रिपोर्ट @ ओमप्रकाश सोनी 9414532417
बालोतरा। प्रदुषण निवारण एवम् पर्यावरण संरक्षण समिति ने प्रदुषण नियंत्रण मंडल की चेयरपर्सन अपर्णा अरोड़ा को ज्ञापन भेजकर बालोतरा सहित आस पास के इलाको में रासायनिक प्रदुषण फेलाने वाली टेक्सटाइल इकाइयों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की है। ज्ञापन में समिति अध्यक्ष तुलसाराम चोधरी ने बताया कि बालोतरा, बिठूजा,जेरला रोड, जसोल सहित रिको औद्योगिक क्षेत्र में संचालित टेक्सटाइल इकाईया प्रदुषण के मानको की पालना नहीं कर रही है। इन सभी इलाको में रासायनिक प्रदुषण गंभीर स्तर तक पहुच गया है। चारो और खुले में डाले गए रासायनिक प्रदुषण क्षेत्रवासियो को गंभीर बीमारियो की सौगाते दे रहे है। गांधीपुरा में संचालित वैध व् अवैध धुपाई इकाइयां सीधे ही लूणी नदी में रासायनिक प्रदूषित पानी लूणी नदी में डाल रही है। गांधीपुरा में सीईटीपी से जुडी इकाइयां पाइप लाइनों की सफाई की आड़ में लंबे समय से नदी में पानी डाल रही है। गांधीपुरा में प्रदुषण फेला रही धुपाई इकाइयों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग लंबे समय से की जा रही है परंतु प्रदुषण नियंत्रणमंडल के स्थानीय अधिकारी कोई कार्यवाही नहीं कर रहे है। संकरण जाने वॉर मार्ग पर आज भी प्रदूषित पानी का नाला बह रहा है। यही पर रासायनिक प्रदूषित पानी का बांध बना हुआ है।
साथ ही गांधीपुरा में राष्ट्रीय हरित अधिकरण के आदेशो की पालना में फ्लो मीटर नहीं लगे है। गांधीपुरा में संचालित इकाइयों में निर्धारित क्षमता से अधिक मशीनरी का संचालन हो रहा है। बिठूजा सीईटीपी के पदाधिकारी मंगलाराम टाक की लूणी नदी के किनारे संचालित धुपाई इकाई से खुले आम रासायनिक प्रदूषित पानी लूणी नदी में जा रहा है। ज्ञापन में बताया कि औद्योगिक क्षेत्र में सीवरेज व् ड्रेनेज के खराब होने से रासायनिक प्रदूषित पानी सड़को पर बह रहा है। समूचे औद्योगिक क्षेत्र में रासायनिक प्रदूषित पानी के तालाब बन गए है। औद्योगिक क्षेत्र से जसोल की और जाने वाले सड़क मार्ग पर स्थित एच आर टी एस प्लांट की दिवार के नीचे से रीस कर लूणी नदी में लंबे समय से रासायनिक प्रदूषित पानी लूणी नदी में जा रहा है। हाल ही में स्थापित 6 एम् एल डी का प्लांट भी खिलौना बनकर रहा गया है। ज्ञापन में बताया कि जसोल में भी प्रदुषण के हालात गंभीर है। जसोल में पाइप लाइनों से प्रदूषित पानी लूणी नदी में छोड़ा जा रहा है।
पानी की बेरियों में प्रदूषित पानी डालकर भूगर्भ को प्रदूषित किया जा रहा है। जसोल क्षेत्र में होड़िया में धुपाई का काम चलता है जिससे नदी में प्रदुषण बढ़ रहा है। बलोतरा के जेरला रोड इलाके में प्रदुषण नियंत्रण मंडल की अनुमति के बिना लंबे समय से टेक्सटाइल इकाइयों का संचालन हो रहा है। जेरला रोड की अवैध इकाइयों से प्रदूषित पानी नगर परिषद् के सीवरेज नालो के माध्यम से रासायनिक पानी आस पास के खेतो में पहुचकर खेतो को बंजर कर रहा है। शिकायतों के बावजूद एक बार भी जेरला रोड पर स्थित अवैध टेक्सटाइल इकाइयों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गयी है। ज्ञापन में समिति ने इन इलाको में रासायनिक प्रदुषण फेलाने वाली टेक्सटाइल इकाइयों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की है।
