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Tuesday, August 28, 2018

बाड़मेर में तेल उत्पादन के नौ वर्ष पूर्ण

थार में तेल उत्पादन के नौ वर्ष पूर्ण


बाड़मेर तेल उत्पादन का दसवें वर्ष में प्रवेश


वर्ष भर होंगे विभिन्न आयोजन


 

बाड़मेर, 28 अगस्त। कच्चे तेल की शून्य से शिखर कीगौरवपूर्ण यात्रा को रिकॉर्ड समय में पूरा करने वाले बाड़मेर केतेल क्षेत्रों से उत्पादन के नौ वर्ष बुधवार को पूर्ण होंगे।राजस्थान के पहले उत्पादक तेल क्षेत्र ने देश के अग्रणी ब्लॉकके रूप में अपनी पहचान कायम कर राजस्थान को विश्व तेलमानचित्र पर स्थापित कर दिया है। क्रूड ऑयल उत्पादन केदसवें वर्ष में प्रवेश से शुरू होने वाले आयोजन पूरे साल भरविभिन्न स्तरों पर आयोजित किये जायेंगे।   

बाड़मेर-सांचौर बेसिन में तेल और गैस भंडारों की खोज औरउत्पादन के साथ ही स्थानीय लोगों की सहभागिता के कारणबाड़मेर राष्ट्रीय स्तर पर त्वरित विकास का प्रतीक बन चुका है।देश के घरेलू उत्पादन में सर्वाधिक योगदान देने वाले क्षेत्रों मेंसम्मिलित होने के अलावा प्रति व्यक्ति आय जैसे मानकों परभी ये जिला अब अग्रणी है। बाड़मेर के तेल क्षेत्रों में जोसफलता हासिल हुई है, उसने राजस्थान को दुनिया के तेलऔर गैस मानचित्र पर एक दमकते सितारे के रूप में स्थापितकिया है।

बाड़मेर के तेल भंडारों ने कई रिकॉर्ड कायम करवाए हैं।  इनमेंसबसे तेज़ गति से प्रोजेक्ट कार्यों के द्वारा 'खोज से उत्पादन', विश्व की सबसे लम्बी सतत ऊष्मीय तेल पाइपलाइन कोरिकॉर्ड समय में बिछाने का रिकॉर्ड भी शामिल है। गत नौ वर्षोंके दौरान हाइली मोबाइल रिग, वेल पेड़ तकनीक, हॉरिजॉन्टलड्रिलिंग और सबसे बड़े 'उन्नत तेल प्राप्ति' (ईओआर) कारिकॉर्ड भी बाड़मेर के तेल क्षेत्रों के नाम है।  

थार रेगिस्तान के इतिहास ने सुनहरी करवट 2005 में तब लीथी जब  भारत के सबसे बड़े ज़मीनी तेल भंडार को बाड़मेर मेंखोजा गया। इस तेल खोज का नाम मंगला किया गया। अबतक बाड़मेर-सांचोर बेसिन में 38 तेल और गैस खोजें हो चुकीहैं।  29 अगस्त 2009 को तत्कालीन प्रधानमंत्री ने वॉल्वघुमाकर थार से तेल के प्रथम बैरल उत्पादन की शुभ शुरुआतकी।  वर्तमान में बाड़मेर के तेल क्षेत्रों से रोज़ाना एक लाखसाठ हज़ार बैरल से अधिक का तेल उत्पादन किया जा रहाहै। केयर्न द्वारा बाड़मेर बेसिन में अब तक 9 अरब डॉलर सेअधिक का निवेश हुआ है। राज्य को इस उत्पादन से साढ़ेपांच अरब डॉलर से ज़्यादा राजस्व के रूप में प्राप्त हुए हैं।निवेश किया गया धन स्थानीय उद्यमियों और कामगारों कोएक नयी पहचान दिलवा चुका है।

यह यात्रा अब अगले चरण में पहुँच चुकी है।  वेदान्ता -केयर्नने नयी ओपन एकरेज लाइसेंसिंग पॉलिसी (ओएएलपी) केतहत ऑयल व गैस एरिया की पहली नीलामी में प्रस्तावितसभी 55 क्षेत्रों के लिए बोली लगाई है। इन बोलियों में अव्वलरही केयर्न ने राजस्थान में 10 ब्लॉक के लिए बोली लगाई है।  इनमें से सात ब्लॉक्स बाड़मेर में और तीन जैसलमेर में स्थितहैं।यह कदम इस बात का संकेत है कि केयर्न, थार में तेल-गैसकी संभावनाओं को लेकर बहुत उत्साही है और यहाँ भारीनिवेश को तत्पर है।  अगले दौर की अन्वेषण और उत्पादनगतिविधियों के चलते आर्थिक विकास के नए अवसर सामनेआएंगे।

लगातार अकाल, कृषि और पशुपालन के अलावा जीविकाअथवा आय के नगण्य विकल्प और सीमित ढांचागत विकासके कारण थार क्षेत्र में जीवन निर्वाह अपने आप में एक चुनौतीमाना जाता था। लेकिन अब तस्वीर ये एकदम बदल चुकी है।तेल और गैस की खोज और उत्पादन से जुडी गतिविधियों नेबाड़मेर को तेल नगरी के रूप में पहचान दी है। तेल क्षेत्र मेंसर्वाधिक स्थानीय रोज़गार सृजन हुआ है। 

 

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