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Monday, July 25, 2016

सावन के पहले सोमवार को इंद्रदेव ने किया भोलोनाथ का अभिषेक

उपखंड क्षेत्र के सभी शिव मंदिरों में लगा रहा भक्तों का तांता
संवाददाता चेतन सुंदेशा (8003772263)
बालोतरा। सावन मास के प्रथम सोमवार को उपखंड के शिवालयों में श्रद्धालुओं की भीड़ रही और शाम को रिमझिम बारिश के साथ इंद्रदेव ने भगवान भोलेनाथ का अभिषेक किया। अल सवेरे शिव भक्तों ने शिवालयों में पहुंचकर पूजा अर्चना कर जीवन में खुशहाली की कामनाएं की।

सावन के प्रथम सोमवार को शहर के सबसे प्राचीन आकड़ेश्वर महादेव मंदिर पर भोलेनाथ के जयकारों से शिवालय गूंज उठा। स्त्री-पुरुषो व बच्चो ने ओम नम: शिवाय की मधुर ध्वनि के साथ शिवलिंग पर अभिषेक किया। भक्त भाखरराम पटेल ने बताया कि सावन माह के तीसरे सोमवार को प्रात: वेला में द्वादश ज्योर्तिलिंग पर महंत शंकरपुरी महाराज के सान्निध्य में भोलेनाथ का भक्त सालगराम सुथार, किशनसिंह राजपुरोहित, विकास जैन, गिरधारीसिंह ने विधि-विधान से शिवलिंग व नागदेव की पूजा-अर्चना कर दूध व जल से अभिषेक किया। सवेरे ब्रह्म मुहूर्त में शिव, पार्वती, दत्तात्रेय, कार्तिकेय व गणेश भगवान की पंचामृत से स्नानादि करवाकर नवीन वस्त्राभूषण कर गुलाब के सुगंधित पुष्पों से श्रृंगारित कर संत अवन्तिकागिरी महाराज ने महाआरती कर क्षेत्र में सुख-समृद्धि व अच्छी बरसात की कामना की
आकड़ेश्वर  महादेव मंदिर में अभिषेक करते हुए श्रद्धालु श्रद्धालु। 
। पटेल ने बताया कि द्वादश ज्योतिर्लिंग पर मंदिर के महंत शंकरपुरी महाराज ने 108 बिल्व पत्र अर्पित कर भोलेनाथ का जलाभिषेक किया। सांय 4 बजे भोलेनाथ की आरती की गई। सावन का तीसरा सोमवार होने पर मंदिर पर दिनभर मेले सा माहौल रहा। शहर सहित आस-पास के क्षेत्रों से कई लोग दर्शनार्थ आकर पूजा अर्चना की।
पिपलेश्वर महादेव मंदिर में किया अभिषेक---

इसी तरह बिठूजा ग्राम में स्थित पीपलेश्वर महादेव मंदिर पर सावन के प्रथम सोमवार पर दिनभर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। आस-पास के गांवों व कस्बो से कई स्त्री-पुरुषों ने आकर शिव परिवार की पूजा-अर्चना कर अभिषेक किया। भैरूलाल डागा ने बताया कि सावन के तीसरे सोमवार पर पीपलेश्वर महादेव मंदिर में प्रात: वेला में किशनलाल माली, देवाराम प्रजापत, रामाराम गोदारा, सावलपुरी ने कंक-गुलाल, अबीर, पुष्प, चंदन धूप दीप से पूजा कर भोलेनाथ का अभिषेक किया।

सोमवार का दिन होने से कई महिलाओं ने शिव चालीसा का पाठ किया तथा घर परिवार में सुख-समृद्धि की कामना की। मंदिर पर दिन पर्यंत लोगों की चहल-पहल रही। वहीं बालोतरा शहर स्थित शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ रही। शिव भक्तों ने भोलेनाथ की पूजा अर्चना की। इसी प्रकार क्षेत्र के होटलू महादेव, पचपदरा के समीप चढाणी महादेव, मलेश्वर महादेव, गोयणा भाखर महादेव मंदिर पहुंचकर श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना कर जीवन में खुशहाली की कामनाएं की। अनेक लोगों ने शिव मंदिरो में पूजा अर्चना के पश्चात व्रत भी खोले।

