हुक्का बार घोल रहे युवाओं में नशे का जहर
शिकायतों के बावजूद पुलिस मौन
ओमप्रकाश सोनी
औद्योगिक नगरी के दिनों दिन विकास की राह पर अग्रसर होने के साथ ही बड़े शहरों की तर्ज पर शहर की फिजाओं में अपराध व अन्य गंभीर समाज विरोधी गतिविधियों का संचालन भी बढ़ना शुरू हो गया है। गंभीर बात है की प्रसाशन व पुलिस अभी तक कानून की खिलाफ शुरू हुई समाज विरोधी गतिविधियों को नही रोक रहा है जिससे आने वाले दिनों में ये बीमारियां कही नासूर नही बन जाये। थोड़े से लालच में लोग युवाओं की नशों में नशे का जहर घोल रहे है। शहर में युवाओं को नशे के दलदल में धकेलने के लिए हुक्का बार खुल रहे है। हुक्का बार मे खुले आम आबकारी अधिनियमो को ताक पर रखकर ऐसे जहरीले मादक पदार्थो को युवाओं को परोसा जा रहा है जो युवाओं के जीवन मे जहर बन सकता है।
हुक्का बार संचालकों द्वारा प्रतिबंधित मादक पदार्थो में सुगंधित तत्व मिलाकर हुक्के में भरकर परोसा जा रहे है। आबकारी अधिनियम के तहत प्रतिबंधित मादक पदार्थो को बिना सक्षम अनुमति के न तो बेचा जा सकता है और नही ही परोसा जा सकता है। एक बार हुक्के गुड़गुड़ाने से जब युवाओं को मादक पदार्थो की लत लगती है तो उसके बाद वे नशे के आदि हो जाते है।
मीडिया के ध्यान आकर्षन के बावजूद बालोतरा पुलिस मौन-
मीडिया द्वारा लगातार शहर में पनप रहे हुक्का बारो के खिलाफ कानूनी कार्यवाही के लिए ध्यान आकर्षण किया जा रहा है लेकिन पुलिस कोई कार्यवाही नही कर रही है। यू तो बालोतरा पुलिस को किसी को भी पूछताछ के नाम पर परेशान करने में किसी की भी अनुमति नही लेनी पड़ती है लेकिन जब किसी गंभीर विषय पर मीडिया सवाल उठाता है तो पुलिस अनुमति मांगने का बोलकर पल्ला झाड़ देती है ।
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