जसोल। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की 117 वी जयन्ती आदर्श विद्या मन्दिर नाकोड़ा रोड़ जसोल में मनाई गई। प्रचार प्रमुख विक्रमसिंह राठौड़ ने बताया कि विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम की शुरूआत दीपप्रज्जवलन के साथ की गई ।
इसके पश्चात भैया राणाराम, व विकासपुरी ने नेताजी के जीवन का परिचय देते हुए उनके जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं का जिक्र किया । उत्सव जयन्ती प्रभारी विरमसिंह राठौड़ ने सुभाषचन्द्र बोस के आजादी की लड़ाई की घटनाओं का वर्णन करते हुए कहा कि नेताजी सुभाषचन्द्र बोस ने कहा था कि चूना, पत्थर, धन-दौलत व आबादी से मकान खड़े करने से देश नहीं बनता वीरों और बलिदानों के खुनों से देश बनता है। आचार्य महेन्द्रसिंह सोलंकी ने नेताजी के जीवन पर प्रकाष डालते हुए कहा कि उनका जीवन भर मातृभूमि के लिए संघर्ष भारतीयों में त्याग व बलिदान की भावनाओं को मजबुत करेगा। इस दौरान आचार्य पदमाराम पालीवाल, रणजीतसिंह राव व अषोक कुमार माली ने भी विचार व्यक्त किये। इस दौरान आचार्य विरेन्द्र कुमार, गुलाबसिंह , खेतसिंह, पंकज अवस्थी, छोटुसिंह, देवीसिंह, ओमप्रकाष पालीवाल, हेमाराम मेघवाल, बेबी गौड़, आनन्द राठौड़, दिव्या शर्मा सहित कई आचार्य - आचार्या उपस्थित थे।
इसके पश्चात भैया राणाराम, व विकासपुरी ने नेताजी के जीवन का परिचय देते हुए उनके जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं का जिक्र किया । उत्सव जयन्ती प्रभारी विरमसिंह राठौड़ ने सुभाषचन्द्र बोस के आजादी की लड़ाई की घटनाओं का वर्णन करते हुए कहा कि नेताजी सुभाषचन्द्र बोस ने कहा था कि चूना, पत्थर, धन-दौलत व आबादी से मकान खड़े करने से देश नहीं बनता वीरों और बलिदानों के खुनों से देश बनता है। आचार्य महेन्द्रसिंह सोलंकी ने नेताजी के जीवन पर प्रकाष डालते हुए कहा कि उनका जीवन भर मातृभूमि के लिए संघर्ष भारतीयों में त्याग व बलिदान की भावनाओं को मजबुत करेगा। इस दौरान आचार्य पदमाराम पालीवाल, रणजीतसिंह राव व अषोक कुमार माली ने भी विचार व्यक्त किये। इस दौरान आचार्य विरेन्द्र कुमार, गुलाबसिंह , खेतसिंह, पंकज अवस्थी, छोटुसिंह, देवीसिंह, ओमप्रकाष पालीवाल, हेमाराम मेघवाल, बेबी गौड़, आनन्द राठौड़, दिव्या शर्मा सहित कई आचार्य - आचार्या उपस्थित थे।
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