मुनि विमलसागर महाराज दस दिन के प्रवास पर
बालोतरा। नाकोड़ा तीर्थ में वर्षावास कर रहे राष्ट्रसंत जैनाचार्य पदमसागरसूरीश्वर महाराज के होनहार शिष्य, जाने-माने प्रवचनकार मुनि विमलसागर महाराज अपने शिष्य मुनि विमलसागर महाराज के साथ दस दिवसीय पावस-प्रवास पर गुरूवार प्रात: बालोतरा पधार रहे हैं। जैन समाज के सभी संप्रदायों के श्रद्धालुओं के साथ अजैन जिज्ञासु श्रोताओं में भी मुनि विमलसागर महाराज के बालोतरा प्रवास को लेकर अत्यंत उत्सुकता व उत्साह का वातावरण है। मुनिवर के ओजस्वी मर्मस्पर्षी प्रवचनों व षिविरों को लेकर तैयारियां जोरो से जारी हंै। बालोतरा का युवावर्ग मुनिवर के इस पावन प्रवास की सफलता और सार्थकता के लिए दिन-रात परिश्रम कर रहा है।
भारतीय साहित्य के विद्वान भाष्यकार मुनि विमलसागर महाराज सरस्वती के परम उपासक हैं और अब तक देष के विभिन्न प्रांतो में घूम-घूमकर पिछले तैंतीस वर्षों में 7 हजार से अधिक प्रवचन दे चुके हैं। मानवीय जीवन जीवन मुल्यों के संरक्षण और परस्पर सद्भावना के विकास पर आधारित मुनि विमलसागर महाराज के प्रवचन हर संप्रदाय-समुदाय और वर्ग-मत के जिज्ञासुओं के लिए ज्ञान का अमूल्य उपहार होते हंै।
गुरूवार प्रात: 7 बजे जसोल-बालोतरा सर्कल पर बड़ी संख्या में भक्तगण मुनिवरों का स्वागत करेंगे। मोती मार्केट के समीप मोती निवास में मुनिवरों का निवास होगा। 19 सितम्बर शुक्रवार से लूनी नदी के तट पर स्थित भगवान महावीर गौशाला प्रांगण में मुनि विमलसागर महाराज के ओजस्वी अमृत प्रवचन होंगे। 19, 20, 22, 23, 24 व 27 सितम्बर को आयोजित ये मननीय प्रवचन प्रात: 9 बजे से 10:30 बजे तक चलेंगे। 21 सितम्बर को युवा सेमिनार आयोजित किया गया है। 15 वर्ष से बड़े विधार्थी युवक-युवतियों के लिए आयोजित यह सेमिनार माइंड पॉवर, व्यक्तित्व विकास, सकारात्मक सोच इत्यादि युवावर्ग के जीवनपयोगी विषयों पर आधारित हैं। यह सेमिनार प्रात: 9 से 11:30 बजे तक चलेगा। इसके लिए प्रवेश-पत्र प्राप्त करना आवश्यक है। 25 सितम्बर को नवरात्रि के प्रथम दिन नूतन माह का विषेष महामंगलपाठ होगा। प्रात: 9 बजे प्रारंभ होने वाले इस भक्ति आयोजन में संगीतमय मंत्रजाप व ध्यान के प्रयोग भी होंगे। 26 सितम्बर को प्रात: 9 बजे से 50 वर्ष तक के दंपतियों के लिए दंपति षिविर आयोजित किया गया है। एक प्रवेष-पत्र के आधार पर पति-पत्नि दोनों इस षिविर में भाग ले सकेंगे। मुनि विमलसागर महाराज ने बताया कि रफ्तार से बदलते युगीन परिवेष में अब ऐसे षिविरों की महती आवश्यकता है। संस्कृति और प्राचीन परंपरा की जड़ों को मजबूत रखते हुए आधुनिकता को अपनाकर जीवन को सफल करना अब बड़ी चुनौति है। इन षिविरों में ऐसे मुद्दों पर विस्तार से चर्चा होगी। मुनि विमलसागर महाराज अब तक ऐसे सैकड़ो षिविरों का सफल संयोजन कर चुके हैं। श्री श्वेताम्बर मूर्तिपूजक तपागच्छ जैन संघ के अध्यक्ष गणपतचन्द पटवारी ने बताया कि श्री जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक युवक महासंघ मुनिश्री के बालोतरा प्रवास के कार्यक्रमों की व्यवस्था करेगा। सिवाना, जसोल, पचपदरा, टापरा आदि अनेक क्षेत्रों के श्रद्धालु प्रतिदिन कार्यक्रमों में भाग लेने हेतु बड़ी संख्या में बालोतरा आयेंगे।