Thursday, July 21, 2016

लूणी नदी में छोड़ा जा रहा है फैक्ट्रियों का प्रदूषित पानी

एनजीटी के आदेशों की हो रहीं है अवहेलना,प्रदूषण नियंत्रण मंडल व प्रशासन नहीं कर रहा है कोई कार्रवाई
रिपोर्ट @ ओमप्रकाश सोनी  (9414532417)
बालोतरा। बिठूजा औद्योगिक क्षेत्र में प्रदुषण नियंत्रण के मानको की पालना नहीं हो रही है। धुपाई इकाइयों से सी ई टीपी प्लांट जाने वाली पाइप लाइनों की साफ सफाई की आड़ में पिछले लंबे समय से रासायनिक प्रदूषित पानी इकाई परिसर के बाहर आस पास के खेतो व लूणी नदी में डाला जा रहा है। बिठूजा औद्योगिक क्षेत्र के तमाम रास्तो पर प्रदूषित पानी फेला पड़ा है। अनेक स्थानों पर तो खेतों व नदी में छोड़ा गया रासायनिक प्रदूषित पानी तालाब का रूप ले चूका है।
प्रदूषण मंडल अधिकारी जानबूझकर कर रहे अनदेखा
ऐसा नहीं है कि प्रदूषण फैलने की जानकारी प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अधिकारियों को नहीं है। इसके अलावा बिठूजा सीईटीपी अध्यक्ष सहित सभी कार्मिकों को इसकी जानकारी है परंतु इच्छाशक्ति नहीं है। यह सब जानबूझकर अनदेखा किया जा रहा है क्योकि इसमें मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता है।


प्लांट मात्र दिखावा बनकर रह गया है
सीईटीपी का प्लांट मात्र शो पीस बनकर रह गया है। इसमें जितना पानी ट्रीट करने की क्षमता है उससे कहीं अधिक प्रदूषित पानी फैक्ट्रिीयों से आ रहा है इसमें कोई दो राय नहीं है। लेकिन इसकी आड़ में कारखानों के मालिक प्रदूषित पानी को सडक़ों,खेतों व खाली पड़े भूखंड़ों में बहां रहे है।
एनजीटी कोर्ट के आदेश भी हुए हवा
पिछले दिनों करीबन 77 माह तक बालोतरा का औद्योगिक क्षेत्र प्रदूषित पानी लूणी नदी में छोडऩे को लेकर एक याचिका एनजीटी कोर्ट में दाखिल की गई थी। इस याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कारखाने बंद करने का आदेश दिया था। उसके बाद आरओ प्लांट आदि शर्तों पर कोर्ट ने प्रदूषित पानी को लूणी नदी में नहीं बहाने की हिदायत के साथ कारखाने शुरू करने का आदेश दिया था। परंतु कुछ दिन गुजर जाने के बाद फिर से फैक्ट्रियों से प्रदूषित पानी लूणी नदी में छोड़ रहे है।


प्रशासन करें कार्रवाई 
पर्यावरण बचाओं संघर्ष समिति के तत्वाधान में बुधवार को जिला कलेक्टर को ज्ञापन भेजा गया है। हमारी मंाग है कि कोर्ट के आदेशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाने वाले फैक्ट्री मालिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएं। प्रदूषित पानी लूणी नदी व खेतों में फैला हुआ है।
तुलसाराम चौधरी,अध्यक्ष पर्यावरण बचाओं संघर्ष समिति।

आखिर कब लगेगी बालोतरा के घंटाघर पर घडियां !

रिपोर्ट @ चेतन सुंदेशा 8003772263
बालोतरा। शहर की खूबसुरती के लिए बनाया गया घंटाघर आज अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। घंटाघर में खुबसूरती के लिए लगाई घडिया नदारद है। नगर परिषद प्रशासन इसका रखरखाव करता है परंतु इसकी जानकारी होने के बावजूद घडियां नही लगाई जा रहीं है।

सूत्र बताते है कि घडियां तो लगाई हुई थी लेकिन खराबी के चलते इनको हटाया गया है। ऐसे में घडिया नहीं होने से घंटाघर की रौनक भी फीकी पड़ रहीं है। नगर परिषद प्रशासन ने इसके लिए टैंडर निकालने की प्रक्रिया भी की थी परंतु वो भी अनदेखी के चलते ठंडे बस्ते में पड़ी है।
मामला ठंडे बस्ते में पड़ा है
मेरे कार्यकाल में मैने कोई घडियां देखी हीं नहीं है लेकिन नई घडियों के खरीद के लिए प्रयास किए थे परंतु वो भी फिलहाल ठंडे बस्ते में है आगे प्रयास करेंगे।
शिवपालसिंह राजपुरोहित,आयुक्त नगर परिषद बालोतरा।

