*कांग्रेस डालना चाहती है रोड़ा, स्थानीय नेता जनता को कर रहे भृमित
बालोतरा।
जहां एक ओर चार साल बाद रिफाइनरी के पुन: शिलान्यास की तिथी तय होने के बाद क्षेत्रीय लोगों में उम्मीद की नई किरण जगी है, लेकिन कांग्रेस के स्थानीय नेता चार साल के विलंब की बात को मुद्दा बनाकर जनता को भ्रमित करने में लगे हैं। कांग्रेस राजनीति से ऊपर उठकर सोचे तो रिफाइनरी से क्षेत्र का विकास होना है। इससे लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा। कांग्रेस नेताओं का तर्क है कि शिलान्यास चार साल पहले हो चुका था, भाजपा इस प्रोजेक्ट के बारे में सोचती तो अब तक उद्घाटन हो जाता। मगर सोचने कि बात यह है कि कांग्रेस ने भी विधानसभा चुनाव से पहले ही रिफाइनरी का शिलान्यास करवाया था और मतदाताओ को बरगलाकर सत्ता में आने का प्रयास किया। लेकिन लोगों ने कांग्रेस की इस कारस्तानी को धत्ता बताते हुए भाजपा को सत्ता में लाया। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इस प्रोजेक्ट पर समीक्षा की और घाटे के सौदे से सरकार के करोड़ों रुपए बचाते हुए फिर एमओयू किया। अब मोदी द्वारा पुन: शिलान्यास का कार्यक्रम तय हो चुका है, मगर स्थानीय नेता रोड़ा डालते हुए जनता को भ्रमित कर रहे हैं। लोगों का सवाल यह है कि अगर कांग्रेस को राजनीति करनी थी तो वो चार साल कहां गए थे।
अब जनता को भ्रमित करने के लिए बांटे झूठे पेम्पलेट
अब एक बार फिर से जनता में साहूकार बनने के लिए कांग्रेस के चंद नेता लोगों को गुमराह करने के लिए रिफायनरी को लेकर झूठे पेम्पलेट छपवाकर बांट रहे हैं।*
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