बिजली की दरों में वृद्धि करने पर आई जतना की तीखीं प्रतिक्रिया
बालोतरा। राजस्थान विद्युत नियामक आयोग द्वारा बिजली की दरों में बढ़ोतरी करने के फैसले से आम जनता की तीखीं प्रतिक्रिया सामने आ रहीं है। लोगों में राज्य में सत्तासीन भाजपा सरकार ने प्रत्येक वर्ग के लोगों के बिजली बिलों में वृद्धि करने से आक्रोश व्याप्त है। हमारे बालोतरा संवाददाता भगाराम पंवार ने इस बारें में जनता से उनका मन टटोला तो उन्होने खुलकर अपनी बात सामने रखते हुए कहा कि राजस्थान की जनता ने भाजपा सरकार को प्रचंड बहुमत देकर उन्हे सर आंखों पर इसलिए बिठाया था कि हम महंगाई की मार से दबे हुए थे और हमें महंगाई से राहत मिलनी चाहिए। भाजपा ने चुनाव से पूर्व महंगाई को लेकर बहुत वादे किए थे परंतु उन्होने एक भी वादा पूरा नहीं किया इसका खामियाजा दिल्ली चुनावों में भुगतना पड़ा है। औसतन 86 पैसा प्रति यूनिट बिजली की दरें बढ़ाना आम जनता पर बोझ डालना और है इसमें घरेली,बीपीएल परिवार और कृषि क्षेत्र के गरीब लोगों पर इसका सीधा असर पड़ेगा जो अनैतिक है तथा बिजली के मीटर के किराए में भी 35 रूपये बढ़ाना गलत है। लोगों ने कहा कि हमें ऐसी आशा भाजपा सरकार से कतई नहीं थी। ऐसे में अब जनता को आने वाले बजट में भी कोई आशा की किरण नजर नहीं आ रहीं है।
यह गरीबों की सरकार नहीं है
गरीबों पर बोझ डालकर उन्हे ऐसे लूटना ये गलत बात है और ऐसे में आम जनता का विश्वास भाजपा पर खोता जा रहा है। बिजली,पानी और चिकित्सा सुविधाएं तो कम से कम सस्ती दरों पर मिलनी चाहिए।
वगताराम गोदारा,मजदूर
अच्छे दिन कब आएंगे सरकार
हम गांव में रहते है हमारें पास मजदूरी के अलावा कमाने का कोई जरिया नहीं है अब ऐसे में बिजली के दाम बढ़ाने का बोझ और डाल दिया है कैसे हम लोग बिजली का बिल भरेंगे। अच्छे दिन की बात करने वाली सरकार कहा है।
हिराराम ढ़ाका,मजदूर
हम बीपीएल है अब और गरीब हो जाएंगे
हमारा परिवार पहले से गरीब है लेकिन बिजली के दाम बढ़ाने से हम और गरीब हो जाएंगे। हमारे बच्चे बाहरी राज्यों में जाकर मजदूरी करते है अब परिवार गुजारा और मुश्किल हो जाएगा।
रेंवताराम,बीपीएल चयनित
मध्यम वर्ग की हालत होगी खस्ता
बिजली की दरों में बढ़ोतरी करने के फैसले का असर मध्यम वर्ग के परिवार पर पड़ेगा। हम जैसे मध्यम वर्ग के परिवार को अपना घर चलाने में मुश्किलें आ रहीं है लेकिन अब बिजली की दरों में वृद्धि से दुकान और घर दोनों का बजट बिगड़ जाएगा।
चेतन सुंदेशा,दुकानदार
सरकार को जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना चाहिए
राजस्थान विद्युत नियामन आयोग द्वारा बिजली की दरों में बढ़ोतरी करने का फैसला टैक्नीकली सहीं हो सकता है परंतु सरकार को इसमें दखल देकर जनता उम्मीदों पर खरा उतरना चाहिए। इस तरह दरें बढ़ाना न्यायसंगत नहीं है।
हर्ष माली,भजन कलाकार
सरकार एक बार गरीबों की जरूर सोचे
सरकार इस तरह से एकदम भार जनता पर नहीं डालना चाहिए। सरकार को सब्सिडी देकर जनता को राहत देने की कोशिश करनी चाहिए।
राजु माली,आम आदमी