Tuesday, July 12, 2016

अभी तक पता नहीं चला है,पता चलेगा तो आपको बता देंगे : बालोतरा पुलिस

शहर में लगातार हुई चोरियां,पुलिस एक का भी राज नहीं खोल पाई है
संपादक भगाराम पंवार की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट 
बालोतरा। औद्योगिक नगरी में पिछले दिनों हुई चोरियों का राज पुलिस अब तक नहीं खोल पाई है। पिछले दो माह में शहर में अलग-अलग स्थानों पर कई चोरियां हुई लेकिन एक भी चोरी का राज पुलिस तो खोल पाई है और ना हीं चोरों को पकड़ पाई है। इससे आमजन में पुलिस के प्रति रोष व्याप्त है।

पिछले दिनों शहर के हाउसिंग बोर्ड,औद्योगिक क्षेत्र,समदड़ी रोड़,हनवंत सराय के समीप आदि इलाकों में अज्ञात चोरों ने हाथ साफ कर लाखों का सामाना पर लिया लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है जिससे आमजन में विश्वास और अपराधियों में डर का स्लोगन बौना साबित हो रहा है। आखिर कब तक पुलिस अपने अधिकारों से दूर भागती रहेगी। जो आमजन पुलिस के पास अपनी फरियाद लेकर जाते है तो उन्हे बड़ी उम्मीद होती है कि पुलिस उनका दुखड़ा सुनेगी लेकिन पुलिस तो बस एफआईआर दर्ज कर अपनी इतिश्री कर लेती है और आखिर में फरियादी थाने के चक्कर लगाते लगाते थक जाते है उसके बाद वे खुद हीं थाने जाना छोड़ देते है एवं पुलिस फाईल बंद कर लेती है।
थानेदार साहब जिनका कुछ खोता है,उन्हे हीं दुख होता है
यह सत्य भी है और बुजुर्गों की कहावत भी है कि जिनको पीड़ होती है दर्द उन्हे हीं होता है। जो कुछ भी खोता है तो वह आम आदमी का हीं खोता है लेकिन पुलिस को क्या करना है उन्हे तो बस एफआईआर दर्ज कर बस अपनी इतिश्री करनी है और फाईल बंद। थानेदार साहब उन फरियादियों के सामने देखों जो बड़ी आशा लेकर आपके पास आते है लेकिन उन्हे कभी अपना होने का अहसास थाने में नहीं मिलता है। हाथ पर हाथ धरे बैठने से कुछ नहीं होगा चोरों को पकडऩा होगा जिससे वे अगली बार किसी और का घर नहीं उजाड़े।


सफलता नहीं मिली है,मिलेगी तो आपको बता देंगे
हम कोशिश कर रहे है लेकिन अभी तक कोई सफलता मिली नहीं है। और आगे इस मामले में क्या प्रगति है मैं इसके बारे में इन्वेस्टिगेशन अधिकारी को पूछकर बताता हू।
गौरव अमरावत,सीआई,पुलिस थाना बालोतरा।

Monday, July 11, 2016

टिकमपुरा के अनार के लिए विदेशी ग्राहक तैयार

रिपोर्ट @ ओमप्रकाश सोनी 9414532417 
बालोतरा। कहते है कि जंहा चाह वहा राह और आसमान में भी छेद हो सकता है बस जरुरत है तबियत से एक पत्थर उछालने की। कुछ इन्ही पंक्तियों को सच कर दिखाया है समदड़ी तहसिल क्षेत्र के टिकमपुरा गांव के रहने वाले किसान मगाराम काग ने। लूणी नदी के किनारे बसे टिकमपुरा गांव में किसान सदियो से परंपरागत खेती करते आये है। लेकिन दिनों दिन घटते जलस्तर ने यहाँ रहने वाले किसानो के लिए खेती करना मुश्किल बना दिया है।

