सिवाना। लाखों रूपये की लागत से बने कइ सरकारी भवन उद्घाटन के इन्तजार में आंसू बहा रहे है। रखरखाव के अभाव मे इनकी इमारतें खंडहर में तब्दील होती जा रही है।
जबकी आमजन इन सुविधाओं से वंचित है। खाखरलाइ रोड पर 15 लाख रूपये की लागत से बना उपखंड कार्यालय भवन दो वर्षो से उद्घाटन के इंतजार मे सूना है। जबकि भवन की सुविधा होने के बाद भी उपखंड कार्यालय का संचालन तहसील कार्यालय के एक छोटे से कमरे में चल रहा है। इसी मार्ग पर 2 करोड 80 लाख रूपये की लागत से केन्द्रीय मॉडर्न स्कुल का निर्माण पूर्ण हुए पांच माह हो चुके है। लेकिन अभी तक यह भवन उद्घाटन के इंतजार में है। तीन दशक से राजस्व विभाग के पांच भवन भी वीरान पडे है। आयुर्वेद चिकित्सा विभाग को भी उद्घाटन का इंतजार है। चिकित्सालय परिसर में निर्मित नेस्टल वार्ड भी सूना है। उद्घाटन के अभाव में इस भवन को कबाड घर बना दिया गया है। इन भवनों को समाजकंटकों ने अपना अड्डा बना रखा है। दरवाजे व खिडकियां दरक रहे है। क्या इन भवनों का उद्घाटन होगा। क्या इन भवनों का उद्घाटन होने के बाद में जनता को फायदा होगा यह तो आने वाला समय ही बतायेगा ।
जबकी आमजन इन सुविधाओं से वंचित है। खाखरलाइ रोड पर 15 लाख रूपये की लागत से बना उपखंड कार्यालय भवन दो वर्षो से उद्घाटन के इंतजार मे सूना है। जबकि भवन की सुविधा होने के बाद भी उपखंड कार्यालय का संचालन तहसील कार्यालय के एक छोटे से कमरे में चल रहा है। इसी मार्ग पर 2 करोड 80 लाख रूपये की लागत से केन्द्रीय मॉडर्न स्कुल का निर्माण पूर्ण हुए पांच माह हो चुके है। लेकिन अभी तक यह भवन उद्घाटन के इंतजार में है। तीन दशक से राजस्व विभाग के पांच भवन भी वीरान पडे है। आयुर्वेद चिकित्सा विभाग को भी उद्घाटन का इंतजार है। चिकित्सालय परिसर में निर्मित नेस्टल वार्ड भी सूना है। उद्घाटन के अभाव में इस भवन को कबाड घर बना दिया गया है। इन भवनों को समाजकंटकों ने अपना अड्डा बना रखा है। दरवाजे व खिडकियां दरक रहे है। क्या इन भवनों का उद्घाटन होगा। क्या इन भवनों का उद्घाटन होने के बाद में जनता को फायदा होगा यह तो आने वाला समय ही बतायेगा ।
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