शहर में लगातार हुई चोरियां,पुलिस एक का भी राज नहीं खोल पाई है
संपादक भगाराम पंवार की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट
बालोतरा। औद्योगिक नगरी में पिछले दिनों हुई चोरियों का राज पुलिस अब तक नहीं खोल पाई है। पिछले दो माह में शहर में अलग-अलग स्थानों पर कई चोरियां हुई लेकिन एक भी चोरी का राज पुलिस तो खोल पाई है और ना हीं चोरों को पकड़ पाई है। इससे आमजन में पुलिस के प्रति रोष व्याप्त है।
पिछले दिनों शहर के हाउसिंग बोर्ड,औद्योगिक क्षेत्र,समदड़ी रोड़,हनवंत सराय के समीप आदि इलाकों में अज्ञात चोरों ने हाथ साफ कर लाखों का सामाना पर लिया लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है जिससे आमजन में विश्वास और अपराधियों में डर का स्लोगन बौना साबित हो रहा है। आखिर कब तक पुलिस अपने अधिकारों से दूर भागती रहेगी। जो आमजन पुलिस के पास अपनी फरियाद लेकर जाते है तो उन्हे बड़ी उम्मीद होती है कि पुलिस उनका दुखड़ा सुनेगी लेकिन पुलिस तो बस एफआईआर दर्ज कर अपनी इतिश्री कर लेती है और आखिर में फरियादी थाने के चक्कर लगाते लगाते थक जाते है उसके बाद वे खुद हीं थाने जाना छोड़ देते है एवं पुलिस फाईल बंद कर लेती है।
थानेदार साहब जिनका कुछ खोता है,उन्हे हीं दुख होता है
यह सत्य भी है और बुजुर्गों की कहावत भी है कि जिनको पीड़ होती है दर्द उन्हे हीं होता है। जो कुछ भी खोता है तो वह आम आदमी का हीं खोता है लेकिन पुलिस को क्या करना है उन्हे तो बस एफआईआर दर्ज कर बस अपनी इतिश्री करनी है और फाईल बंद। थानेदार साहब उन फरियादियों के सामने देखों जो बड़ी आशा लेकर आपके पास आते है लेकिन उन्हे कभी अपना होने का अहसास थाने में नहीं मिलता है। हाथ पर हाथ धरे बैठने से कुछ नहीं होगा चोरों को पकडऩा होगा जिससे वे अगली बार किसी और का घर नहीं उजाड़े।
सफलता नहीं मिली है,मिलेगी तो आपको बता देंगे
हम कोशिश कर रहे है लेकिन अभी तक कोई सफलता मिली नहीं है। और आगे इस मामले में क्या प्रगति है मैं इसके बारे में इन्वेस्टिगेशन अधिकारी को पूछकर बताता हू।
गौरव अमरावत,सीआई,पुलिस थाना बालोतरा।
संपादक भगाराम पंवार की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट
बालोतरा। औद्योगिक नगरी में पिछले दिनों हुई चोरियों का राज पुलिस अब तक नहीं खोल पाई है। पिछले दो माह में शहर में अलग-अलग स्थानों पर कई चोरियां हुई लेकिन एक भी चोरी का राज पुलिस तो खोल पाई है और ना हीं चोरों को पकड़ पाई है। इससे आमजन में पुलिस के प्रति रोष व्याप्त है।
पिछले दिनों शहर के हाउसिंग बोर्ड,औद्योगिक क्षेत्र,समदड़ी रोड़,हनवंत सराय के समीप आदि इलाकों में अज्ञात चोरों ने हाथ साफ कर लाखों का सामाना पर लिया लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है जिससे आमजन में विश्वास और अपराधियों में डर का स्लोगन बौना साबित हो रहा है। आखिर कब तक पुलिस अपने अधिकारों से दूर भागती रहेगी। जो आमजन पुलिस के पास अपनी फरियाद लेकर जाते है तो उन्हे बड़ी उम्मीद होती है कि पुलिस उनका दुखड़ा सुनेगी लेकिन पुलिस तो बस एफआईआर दर्ज कर अपनी इतिश्री कर लेती है और आखिर में फरियादी थाने के चक्कर लगाते लगाते थक जाते है उसके बाद वे खुद हीं थाने जाना छोड़ देते है एवं पुलिस फाईल बंद कर लेती है।
थानेदार साहब जिनका कुछ खोता है,उन्हे हीं दुख होता है
यह सत्य भी है और बुजुर्गों की कहावत भी है कि जिनको पीड़ होती है दर्द उन्हे हीं होता है। जो कुछ भी खोता है तो वह आम आदमी का हीं खोता है लेकिन पुलिस को क्या करना है उन्हे तो बस एफआईआर दर्ज कर बस अपनी इतिश्री करनी है और फाईल बंद। थानेदार साहब उन फरियादियों के सामने देखों जो बड़ी आशा लेकर आपके पास आते है लेकिन उन्हे कभी अपना होने का अहसास थाने में नहीं मिलता है। हाथ पर हाथ धरे बैठने से कुछ नहीं होगा चोरों को पकडऩा होगा जिससे वे अगली बार किसी और का घर नहीं उजाड़े।
सफलता नहीं मिली है,मिलेगी तो आपको बता देंगे
हम कोशिश कर रहे है लेकिन अभी तक कोई सफलता मिली नहीं है। और आगे इस मामले में क्या प्रगति है मैं इसके बारे में इन्वेस्टिगेशन अधिकारी को पूछकर बताता हू।
गौरव अमरावत,सीआई,पुलिस थाना बालोतरा।
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