विश्व प्रसिद्ध मल्लीनाथ पशु मेले पर टेक्सटाइल रासायनिक प्रदुषण की मार
ओमप्रकाश सोनी
बालोतरा के टेक्सटाइल उद्योग से लूणी नदी मे डाले जा रहे रासायनिक प्रदुषण ने तिलवाड़ा गांव में लूणी नदी की तलहटी में लगने वाले विश्व् विख्यात मल्लिनाथ पशु मेले के अस्तित्व पर संकट के बादल खड़े कर दिए है। लंबे समय से लूणी नदी में बह रहे रासायनिक पानी के कारण मेला मैदान बर्बाद हो रहा है। नदी में बहने वाले रासायनिक पानी के कारण मेले में आने वाले पशुओ व् पशु पालको को परेशानियो का सामना करना पड़ता है जिस कारण मल्लिनाथ पशु मेले में प्रतिवर्ष पशुओ की आवक घट रही है। टेक्सटाइल उद्योग से लूणी नदी में लगातार छोड़े जा रहे रासायनिक प्रदुषण से मेला मैदान पूरा जहरीला हो चूका है। अगले तीन महीने बाद मार्च में तिलवाड़ा गांव में लूणी नदी की तलहटी में मेले का आयोजन होने वाला है लेकिन अभी मेले में लूणी नदी की तलहटी में बड़ी तादाद में रासायनिक प्रदूषित पानी पसरा हुआ है जिस कारण मेला मैदान में दुरर्गन्ध का आलम है। तिलवाड़ा के ग्रामीणों ने लूणी नदी में रासायनिक प्रदूषित पानी की आवक रुकवाकर मल्लिनाथ पशु मेले स्थल की सफाई करवाने की मांग की है।
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