कनिष्ठ अभियंता की लापरवाही से करंट से लाईनमैन की मौत
कनिष्ठ अभियंता ने बिना शट डाउन लिए ही कर्मचारी को लाईन पर चढ़ाया, जेईएन निलंबित
कर्मचारी संघ एवं समाज के लोगो ने पूरे दिन जताया विरोध, नहीं उठाया शव, निलंबन के बाद बनी सहमति
बाड़मेर।
सोमवार को जोधपुर डिस्कॉम के एक लाईनमेन की कार्य करते समय करंट लगने से मृत्यु हो गई। इस मामले में प्रारंभिक जांच में कनिष्ठ अभियंता द्वारा शट डाउन लिए होने की बात कहते हुए लाईन पर चढ़कर कार्य करने के निर्देश दिए जबकि लाईन को काटा ही
नहीं गया। इस मामले में कनिष्ठ अभियंता की लापरवाही पर निलंबित करने के साथ ही उसके विरूद्ध परिजनों द्वारा नामजद एफआईआर दर्ज कराई गई है।
जानकारी के मुताबिक सहायक अभियंता शहर द्वितीय बाड़मेर के अधिन श्रवण कुमार पुत्र बींजाराम मेघवाल निवासी ढुढा लाईनमैन के रूप में कार्यरत था। 132 केवी ग्रिड सब स्टेशन से जुड़ी एयरफोर्स स्टेशन उत्तरलाई की विद्युत आपूर्ति बाधित होने पर सोमवार को सुबह श्रवण कुमार सहित चार-पांच तकनीकी कर्मचारियों की टीम जसदेर तालाब से थोड़ा आगे कार्य करने के लिए मौके पर पहुंची।
कार्य करने से पूर्व कनिष्ठ अभियंता से लाईन को बंद करने हेतु कहा गया जिस पर कनिष्ठ अभियंता नवलकिशोर मीणा ने उन्हे यह कहते हुए कार्य करने का कहा कि उसने लाईन का शट डाउन ले लिया है। इस पर श्रवण कुमार जब कार्य करने के लिए 33 केवी लाईन के पोल पर चढ़ा तो करंट के कारण श्रवणकुमार उसकी चपेट में आ गया। अचानक धमाके के साथ हुए इस हादसे के बाद लाईनमैन नीचे गिर गया जिसे पास खड़े तकनीकी कर्मचारी तत्काल राजकीय अस्पताल ले कर आए। जहां पर करीब एक घंटे तक उपचार के बाद श्रवण कुमार की मृत्यु हो गई।
इस मामले में कर्मचारी प्रतिनिधि मंडल से रमेश पंवार,नरेन्द्रसिंह, खीमकरण खींची, आईदानसिंह, राजेन्द्र बाना एवं दलित समाज की ओर से उदाराम मेघवाल, लक्ष्मण वडेरा, अधिवक्ता गणेश मुलू सहित बड़ी संख्या में मेघवाल समाज के प्रतिनिधियों ने अधिकारियों के समक्ष कनिष्ठ अभियंता पर विद्युत आपूर्ति बंद नहीं कर लापरवाही बरतने पर उसके विरूद्ध कार्यवाही की मांग की एवं शव नहीं उठाने एवं पोस्टमार्टम नहीं करने पर अड़ गए। इस पर अधीक्षण अभियंता मांगीलाल जाट मौके पर पहुंचे और मामले की जांच के लिए सहायक अभियंता संदीप तातेड़ को निर्देश दिए। उनके द्वारा दी गई प्राथमिक रिपोर्ट में विद्युत आपूर्ति चालू पाए जाने पर अधीक्षण अभियंता मांगीलाल जाट ने दोषी कनिष्ठ अभियंता नवलकिशोर मीणा को निलंबित कर मुख्यालय बालोतरा किया गया है। इसके बाद कर्मचारी एवं परिजन माने और शव का पोस्टमार्टम किया गया।
प्रसारण और वितरण निगम की गंभीर लापरवाही:
जानकारी के मुताबिक इस दुर्घटना की जांच में सामने आया कि 132 केवी जीएसएस की लॉगबुक में 10.50 मिनट पर शट डाउन लिए जाने की एन्ट्री की हुई है, जबकि विद्युत आपूर्ति इनके द्वारा बंद ही नहीं की गई। इसके बाद जब कर्मचारी के 10.57 मिनट पर
कार्य करते समय करंट लगने से दुर्घटना हुई तो विद्युत आपूर्ति बंद हुई लेकिन 132 केवी जीएसएस के कर्मचारियों ने इस सामान्य ट्रिपंग मानते हुए सप्लाईन पुन: 11.08 मिनट पर चालू कर दी लेकिन फॉल्ट होने से सप्लाई पुन: बंद हो गई। जानकारों का कहना है कि
कनिष्ठ अभियंता नवलकिशोर मीणा के दूरभाष पर कहने पर वहां कार्यरत कनिष्ठ अभियंता एवं लाईनमैन द्वारा रिकॉर्ड में शट डाउन की एंट्री कर दी लेकिन सप्लाई बंद करना भूल गए। इसके बाद जब विद्युत दुर्घटना होने की जानकारी मिलने के बाद कहीं जाकर 132 केवी जीएसएस के कर्मचारियों ने सप्लाई को काटा। इससे वितरण के कनिष्ठ अभियंता नवलकिशोर मीणा के अलावा 132 केवी जीएसएस के कनिष्ठ अभियंता एवं लाईनमेन की गंभीर लापरवाही सामने आई।
बताया जा रहा है कि कर्मचारियों द्वारा अधिकारियों को विद्युत आपूर्ति शुरू होने के आरोप लगाते हुए फीडर की एमआरआई कराने की मांग की गई लेकिन अधिकारियों ने पहले लाईन बंद होने की बात कहते हुए एमआरआई की जरूरत नहीं समझी। लेकिन बाद में कर्मचारियों एवं समाज के लोगो के दबाव में तत्काल एमएण्डपी सहायक अभियंता बाड़मेर संदीप तातेड़ से मामले की जांच के लिए 33 केवी एयरफोर्स फीडर की एमआरआई कराई गई जिसकी रिपोर्ट में विद्युत आपूर्ति 11 बजे के बाद बंद होना पाया गया। इस रिपोर्ट के आधार पर कनिष्ठ अभियंता को निलंबित कर दिया गया।
No comments:
Post a Comment