अवैध बजरी खनन रोकने की मांग
बालोतरा। भारतीय किसान संघ, राजस्थान प्रदेश, जोधपुर प्रांत के बैनर तले कनाना क्षेत्र के किसानों ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नाम ज्ञापन जिला कलेक्टर को भेजकर कनाना सीमा से गुजरने वाली लूनी नदी में राजस्थान सरकार द्वारा अधिकृत ठेकेदार के मनमाने तरीके से खनन विभाग के नियमों को ताक पर रखकर किये जा रहे अवैध बजरी खनन को रोकने की मांग की है।
किसानों ने ज्ञापन में बताया कि बाड़मेर जिले के पचपदरा तहसील की ग्राम पंचायत कनाना की सीमा से गुजरने वाली मरूगंगा लूनी नदी में राजस्थान सरकार द्वारा अधिकृत ठेकेदार द्वारा खनन विभाग के नियमों के खिलाफ बजरी खनन का कार्य किया जा रहा। ठेकेदार ने जगह-जगह 5 से 10 फीट तक गहरी खुदाई कर दी है, इससे नदी का तल बाहर निकल आया है। नदी में रास्ते के दोनों ओर बडे़-बडे़ गड्ढे़ होने से इस मार्ग से गुजरने वाले राहगीर, पशु व वाहन चालकों के इन गड्ढों में गिरने का भय हर समय बना रहता है। इसके अलावा ठेकेदार राजस्व विभाग द्वारा निर्धारित स्थान से तो बजरी का खनन करता ही है, साथ ही किसानों की खातेदारी कृषि भूमि पर से भी बजरी का खनन करने से खेतों में जगह-जगह गड्ढे हो रहे है। इस संबंध ग्राम पंचायत प्रशासन, किसानों व ग्रामीणों द्वारा संबंधित विभाग के उच्चाधिकारी को कई बार मौखिक व लिखित में शिकायत करने के बावजूद भी विभागीय अधिकारी-कर्मचारियों ने आज दिन तक इन गरीब किसानों की इस सम्मस्या पर ध्यान नहीं दिया है। इसके चलते किसानों को अवैध रूप से ठेकेदार द्वारा किये जा रहे बजरी खनन के विरोध धरना देने को मजबूर होना पड़ रहा है। कनाना से जेठंतरी जाने वाले मार्ग पर दुध डेयरी के पास पिछले दो दिनों से धरने पर बैठे किसानों ने मुख्यमंत्री महोदया से मांग की है कि सरकारी नियमानुसार बजरी खनन करने तथा किसानों की खातेदारी कृषि भूमि पर खुदाई नही करने के लिये पाबंद करें। किसानों ने मुख्यमंत्री महोदया से जिला कलेक्टर बाड़मेर को निर्देश देकर राजस्व अधिकारी से नदी में खनन के लिये निर्धारित जगह व किसानों की खातेदारी भूमी का सीमाज्ञान करवाने के लिये भी आग्रह किया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ने समय रहते किसानों की समस्या का समाधान नही किया तो धरती पुत्रों को आंदोलनात्मक रूख अपनाने पर मजबूर होना पडे़गा।
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