बालोतरा। प्रदुषण निवारण एवम् पर्यावरण संरक्षण समिति ने प्रदुषण नियंत्रण मंडल की चेयरपर्सन अपर्णा अरोड़ा को ज्ञापन भेजकर बालोतरा सहित आस पास के इलाको में रासायनिक प्रदुषण फेलाने वाली टेक्सटाइल इकाइयों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की है। ज्ञापन में समिति अध्यक्ष तुलसाराम चोधरी ने बताया कि बालोतरा, बिठूजा,जेरला रोड, जसोल सहित रिको औद्योगिक क्षेत्र में संचालित टेक्सटाइल इकाईया प्रदुषण के मानको की पालना नहीं कर रही है। इन सभी इलाको में रासायनिक प्रदुषण गंभीर स्तर तक पहुच गया है। चारो और खुले में डाले गए रासायनिक प्रदुषण क्षेत्रवासियो को गंभीर बीमारियो की सौगाते दे रहे है। गांधीपुरा में संचालित वैध व् अवैध धुपाई इकाइयां सीधे ही लूणी नदी में रासायनिक प्रदूषित पानी लूणी नदी में डाल रही है। गांधीपुरा में सीईटीपी से जुडी इकाइयां पाइप लाइनों की सफाई की आड़ में लंबे समय से नदी में पानी डाल रही है। गांधीपुरा में प्रदुषण फेला रही धुपाई इकाइयों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग लंबे समय से की जा रही है परंतु प्रदुषण नियंत्रणमंडल के स्थानीय अधिकारी कोई कार्यवाही नहीं कर रहे है। संकरण जाने वॉर मार्ग पर आज भी प्रदूषित पानी का नाला बह रहा है। यही पर रासायनिक प्रदूषित पानी का बांध बना हुआ है।
साथ ही गांधीपुरा में राष्ट्रीय हरित अधिकरण के आदेशो की पालना में फ्लो मीटर नहीं लगे है। गांधीपुरा में संचालित इकाइयों में निर्धारित क्षमता से अधिक मशीनरी का संचालन हो रहा है। बिठूजा सीईटीपी के पदाधिकारी मंगलाराम टाक की लूणी नदी के किनारे संचालित धुपाई इकाई से खुले आम रासायनिक प्रदूषित पानी लूणी नदी में जा रहा है। ज्ञापन में बताया कि औद्योगिक क्षेत्र में सीवरेज व् ड्रेनेज के खराब होने से रासायनिक प्रदूषित पानी सड़को पर बह रहा है। समूचे औद्योगिक क्षेत्र में रासायनिक प्रदूषित पानी के तालाब बन गए है। औद्योगिक क्षेत्र से जसोल की और जाने वाले सड़क मार्ग पर स्थित एच आर टी एस प्लांट की दिवार के नीचे से रीस कर लूणी नदी में लंबे समय से रासायनिक प्रदूषित पानी लूणी नदी में जा रहा है। हाल ही में स्थापित 6 एम् एल डी का प्लांट भी खिलौना बनकर रहा गया है। ज्ञापन में बताया कि जसोल में भी प्रदुषण के हालात गंभीर है। जसोल में पाइप लाइनों से प्रदूषित पानी लूणी नदी में छोड़ा जा रहा है।
पानी की बेरियों में प्रदूषित पानी डालकर भूगर्भ को प्रदूषित किया जा रहा है। जसोल क्षेत्र में होड़िया में धुपाई का काम चलता है जिससे नदी में प्रदुषण बढ़ रहा है। बलोतरा के जेरला रोड इलाके में प्रदुषण नियंत्रण मंडल की अनुमति के बिना लंबे समय से टेक्सटाइल इकाइयों का संचालन हो रहा है। जेरला रोड की अवैध इकाइयों से प्रदूषित पानी नगर परिषद् के सीवरेज नालो के माध्यम से रासायनिक पानी आस पास के खेतो में पहुचकर खेतो को बंजर कर रहा है। शिकायतों के बावजूद एक बार भी जेरला रोड पर स्थित अवैध टेक्सटाइल इकाइयों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गयी है। ज्ञापन में समिति ने इन इलाको में रासायनिक प्रदुषण फेलाने वाली टेक्सटाइल इकाइयों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की है।
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