बीठूजा एचारटीएस प्लांट टुटा,लूणी नदी में बहा रासायनिक प्रदूषित पानी,
एनजीटी के आदेश की अवहेलना।
बालोतरा
बिठूजा में लूणी नदी के किनारे स्तिथ कच्चे एचारटीएस प्लांट को एक तरफ से तोड़कर सीईटीपी बिठूजा ने प्लांट में भरा रासायनिक प्रदुषित पानी लूणी नदी में छोड़ दिया। एनजीटी ने लूणी नदी में किसी भी प्रकार के उपचारित व् निस्तारित पानी के डालने पर रोक लगा रखी पर बिठूजा सीईटीपी द्वारा खुद एनजीटी के आदेशो की अवहेलना कर लूणी नदी में रासायनिक प्रदूषित पानी डाल रहा है। लूणी नदी में बड़ी तादाद में गए रासायनिक प्रदूषित पानी से नदी पूरी तरह से बंजर हो गयी है। नदी में डाले गए रासायनिक प्रदूषित पानी से नदी के किनारो पर स्तिथ खेत बंजर हो रहे है। खेती ख़राब होने से हजारो किसान बेरोजगार हो गए है। टेक्सटाइल इकाइयों के खिलाफ एनजीटी द्वारा कड़ी कार्यवाही करने के बाद भी उद्यमी सुधर नहीं रहे है। प्रदुषण निवारण एवम् पर्यावरण संरक्षण समिति अध्यक्ष तुलसाराम चौधरी ने बताया कि बिठूजा में एचारटीएस कच्चा बना हुआ है जिसको तोड़कर सीईटीपी बिठूजा ने लूणी नदी में रासायनिक प्रदूषित पानी डाल दिया है जो एनजीटी के आदेशो की अवहेलना है। चौधरी ने बताया कि एचारटीएस टूटने की जानकारी प्रदुषण नियंत्रण मंडल की चेयरपर्सन अपर्णा अरोड़ा को भी दी और फ़ोटो भेजे । उपखंड अधिकारी भगीरथ चौधरी को भी इसकी जानकारी दी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। बिठूजा सीईटीपी ट्रस्ट के पदाधिकारियो को बार बार अवगत करवाने के बावजूद ट्रस्ट के पदाधिकारी ध्यान नहीं दे रहे है।
नदी में रासायनिक प्रदुषण से जली वनस्पति-
बिठूजा एचारटीएस से लूणी नदी में डाले गए रासायनिक प्रदूषित पानी से नदी में बड़ी तादाद में वनस्पति नष्ट हो गयी है। नदी में खड़े बबुल व् खेजड़िया जल् गयी है।
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