परंपरागत खेती से आय के स्रोत कम होने से किसान परेशान है। ऐसे में इस गांव के किसान मगाराम काग ने परंपरागत खेती से हटकर कुछ नया करने की सोची। फिर खेत में अनार लगाने की ठानी ताकि खेत में मेहनत के अनुरूप कमाई हो सके। फिर मगाराम ने अपने खेत के सात बीघा में अनार के 1400 पोधे लगाए। पानी की किल्लत के कारण अनार की खेती के लिए ड्रिप पद्धति से सिंचाई करनी शुरू की। शुरुवात में उनको अनार के पोधो को बचाने के लिए अनेक जतन करने पड़े। यूरिया खाद आदि से अनार में आशातीत वृद्धि नहीं होने पर मगाराम ने वापस से देशी कंपोस्ट खाद से अनार के पोधे पनपाए। मगाराम की 22 महीने की मेहनत रंग लाई। आज उसके खेत में अनार के पोधे लहलहा रहे है।
मगाराम ने बताया कि बालोतरा क्षेत्र के बुडीवाडा गांव में जब उन्होंने खारे पानी से अनार की खेती होते देखा तो उनके मन में भी अनार की खेती करने का विचार आया। बाद में उन्होंने बुडीवाडा के किसान नगाराम पौण ने उन्हें अनार की खेती के तरीको के बारे में जानकारी दी। अब मगाराम के खेत में पूर्णतः देशी खाद से उगाए गए अनार के पोधो से मिलने वाली फसल के लिए अग्रिम रूप से देश की बड़ी ख्यातिनाम कम्पनियो का उनके वहा पहुचना शुरू हो गया है। गांव के ही मांगीलाल रातडा व् हड़मान राम ने बताया कि एक कंपनी ने तो इस अनार की फसल को सीधे विदेशो में निर्यात करने का कहते हुए मुंहमांगे दामो में अनार खरीदने का प्रस्ताव दिया है। मगाराम ने बताया कि इस वर्ष दिसम्बर तक इन पोधो से अनार की फसल आना शुरू हो जायेगी।

प्रशिक्षण के आने की मांग- विषम परिस्थितियो में अनार जेसी फसल उगाने में पूर्णतः देशी तरीके से अधिक फसल लेने के मगाराम के तरीके को देखकर अनेक एग्रीकल्चर कम्पनियो ने उनको अपने खेती के तरीको को दूसरे किसानो को समझाने के लिए प्रशिक्षण देने के आने का न्योता भी दिया है।

Tuesday, July 5, 2016

जिस्म में टायर, तेल और गैस भर ली, तब जाकर बनी इनकी बॉडी

रोमारियो डॉस संटोस एल्वस-
ये 25 साल के ब्राजीलियन बॉडीलिफ्टर हैं जो असल जिंदगी में खुद को हल्क बनाना चाहते हैं। इसके लिए वो अपने बाजुओं में तेल ओर अल्कोहल का इंजेक्शन लगाकर अपनी जान जोखिम में डालते हैं।


रोमारियो डॉस संटोस एल्वस-







सजद घरीबी-
ये 24 साल के ईरान के वेटलिफ्टर हैं। ये अपनी शानदार बॉडी की वजह से हमेशा इंटरनेट पर छाए रहते हैं। उनके डोले देखकर बड़े-बड़े भी शरमा जाएंगे। उनके अनुसार वो 175 किलो वजन उठा सकते हैं।


           सजद घरीबी-





मुस्तफा इस्माइल-
ये रोज 3 किलो प्रोटीन, 4 किलो कार्बोहाइड्रेट और 11 लीटर पानी पीते हैं। इनके डोले 31 इंच के हैं जो किसी सामान्य इंसान के सीने के बराबर हैं।


मुस्तफा इस्माइल-











जेफ डाबे-
इनके हाथ बहुत विशाल हैं, जिनपर मिन्नेसोटा यूनिवर्सिटी ने टेस्ट भी किया है कि कहीं ये किसी बीमारी की वजह से तो बड़े नहीं हो गए हैं। लेकिन टेस्ट रिपोर्ट नॉर्मल आया।


जेफ डाबे










अरलिंडो डिसूजा-
ये 43 साल के बॉडीलिफ्टर हैं। वो मानते हैं कि उनके डोले ब्राजील के सबसे बड़े डोले हैं। इनके डोले 29 इंच के हैं। ऐसे डोले बनाने के लिए वो मिनरल ऑयल और अल्कोहल का इंजेक्शन लेते हैं।


