Followers

Wednesday, September 13, 2017

1965 पाकिस्तान युद्ध में प्राण न्योछावर करने वाले अस्थाई रेल कार्मिक के परिजनों को नौकरी देने की मांग

1965 युद्ध में शहीद हुए रेल कार्मिक के परिजन ने की रेलवे में नोकरी देने की मांग
बालोतरा
बायतु चिमनजी क्षेत्र के सगर मणियों की ढाणी निवासी तेजराम ने रेल मंत्री को पत्र भेजकर 1965 युद्ध में रेलवे की मदद के दौरान शहीद हुए अपने ताऊजी के परिजनों को रेलवे में नोकरी देने की मांग की है। पत्र में उन्होंने बताया कि 1965 में भारत पाक युद्ध के दौरान रेलवे में केजुअल कार्मिक जेहराम जाट पाकिस्तान की और से की गयी बमबारी में शहीद हो गए थे। उनकी शहादत के बाद आज तक रैलवे ने उनके परिवार की सुध नहीं ली है। उनके साथ ही शहीद होने वाले अन्य कार्मिको के परिजनों को रेलवे में नौकरी दी गयी पर जेहराम के परिजनों को अभी तक नोकरी नहीं मिली है। तेजाराम ने बताया कि रेलवे द्वारा शहीद जेहाराम के परिजनों को रेलवे में नोकरी देने शहीद के परिजनों में शहीद की स्थाई स्मृति रहेगी। तेजाराम में बताया कि सरकार ने भी उनके परिजनों की सुध नहीं ली है। शहीद के परिजन अभी भी बुनियादी सेवाओ के लिए भी तरस रहे है। 
तिलवाड़ा के खीमराज साईं के परिजनों को भी सरकारी मदद की दरकार-
1965 के युद्ध में ही तिलवाड़ा के खीमराज साईं भी रेलवे की मदद के दौरान शहीद ही गए थे। उनकी शहादत को भी रेलवे ने भुला दिया है। खीमराज के भाई कानाराम साईं तिलवाड़ा ने बताया कि उनके भाई देशसेवा के आव्हान पर रेलवे की मदद के लिए युद्ध में गए थे। रेलवे ने उनके परिजनों को भी अभी किसी प्रकार की सुविधाये व् नोकरी नहीं दी है। वे पिछले 10 वर्षो से रेलवे सहित केंद्र सरकार से पत्र व्यवहार कर रहे है पर उनकी गुहार नहीं सुनी जा रही है।

No comments:

Post a Comment

'; (function() { var dsq = document.createElement('script'); dsq.type = 'text/javascript'; dsq.async = true; dsq.src = '//' + disqus_shortname + '.disqus.com/embed.js'; (document.getElementsByTagName('head')[0] || document.getElementsByTagName('body')[0]).appendChild(dsq); })();

सर्व समाज ने दिया ज्ञापन

हिंदुओं पर बढ़ते अत्याचार को लेकर सर्व समाज द्वारा राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन बालोतरा वफ्फ बिल के विरोध की आड़ में सुनिश्चित योजना...