*आचार्य डा. लोकेश 13 मई को एक दिवसीय राजस्थान प्रवास पर*
*जन्मभूमि पचपदरा में समाज सेवा के कार्यक्रम को संबोधित करेंगे*
*अमेरिका की शांति सद्भावना यात्रा से पूर्व आचार्य लोकेश पहुंचेंगे श्री नाकोड़ा तीर्थ।*
मारवाड़ क्षेत्र के जन्मे, शिक्षित, दीक्षित अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक आचार्य डा. लोकेश मुनि ‘सर्वश्रेष्ठ अध्यात्मिक गुरु’, ‘विश्व शांति सम्मान’ एवं ‘परमश्री’ अवार्ड से सम्मानित होने के बाद पहली बार 13 मई को एक दिवसीय राजस्थान प्रवास के दौरान जोधपुर, पचपदरा, बालोतरा और श्री नाकोडा पहुंचेंगे जहाँ आचार्य लोकेश विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे और उनका स्वागत होगा |
आचार्य लोकेश मुनि की जन्म भूमि पचपदरा में एस.के. शाह चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित स्व. श्रीमती भंवरीदेवी धर्मपत्नी श्री सोहन लाल सालेचा की पुण्य स्मृति में करवाये गये जनहित कार्यों के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करेंगे | कार्यक्रम में केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, राजस्थान सरकार के राजस्व मंत्री श्री अमराराम चौधरी, पूर्व न्यायाधीश श्री जसराज चोपड़ा, सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी, कौशल विकास विश्वविद्यालय के कुलपति डा. ललित के. पवार व अनेक प्रतिष्ठित हस्तियाँ उपस्थित होंगी |
आचार्य लोकेश बालोतरा में मीडिया को संबोधित करेंगे और अमेरिका की शांति व सद्भावना यात्रा की विस्तृत जानकारी देंगे |
अमेरिका में शांति व सद्भावना यात्रा से पूर्व आचार्य लोकेश विश्व प्रसिद्द श्री नाकोडा जैन तीर्थ जहाँ पर भगवान पार्श्वनाथ की मूर्ती स्थापित है में विश्व शांति व सद्भावना की प्रार्थना करेंगे | जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ का अति विशिष्ठ स्थान है | तत्कालीन समय में उनके प्रभाव से जैन धर्म भारत के साथ अफगानिस्तान, ईराक, ईरान, जावा, सुमात्रा आदि सुदूर क्षेत्रों में फैला हुआ था | उन्ही के अधिष्ठायक देव श्री धर्णेद्र- पद्मावती व श्री नाकोडा भैरू जी के प्रति लोगो को अनन्य श्रद्धा है यही कारण है कि यह स्थान जैनों का तिरुपति बालाजी कहलाता है | आचार्य लोकेश इसके पश्चात श्री नाकोडा तीर्थ में विश्व शांति व सद्भावना का सन्देश देंगे |
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