अरलिंडो डिसूजा-











डेनिस साइपलेनकोव-
ये 32 साल के रेस्टलिंग चैंपियन हैं। इनके डोले दुनिया के सबसे बड़े डोले माने जाते हैं। इनकी कलाई 9.5 इंच मोटी और 139 किलो की हैं। इनके डोले 25 इंच के हैं।


सौजन्य : अमर उजाला
डेनिस साइपलेनकोव-

राजेंद्र सिंह इन्टेक के अतिरिक्त जिला कन्वीनर मनोनीत

रिपोर्टर @ ओमप्रकाश सोनी 9414532417
बालोतरा। समदड़ी क्षेत्र के सिलोर गांव के निवासी वरिष्ठ साहित्यकार राजेन्द्रसिंह सोढा मान को कला व् संस्कृति के संरक्षण के क्षेत्र में काम कर रही प्रतिष्टित संस्था इन्टेक की और से बाड़मेर चैप्टर का अतिरिक्त कन्वीनर मनोनीत किया गया है।

इंडियन नेशनल ट्रस्ट फोर आर्ट्स एंड कल्चरल हेरिटेज(इंटेक) के मेंबर सेक्रेटेरी सी.टी.मिश्रा ने मान को नियुक्ति पत्र जारी किया है।  गौरतलब है कि राजेंद्र सिंह सोढा मान पिछले लंबे समय से क्षेत्र की कला, संस्कृति व् पर्यावरण के संरक्षण के लिए काम कर रहे है। राजेन्द्रसिंह मान ने बताया कि इंटेक अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कला, संस्कृति, पुराधरोहर के संरक्षण के लिए काम कर रही है। उन्होंने बताया कि इंटेक स जुड़ने के बाद विशेष रूप से बाड़मेर जिले की ओरण व् गोचर की जमीन के संरक्षण का काम उनकी प्राथमिकता रहेगी। सोढा ने बताया कि बालोतरा, सिवाना क्षेत्र में ओरण गोचर की भूमि अतिक्रमण की चपेट में है।

साथ ही लूणी नदी भी रासायनिक प्रदुषण के कारण बर्बाद हो रही है। मान ने बताया कि क्षेत्र की पूरा धरोहरो के संरक्षण के लिए सरकार से पैरवी की जायेगी। साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिए ग्रामीणों में चेतना लाना उनकी प्राथमिकता रहेगी। मान के इंटेक में मनोनयन पर प्रदुषण निवारण एवमं पर्यावरण संरक्षण समिति बालोतरा के अध्यक्ष तुलसाराम चोधरी ने बधाई दी। 

पर्यावरण सरंक्षण के लिए वृक्षारोपण अत्यंत आवश्यक : हुकम सिंह अजीत

समदड़ी। मांगला ग्राम पंचायत के आगनवाड़ी केंद्र पर हरित राजस्थान के तहत वृक्षरोपण का हुआ आयोजन ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि किसान कांग्रेस प्रदेश सचिव हुकम सिंह अजीत ने कहा की पर्यावरण के सरंक्षण के लिए पौधारोपण अतन्यंत आवश्यक है हमें मिलजुल कर सार्वजनिक संस्थानों और आवासीय क्षैत्र में हरित राजस्थान के तहत पौधारोपण के लिए प्रयासरत रहना चाहिए।

और साथ ही आगनवाड़ी में कार्यरत कार्यकर्ता और सहायिकाओं द्वारा ग्रामीण आंचलों में पौधारोपण के लिए प्रोत्साहित करने के लिए जनजागरूकता अभियान चलाने पर आभार व्यक्त किया ।
कार्यक्रम में मांगला सरपंच शांति देवी, समदड़ी युवा कांग्रेस नगर अध्यक्ष दिलीप सिंह राव, अधिवक्ता घेवर प्रजापत, पूर्व सरपंच हेमाराम चौधरी, आगनवाड़ी कार्यकर्ता बादली देवी, सहायिका बाबू देवी, भामाशाह हिमता राम सैन, वार्डपंच हस्तीमल राजपुरोहित, भीखाराम, शिक्षाविद् लक्ष्मणराम, वालाराम, फुसाराम, शुभादेवी, ममता, कमला, शायरो देवी सहित ग्रामीण उपस्थित थे ।

सर्व समाज ने दिया ज्ञापन

हिंदुओं पर बढ़ते अत्याचार को लेकर सर्व समाज द्वारा राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन बालोतरा वफ्फ बिल के विरोध की आड़ में सुनिश्चित योजना...