बालोतरा। राजस्थान विद्युत नियामक आयोग द्वारा बिजली की दरों में बढ़ोतरी करने के फैसले से आम जनता की तीखीं प्रतिक्रिया सामने आ रहीं है। लोगों में राज्य में सत्तासीन भाजपा सरकार ने प्रत्येक वर्ग के लोगों के बिजली बिलों में वृद्धि करने से आक्रोश व्याप्त है। हमारे बालोतरा संवाददाता भगाराम पंवार ने इस बारें में जनता से उनका मन टटोला तो उन्होने खुलकर अपनी बात सामने रखते हुए कहा कि राजस्थान की जनता ने भाजपा सरकार को प्रचंड बहुमत देकर उन्हे सर आंखों पर इसलिए बिठाया था कि हम महंगाई की मार से दबे हुए थे और हमें महंगाई से राहत मिलनी चाहिए। भाजपा ने चुनाव से पूर्व महंगाई को लेकर बहुत वादे किए थे परंतु उन्होने एक भी वादा पूरा नहीं किया इसका खामियाजा दिल्ली चुनावों में भुगतना पड़ा है। औसतन 86 पैसा प्रति यूनिट बिजली की दरें बढ़ाना आम जनता पर बोझ डालना और है इसमें घरेली,बीपीएल परिवार और कृषि क्षेत्र के गरीब लोगों पर इसका सीधा असर पड़ेगा जो अनैतिक है तथा बिजली के मीटर के किराए में भी 35 रूपये बढ़ाना गलत है। लोगों ने कहा कि हमें ऐसी आशा भाजपा सरकार से कतई नहीं थी। ऐसे में अब जनता को आने वाले बजट में भी कोई आशा की किरण नजर नहीं आ रहीं है।
जनता पर पड़ेगा बोझ
बिजली की दरें बढ़ाने से मध्यम वर्ग व गरीब परिवारों पर इसका सीधा असर पड़ेगा जो नाइंसाफी होगी। ऐसे में गरीब लोगों तो बिजली के कनेक्शन कटवाने की नौबत आ जाएगी।
प्रवीण पंवार,एम ए विद्यार्थी
यह गरीबों की सरकार नहीं है
गरीबों पर बोझ डालकर उन्हे ऐसे लूटना ये गलत बात है और ऐसे में आम जनता का विश्वास भाजपा पर खोता जा रहा है। बिजली,पानी और चिकित्सा सुविधाएं तो कम से कम सस्ती दरों पर मिलनी चाहिए।
वगताराम गोदारा,मजदूर
अच्छे दिन कब आएंगे सरकार
हम गांव में रहते है हमारें पास मजदूरी के अलावा कमाने का कोई जरिया नहीं है अब ऐसे में बिजली के दाम बढ़ाने का बोझ और डाल दिया है कैसे हम लोग बिजली का बिल भरेंगे। अच्छे दिन की बात करने वाली सरकार कहा है।
हिराराम ढ़ाका,मजदूर
हम बीपीएल है अब और गरीब हो जाएंगे
हमारा परिवार पहले से गरीब है लेकिन बिजली के दाम बढ़ाने से हम और गरीब हो जाएंगे। हमारे बच्चे बाहरी राज्यों में जाकर मजदूरी करते है अब परिवार गुजारा और मुश्किल हो जाएगा।
रेंवताराम,बीपीएल चयनित
मध्यम वर्ग की हालत होगी खस्ता
बिजली की दरों में बढ़ोतरी करने के फैसले का असर मध्यम वर्ग के परिवार पर पड़ेगा। हम जैसे मध्यम वर्ग के परिवार को अपना घर चलाने में मुश्किलें आ रहीं है लेकिन अब बिजली की दरों में वृद्धि से दुकान और घर दोनों का बजट बिगड़ जाएगा।
चेतन सुंदेशा,दुकानदार
सरकार को जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना चाहिए
राजस्थान विद्युत नियामन आयोग द्वारा बिजली की दरों में बढ़ोतरी करने का फैसला टैक्नीकली सहीं हो सकता है परंतु सरकार को इसमें दखल देकर जनता उम्मीदों पर खरा उतरना चाहिए। इस तरह दरें बढ़ाना न्यायसंगत नहीं है।
हर्ष माली,भजन कलाकार
सरकार एक बार गरीबों की जरूर सोचे
सरकार इस तरह से एकदम भार जनता पर नहीं डालना चाहिए। सरकार को सब्सिडी देकर जनता को राहत देने की कोशिश करनी चाहिए।
राजु माली,आम आदमी
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