल कुलरिया,ईश्वरलाल,हिम्मताराम,रामचंद्र,मुकेश,
केवलचंद,सुजाराम,फूसाराम,घेवरचंद, सहित पांच पट्टी के सैकड़ों समाज बंधुओं ने हर्षोल्लास से भाग लिया।
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