बालोतरा। नाकोड़ा तीर्थ में वर्षावास कर रहे राष्ट्रसंत जैनाचार्य पदमसागरसूरीश्वर महाराज के होनहार शिष्य, जाने-माने प्रवचनकार मुनि विमलसागर महाराज अपने शिष्य मुनि विमलसागर महाराज के साथ दस दिवसीय पावस-प्रवास पर गुरूवार प्रात: बालोतरा पधार रहे हैं। जैन समाज के सभी संप्रदायों के श्रद्धालुओं के साथ अजैन जिज्ञासु श्रोताओं में भी मुनि विमलसागर महाराज के बालोतरा प्रवास को लेकर अत्यंत उत्सुकता व उत्साह का वातावरण है। मुनिवर के ओजस्वी मर्मस्पर्षी प्रवचनों व षिविरों को लेकर तैयारियां जोरो से जारी हंै। बालोतरा का युवावर्ग मुनिवर के इस पावन प्रवास की सफलता और सार्थकता के लिए दिन-रात परिश्रम कर रहा है।
भारतीय साहित्य के विद्वान भाष्यकार मुनि विमलसागर महाराज सरस्वती के परम उपासक हैं और अब तक देष के विभिन्न प्रांतो में घूम-घूमकर पिछले तैंतीस वर्षों में 7 हजार से अधिक प्रवचन दे चुके हैं। मानवीय जीवन जीवन मुल्यों के संरक्षण और परस्पर सद्भावना के विकास पर आधारित मुनि विमलसागर महाराज के प्रवचन हर संप्रदाय-समुदाय और वर्ग-मत के जिज्ञासुओं के लिए ज्ञान का अमूल्य उपहार होते हंै।
गुरूवार प्रात: 7 बजे जसोल-बालोतरा सर्कल पर बड़ी संख्या में भक्तगण मुनिवरों का स्वागत करेंगे। मोती मार्केट के समीप मोती निवास में मुनिवरों का निवास होगा। 19 सितम्बर शुक्रवार से लूनी नदी के तट पर स्थित भगवान महावीर गौशाला प्रांगण में मुनि विमलसागर महाराज के ओजस्वी अमृत प्रवचन होंगे। 19, 20, 22, 23, 24 व 27 सितम्बर को आयोजित ये मननीय प्रवचन प्रात: 9 बजे से 10:30 बजे तक चलेंगे। 21 सितम्बर को युवा सेमिनार आयोजित किया गया है। 15 वर्ष से बड़े विधार्थी युवक-युवतियों के लिए आयोजित यह सेमिनार माइंड पॉवर, व्यक्तित्व विकास, सकारात्मक सोच इत्यादि युवावर्ग के जीवनपयोगी विषयों पर आधारित हैं। यह सेमिनार प्रात: 9 से 11:30 बजे तक चलेगा। इसके लिए प्रवेश-पत्र प्राप्त करना आवश्यक है। 25 सितम्बर को नवरात्रि के प्रथम दिन नूतन माह का विषेष महामंगलपाठ होगा। प्रात: 9 बजे प्रारंभ होने वाले इस भक्ति आयोजन में संगीतमय मंत्रजाप व ध्यान के प्रयोग भी होंगे। 26 सितम्बर को प्रात: 9 बजे से 50 वर्ष तक के दंपतियों के लिए दंपति षिविर आयोजित किया गया है। एक प्रवेष-पत्र के आधार पर पति-पत्नि दोनों इस षिविर में भाग ले सकेंगे। मुनि विमलसागर महाराज ने बताया कि रफ्तार से बदलते युगीन परिवेष में अब ऐसे षिविरों की महती आवश्यकता है। संस्कृति और प्राचीन परंपरा की जड़ों को मजबूत रखते हुए आधुनिकता को अपनाकर जीवन को सफल करना अब बड़ी चुनौति है। इन षिविरों में ऐसे मुद्दों पर विस्तार से चर्चा होगी। मुनि विमलसागर महाराज अब तक ऐसे सैकड़ो षिविरों का सफल संयोजन कर चुके हैं। श्री श्वेताम्बर मूर्तिपूजक तपागच्छ जैन संघ के अध्यक्ष गणपतचन्द पटवारी ने बताया कि श्री जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक युवक महासंघ मुनिश्री के बालोतरा प्रवास के कार्यक्रमों की व्यवस्था करेगा। सिवाना, जसोल, पचपदरा, टापरा आदि अनेक क्षेत्रों के श्रद्धालु प्रतिदिन कार्यक्रमों में भाग लेने हेतु बड़ी संख्या में बालोतरा आयेंगे।
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